मार्सेली फुटबॉल क्लब के पूर्व अध्यक्ष पापे डियोफ का कोरोना वायरस संक्रमण के कारण निधन हो गया। वह 68 वर्ष के थे। डियोफ का जन्म चाड में हुआ था लेकिन उनके पास फ्रांस और सेनेगल की नागरिकता थी।
उन्होंने 2005 से 2009 तक क्लब की मजबूत टीम तैयार करने में अहम भूमिका निभायी जिससे वह 2010 में लीग वन खिताब जीतने में सफल रही। उन्हें फ्रांस में कोविड-19 के उपचार के लिये मंगलवार को डकार से नीस के लिये रवाना होना था लेकिन इससे पहले उनकी सांसे थम गयीं।
कोरोना वायरस महामारी से दुनियाभर में अबतक 8 लाख से भी अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं भारत में यह आंकड़ा एक हजार तीन सौ के पार चुका है।
वहीं इस वायरस से अबतक पूरी दुनिया में अब तक 42 हजार से अधिक लोगों की जाने जा चुकी है जबकि लगभग दो लाख की संख्या में लोग इस संक्रमण से मुक्त हुए हैं।
लंदन। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने कोविड-19 महामारी से पड़ने वाले वित्तीय प्रभाव का सामना करने के लिये छह करोड़ दस लाख पौंड के वित्तीय पैकेज की घोषणा की है लेकिन उसने खिलाड़ियों के वेतन में कटौती करने की अभी कोई घोषणा नहीं की। ईसीबी के अनुसार वित्तीय मदद काउंटी, बोर्ड, क्लब से लेकर खेल के हर स्तर पर उपलब्ध करायी जाएगी।
ईसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम हैरिसन ने कहा, ‘‘हम समझते हैं कि यह बेहद चुनौतीपूर्ण समय है और इंग्लैंड एवं वेल्स में हर स्तर पर क्रिकेट परिवार के सभी सदस्यों को जल्द और तत्काल सहयोग पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। ’’
इस धनराशि में चार करोड़ पौंड तत्काल उपलब्ध कराया जाएगा जबकि बाकी दो करोड़ दस लाख पौंड ब्याज मुक्त ऋण के तौर पर दिया जाएगा।
हैरिसन ने कहा, ‘‘हम इससे अच्छी तरह वाकिफ हैं कि कोविड-19 के कारण स्थिति मुश्किल होगी और पूरे वित्तीय नुकसान का अनुमान लगाने में महीनों लग जाएंगे। हम खेल पर पड़ने वाले प्रभाव का सामना करने के लिये अपने भागीदारों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे। ’’
कोरोना वायरस महामारी से ठप्प पड़ चुके खेल जगत से एक अच्छी खबर सामने आई है। इस वायरस की चपेट में आए 53 साल के पूर्व टेनिस खिलाड़ी पैट्रिक मैकनरों अब पूरी तरह से ठीक महसूस कर रहे हैं। प्रैट्रिक ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर यह जानकारी साझा की है। प्रैट्रिक मैकनरो सात बार के ग्रैंडस्लैम चैंपियन जॉन मैनकरो के भाई हैं और वह मौजूदा समय में ईएसपीएन के साथ टेनिस विश्लेषक के तौर पर जुड़े हैं।
53 साल के पैट्रिक ने वीडियो जारी कहा, ''लगभग 10 या 11 दिन पहले जब कुछ मामूली लक्षणों के बाद मैं कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था तो मेरे लिए यह एक बुरी खबर थी लेकिन इस अविध के बाद मैं अब पूरी तरह से ठीक महसूस कर हूं हालांकि मेरा टेस्ट अभी भी पॉजीटिव आया है।''
इस वीडियो में उन्होंने कहा, ''मैं बाकियों के लिए एक उदाहरण हूं इस संक्रमण को हराया जा सकता है मैंने इसका मुकाबला किया और अब मैं पूरी तरह से ठीक लग रहा हूं।''
आपको बता दें कि मैकनरो अमेरिका के न्यू यॉर्क सिटी में इलाके में रहते हैं और यह अमेरिका का सबसे अधिक कोरोना वायरस से संक्रमित वाला क्षेत्र है।
प्रैटिक साल 1998 में टेनिस से संन्यास लिया था जब वह अपने करियर में 28वीं रैंकिंग पर थे। प्रैट्रिक यूएस डेविस कप के कप्तान भी रह चुके हैं।
कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए हर बड़े टूर्नामेंट को या तो स्थगित कर दिया गया है या फिर उसे रद्द कर दिया गया है। ऐसे में अब तलवार विंबलडन के आयोजन पर लटकती दिखाई दे रही है। जिस तरह से यह महामारी पूरी दुनिया में फैल रही है उसे देखकर लग रहा है कि इस साल विंबलडन रद्द कर दिया जाएंगे। ऐसे में विंबलडन में अब तक सबसे लंबी अवधि तक चले मैच में जीत दर्ज करने वाले जॉन इसनर ने कहा कि अगर इस साल यह प्रतिष्ठित टेनिस प्रतियोगिता रद्द हो जाती है तो इसे पचा पाना मुश्किल होगा।
संभावना है कि टूर्नामेंट के अधिकारी जल्द ही इस पर फैसला करेंगे कि 29 जून से ऑल इंग्लैंड क्लब में शुरू होने वाली इस प्रतियोगिता को कोरोना वायरस महामारी के चलते स्थगित किया जाए या रद्द।
इसनर ने मंगलवार को ईएसपीएन से कहा, ‘‘हम उम्मीद कर रहे हैं कि वे इस साल टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर आशावादी होंगे। मैं उनसे कुछ सकारात्मक सुनना पसंद करूंगा। ’’
लेकिन घसियाले कोर्ट और मौसम को देखते हुए टूर्नामेंट के लिये वर्ष का विशेष समय महत्व रखता है ऐसे में इसनर को लगता है कि यह वर्ष विंबलडन के बिना भी गुजर सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह बात स्वीकार करनी पड़ सकती है कि इस बार हम विंबलडन नहीं खेल पाएंगे। इसे पचा पाना बहुत मुश्किल होगा। ’’
इसनर अभी एटीपी रैंकिंग में 21वें नंबर पर हैं और अमेरिकी खिलाड़ियों में शीर्ष पर है। उन्होंने 2010 में विंबलडन के पहले दौर में फ्रांस के निकोलस माहूट को 11 घंटे से भी अधिक समय तक चले मैच में हराया था। यह मैच तीन दिन तक खिंचा था जिसमें पांचवां सेट 70-68 पर खत्म हुआ था।
भारतीय टीम के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह को सिक्सर किंग, मैच विनर के रूप में जानते हैं। युवराज सिंह ने कभी भी टीम के अंदर की बातों को बाहर नहीं रखा, लेकिन अब जब उन्होंने रिटायरमेंट ले ली है तो उन्होंने बताया है कि उन्हें महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली की कप्तानी में इतना सपोर्ट नहीं मिला जिताना उन्हें सौरव गांगुली की कप्तानी में मिला था।
युवराज सिंह ने 2000 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चैंपियन ट्रॉफी के दौरान भारत के लिए डेब्यू किया था। उस दौरान टीम इंडिया की कमान सौरव गांगुली के हाथों में थी। युवराज ने गांगुली, धोनी और कोहली के अलावा, राहुल द्रवीड़, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर की कप्तानी में भी मैच खेलें हैं। लेकिन युवराज इन सभी में सौरव गांगुली को ही सबसे ऊपर रखते हैं।
युवराज ने स्टारस्पोर्ट्स से बातचीत के दौरान कहा "मैंने सौरव गांगुली की कप्तानी में खेला और वहां मुझे बहुत सपोर्ट मिला। इसके बाद धोनी आए। धोनी और गांगुली के बीच चुनना काफी मुश्किल है। लेकिन मेरी यादें गांगुली के साथ जुड़ी है क्योंकि उन्होंने मुझे हमेशा सपोर्ट किया। मुझे उस तरह का सपोर्ट धोनी और कोहली की कप्तानी में नहीं मिला।"
युवराज ने 304 एकदिवसीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उनमें से 110 मैच उन्होंने गांगुली की कप्तानी में खेले जबकि 104 एकदिवसीय मैच उन्होंने धोनी के अंडर खेले।
दिलचस्प बात यह है कि युवराज के रिकॉर्ड धोनी की कप्तानी में ज्यादा बेहतर रहे हैं। धोनी की कप्तानी में खेले मैचों में उन्होंने लगभग 37 की औसत से 3077 रन बनाए वहीं गांगुली की कप्तानी में उन्होंने 2640 ही रन बनाए।
युवराज ने कहा "मैं जब खेलने आया तो आईपीएल नहीं हुआ करता था। मैं अपने हीरो को टीवी पर देखा करता था और अचानक उनके साथ बैठने लगा। मेरे अंदर उनके लिए बहुत आदर और सम्मान था और मैंने उनसे सीखा व्यव्हार कैसे करें, मीडिया से बात कैसे करें आदि। लेकिन आज मुश्किल ही कोई सीनियर खिलाड़ी अपने साथी खिलाड़ी को यह सिखाता होगा।"
कोरोना वायरस महामारी के बीच भारत के दो दिग्गज क्रिकेटर युवराज सिंह और हरभजन सिंह को सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल किया जा रहा है। यहां तक की कुछ यूजर ने उन्हें ब्लॉक भी कर दिया है। दरअसल युवराज और हरभजन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वे कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में मदद कर रहे पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी फाउंडेशन का समर्थन किया है।
युवी और हरभजन और द्वारा शाहिद अफरीदी के फाउंडेसन की मदद की अपील के बाद ट्विटर पर #ShameOnYuviBhajji टॉप ट्रेंड करने लगा।
युवराज ने अपने वीडियो में शाहिद अफरीदी के फाउंडेशन के लिए अपील करते हुए कहा, ''यह काफी मुश्किल समय है। यह समय है जब हम एक दूसरे के साथ आएं खास कर उनके लिए जिनको जरूरत है। अपना फर्ज निभाते हैं। मैं शाहिद अफरीदी और एसएएफ संस्था का समर्थन करता हूं। कृपया DonateKarona.Com पर दान दीजिए। घर में रहिए।''
ट्विटर पर जैसे ही युवराज ने अपना यह वीडियो शेयर किया उसके तुरंत बाद से ही फैंस का उनके खिलाफ रिएक्शन आना शुरू हो गया। युवराज के अलावा हरभजन ने भी ऐसा ही एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह शाहिद अफरीदी फाउंडेशन के लिए मदद की अपील कर रहे हैं।
— Harbhajan Turbanator (@harbhajan_singh) March 29, 2020
युवराज और हरभजन के इस ट्वीट के बाद फैंस ने उन्हें कई तरह की नसीहत देने लगे। कई यूजर ने अफरीदी को भारत का सबसे बड़ा दुश्मन बताया तो कईयों ने युवारज और हरभजन को सीमा पर शहीद हो रहे भारतीय जवानों की याद दिलाई।
Patrick McEnroe said in a video posting on Twitter that he was tested at a drive-up facility in Westchester County, the New York suburb where a major outbreak took place.
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साउथ अफ्रीका के 28 साल के क्रिकेटर डेवोन कॉन्वे अब जल्द ही न्यूजीलैंड की जर्सी में नजर आ सकते हैं। कॉन्वे ने साल 2017 में ही साउथ अफ्रीका छोड़कर न्यूजीलैंड आ गए थे। कॉन्वे आईसीसी के नियम के मुताबित इस साल 28 अगस्त को न्यूजीलैंड की तरफ से खेलने के योग्य होंगे, लेकिन असाधारण परिस्थिति के तहत उन्हें समय से पहले ही खेलने की पात्रता मिल गई है।
आईसीसी ने डैवोन कॉन्वे को एडोप्टेड देश के नियमों के मुताबित खेलने की मंजूरी मिली है। इस नियम के अनुसार कोई भी खिलाड़ी अपने देश के छोड़कर किसी अन्य देश की तरफ से खेलने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
डेवोन कॉन्वे को लेकर आईसीसी ने कहा, ''कॉन्वे को असाधारण परिस्थिति में खेलने की अनुमति दी गई है। ऐसे में वह न्यूजीलैंड ए के लिए भारत ए या फिर बांग्लादेश ए के खिलाफ खेल सकते हैं।''
भारत और न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबला 15 अगस्त खेला जाएगा जबकि बांग्लादेश के न्यूजीलैंड के बीच मैच 12 अगस्त को खेला जाना है जबकि कॉन्वे को 28 अगस्त से खेलने के योग्य होते।
दुनियाभर में कोरोनावायरस ने अपने पैर पसाल लिए है, इस महामारी से लड़ने के लिए हर कोई अपने देश की निम्न तरह से मदद कर रहा है। कोई सोशल मीडिया के जरिए जागरुकता फैला रहा है, कोई अस्पतालों में जरूरी चीजें मुहैया करवा रहा है तो कोई राज्य और केंद्र सरकार को पैसा दान कर मदद कर रहा है। इसी कड़ी में इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जॉस बटलर ने पैसा इकट्ठा करने के लिए अपनी वर्ल्ड कप 2019 की जर्सी नीलाम करने का फैसला किया है।
बटलर ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट इसकी जानकारी दी। वीडियो में बटलर कहते दिख रहे हैं "जैसा कि हम सभी जानते हैं, अस्पताल, डॉक्टर, नर्स और एनएचएस सभी इस समय काफी अविश्वसनीय काम कर रहे हैं। आने वाले हफ्तों और महीनों में उन्हें हमारे समर्थन की और भी अधिक आवश्यकता है।"
उन्होंने आगे कहा "पिछले हफ्ते, रॉयल ब्रॉम्पटन और हरेफील्ड अस्पतालों के चैरिटी ने उन दो अस्पतालों के लिए आजीवन उपकरण प्रदान करने के लिए एक आपातकालीन अपील शुरू की, जो सीओवीआईडी -19 के प्रकोप की तैयारी में फेफड़े और हृदय की स्थिति में विशेषज्ञता रखते थे।"
I’m going to be auctioning my World Cup Final shirt to raise funds for the Royal Brompton and Harefield Hospitals charity. Last week they launched an emergency appeal to provide life saving equipment to help those affected during the Covid-19 outbreak. Link to auction in my bio. pic.twitter.com/ODN9JY4pk1
बटलर ने अंत में कहा "उनकी फंड मदद करने के लिए मैं इस शर्ट का दान करने जा रहा हूं, यह वो शर्ट है जिसे मैंने पिछले साल विश्व कप फाइनल में पहना था, जिसमें उन सभी खिलाड़ियों ने हस्ताक्षर किए थे जो टीम के सदस्य थे।"
ब्रिटिश टेलीविज़न व्यक्तित्व पियर्स मॉर्गन ने 10,000 पाउंड की बोली प्रस्तुत की, लेकिन शर्ट के मूल्य ने कुछ ही देर में 12,000 पाउंड का आंकड़ा पार कर लिया।
लंदन। लंकाशायर क्रिकेट क्लब के चेयरमैन डेविड हॉजकिस की कोरोनावायरस के कारण मौत हो गई है। वह 71 साल के थे। क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, वह करीब 22 साल तक ओल्ड ट्रैफर्ड में भी अपने सेवाएं दे चुके थे। वह 1998 में इससे जुड़े थे और अप्रैल 2017 इसके चेयरमैन बने थे। वे पहले कोषाध्यक्ष और उप-चेयरमैन के तौर पर भी कार्यरत थे।
क्लब ने एक बयान में कहा, " उनके परिवार की ओर से सही समय पर एक बयान जारी किया जाएगा। लेकिन हमारी सच्ची संवेदनाएं और प्रार्थना उनके परिवार के साथ है। डेविड के परिवार के साथ-साथ लंकाशायर काउंटी क्रिकेट क्लब के लिए ये भी ये बड़े दुख का कारण है।"
लंकाशायर के मुख्यकारी अधिकारी अधिकारी डेनियल गिडने कहा, " अपने महान दोस्त को खोकर मैं पूरी तरह से टूट चुका हूं।"
वाशिंगटन। फीफा ने कहा है कि यह उसका फर्ज है कि कोरोना वायरस की चपेट में आये फुटबाल उद्योग की मदद के लिये अपने अपार वित्तीय कोषों का प्रयोग करे। कोरोना वायरस महामारी की गाज अमीर क्लबों पर भी पड़ी है। बार्सीलोना और जुवेंटस ने खिलाड़ियों के वेतन में कटौती की है जबकि स्लोवाकिया जैसे छोटे देशों में जिलिना जैसा चैम्पियन क्लब दिवालिया होने की कगार पर है।
उरूग्वे जैसे राष्ट्रीय फुटबाल महासंघ हजारों की संख्या में स्टाफ में कटौती कर रहे हैं। फीफा के पास करीब पौने तीन अरब डॉलर का रिजर्व कोच है जिससे वह कई स्तर पर खेल को वित्तीय सहायता देता है।
फीफा अध्यक्ष जियानी इनफांटिनो और उसके उपाध्यक्ष खेल के लिये सहायता कोष की संभावना पर विचार कर रहे हैं। फीफा ने एक बयान में कहा,‘‘‘फीफा की आर्थिक स्थिति मजबूत है और यह हमारा कर्तव्य है कि संकट में फंसे अपने सदस्यों की मदद करे। हम दुनिया भर में फुटबॉल जगत को वित्तीय सकायता देने की संभावना पर विचार कर रहे हैं।’’
नई दिल्ली। भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने कहा है कि कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में टीम के खिलाड़ी आगे आए हैं। छेत्री ने ट्विटर पर लिखा, "हम हमेशा देने से ज्यादा पा सकते हैं। यही कारण है कि जरूरत के समय में राष्ट्रीय टीम के हम सभी खिलाड़ी एक साथ आए हैं और हम सबने राशि दी है जो कि पीएम-राहत कोष भेजी गई है।"
उन्होंने कहा,"हम यहां (ट्विटर पर) इसके बारे में बात इसलिए कर रहे हैं ताकि यह अन्य ऐसे लोग भी दान करें, जो सक्षम हैं।"
We’ve always received more than we can give. Which is why in this time of need, all of us national team players have come together and put on the table a sum that has been sent to the PM-Cares Fund to help India’s fight with the pandemic.
It’s been heartening to see everyone – cutting across caps, goals, age and experience – give, and give with a smile. When word got out, even some who have long stopped pulling on an India shirt, turned up and asked to be counted. That’s what a team is all about.
The ONLY reason we’re talking about this here is so that it can gently prod those who have been fortunate enough to get, to give back. We’re in this together.
अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ ने कहा कि मिडफील्डर प्रणॉय हल्दर भी अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं और बच्चों को भोजन मुहैया करा रहे हैं।
हल्दर ने कहा, " बैरकपुर मंगल पांडे फुटबाल कोचिंग शिविर में काफी सारे बच्चे हैं जो रोज कमाकर खाते हैं। अब हालात थोड़े मुश्किल हो गए हैं और मैं इस समय उनकी मदद करने की कोशिश में जुटा हूं। इसलिए मैं उन्हें भोजन और कुछ जरूरी चीजें बांट रहा हूं। मैं अपने दोस्तों के साथ मिलकर स्टेशन पर रहने वालों और बाहर रहने वाले अन्य लोगों को बुनियादी चीजें बांट रहा हूं।"
हल्दर ने इसके अलावा सीएम राहत कोष में 20000 रुपये भी दान किया है।
इस बीच, पूर्व खिलाड़ियों महताब हुसैन, रहीम नबी, डेंसन देवदास, संदीप नंदी, देबब्रत रॉय ने मौजूदा खिलाड़ियों प्रिटम कोटाल, अरिंदम भटटाचार्य, प्रबीर दास, सौविक चक्रवर्ती, देबजीत मजूमदार और कई अन्य खिलाड़ियों ने भी इस मुश्किल समय में एकजुटर होकर लोगों की मदद करना शुरू कर दिया है।
साल 2020 की शुरुआत में श्रीलंका टीम तीन मैचों की टी20 सीरीज खेलने भारत दौरे पर आई थी। जिसके बीच में कप्तान विराट कोहली ने फैंस को एक सरप्राईज दिया था। इस सीरीज के बीच में कप्तान कोहली ने आगामी नवम्बर माह में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए कर्नाटक के युवा तेज गेंदबाज प्रसिद्द कृष्णा को टीम इंडिया का 'सरप्राइज पैकेज' बताकर सबको 'सरप्राइज' कर दिया था। जिसके बाद कृष्णा क्या सभी को उम्मीद थी कि इस गेंदबाज की टीम इंडिया में जल्द ही एंट्री होगी। मगर न्यूजीलैंड के बड़े दौरे पर टीम इंडिया में कृष्णा को सम्भावित खिलाड़ियों में भी जगह नहीं मिली।
इसी बीच Indiatv.in से ख़ास बातचीत में कृष्णा ने बताया कि ऐसे कमेन्ट से प्रेरणा तो मिलती है लेकिन टीम मैनेजमेंट से बीते चार महीनों में कप्तान कोहली के संकेत के बावजूद कोई ख़ास संदेश नहीं आया है। कृष्णा ने कहा, “हाँ कप्तान से ऐसा सुनना जरूर प्रेरणा देता है तो उसके बाद लगा था जल्दी मौका मिलेगा। लेकिन अभी तक टीम मैनेजमेंट से कोई मैसेज नहीं आया है। मेरा फोकस सिर्फ प्रदर्शन करने पर है बाकी मेरे हाथ में नहीं है।”
कर्नाटक के रहने वाले कृष्णा ने 2018 आईपीएल में कोलकाता नाईट राइडर्स की तरफ से कदम रखा। जिसके बाद केकेआर के लिए प्रसिद्द ने शानदार गेंदबाजी करते हुए दो सीजन में 18 मैचों में 14 विकेट चटकाए। अक्सर उन्होंने आईपीएल में नई बॉल संभाली और अपने पेस और लाइन लेंथ से हर किसी को प्रभावित किया। यही वजह थी कि उन्हें 2018 में इंग्लैंड दौरे पर गई इंडिया ‘ए’ टीम और इसी साल भारत में हुए चार देशों के वनडे टूर्नमेंट के लिए चुनी गई इंडिया ‘बी’ टीम में जगह मिली थी।
हालाँकि आईपीएल पर मंडराते कोरोना के काले बादलों पर कृष्णा ने कहा, “सबसे पहले तो जीवन बहुत जरूरी है। पूरे देश में कोरोना वायरस फ़ैल रहा है तो अभी आईपीएल के बारे में नहीं सोच रहा हूँ और हमें बस घर पर रहकर लड़ना है।”
इतना ही नहीं कृष्णा ने मौजूदा घरेलू सीजन में कर्नाटक कि तरफ से खेलते हुए विजय हजारे ट्रॉफी वनडे टूर्नामेंट के 8 मैचों में 17 विकेट चटका दिए थे। उनका बेस्ट बोलिंग परफॉर्मेंस 17 रन देकर 5 विकेट (बनाम सौराष्ट्र) रहा। हालांकि चोट लगने के साढ़े तीन महीने बाद रणजी के मैदान में बडौदा के खिलाफ उन्होंने वापसी की, जिसमें भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा।
ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि 23 साल के युवा गेंदबाज कृष्णा को कप्तान विराट कोहली कोरोना की जंग खत्म होने के बाद किस तरह मौके देते हैं और अपने 'सरप्राइज पैकेज' को ऑस्ट्रेलिया में खेलें जाने वाले टी20 विश्वकप में बल्लेबाजों के लिए कैसे एक 'सरप्राइज' हथियार बनाते हैं।
पेरिस| विश्व एथलेटिक्स ने टोक्यो ओलंपिक की नई तारीखों का समर्थन किया है और साथ ही उसने 2021 में होने वाली विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप को 2022 तक के लिए स्थगित करने का फैसला किया है। टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक जो इस साल होने थे, कोरोनावायरस के कारण एक साल के लिए टाल दिए गए हैं। इनकी नई तारीखों का ऐलान हो गया है।
अब टोक्यो ओलंपिक 23 जुलाई से आठ अगस्त 2021 के बीच आयोजित किए जाएंगे जबकि पैरालंपिक खेल 24 अगस्त से पांच सितंबर 2021 तक होंगे।
विश्व एथलेटिक्स ने एक बयान में कहा, " हम जापान के आयोजकों और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) द्वारा घोषित ओलंपिक की नई तारीखों का समर्थन करते हैं। इससे हमारे एथलीटों को ट्रेनिंग करने और प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए जरूरी समय मिलेगा।"
बयान में आगे कहा गया है, " हर किसी को इसे लेकर थोडा नरम होना होगा और हम ओरगोन में होने वाली विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप-2022 के लिए स्थानीय आयोजकों से चर्चा करके नई तारीख की घोषणा करेंगे।"
विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप-2021 का आयोजन अमेरिका के यूजीन में छह से 15 अगस्त तक होना था। लेकिन अब अगले साल टोक्यो ओलंपिक का आयोजन होना है, इसलिए इसे एक साल के लिए आगे बढ़ाने का फैसला किया गया है।
विश्व एथलेटिक्स ने साथ ही कहा कि इसके लिए वह राष्ट्रमंडल खेल महासंघ और यूरोपीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप के आयोजकों से भी बातचीत कर रहे हैं। दोनों टूर्नामेंट का आयोजन 2022 में होने हैं।
FIFA U-17 Women's World Cup is scheduled to be held from November 2 to 21 with matches to be played in Navi Mumbai, Kolkata, Ahmedabad, Bhubaneswar and Guwahati.
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क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने 23 साल लंबे करियर में कई रिकॉर्ड बनाए। कुछ पुराने रिकॉर्ड उन्होंने ध्वस्त किए तो कुछ नए कीर्तिमान रचे। इन्हीं में से एक रिकॉर्ड है सबसे पहले 10 हजार रन पूरे करने का। आज से ठीक 19 साल पहले यानी 31 मार्च 2001 को सचिन तेंदुलकर ने इस मुकाम तक पहुंचने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने थे। सचिन तेंदुलकर ने यह कारनामा इंदौर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए मैच में पूरा किया था।
सचिन तेंदुलकर के बाद कई खिलाड़ियों ने वनडे क्रिकेट में 10 हजार रन पूरे किए, लेकिन सबसे तेज इस मुकाम तक पहुंचने का रिकॉर्ड तब तक सचिन के नाम ही था जब तक विराट कोहली यहां तक नहीं पहुंचे थे।
सचिन तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट में 10 हजार रन पूरे करने के लिए 259 इनिंग लगाई थी जबकि कोहली ने यह मुकाम 205 इनिंग में ही हासिल कर लिया था। सचिन के बाद 14 खिलाड़ियों ने वनडे में 10 हजार रन पूरे किए।
उल्लेखनीय, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस मैच में सचिन तेंदुलकर ने 139 रनों की शानदार पारी खेली थी और इसी पारी के दम पर भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 300 रन का विशाल लक्ष्य रखा था। इस लक्ष्य के आगे पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 35.5 ओवर में 181 रन पर ही सिमट गई और भारत ने यह मैच 118 रनों से जीता था।
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट कप्तान टिम पेन का बटुआ मंगलवार को उनकी कार से चोरी हो गया। उन्होंने होबार्ट में अपने गेराज को जिम बनाने के लिये अपनी कार घर के बाहर खड़ी की थी। उन्होंने एक दिन पहले ही यह काम शुरू किया था और सुबह देखा कि उनकी कार का शीशा टूटा हुआ था।
पेन ने ‘सेन ब्रेकफास्ट’ से कहा, ‘‘मैं घर के गेराज में जिम बनाना चाहता था ताकि मैं अपनी कवर ड्राइव पर काम कर सकूं। इसलिये मैंने अपनी कार गली में खड़ी कर दी थी, सुबह उठकर मैंने एनएबी का संदेश देखा तो पाया कि मेरे क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया गया है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं बाहर गया और देखा कि कार का दरवाजा खुला था और मेरा पर्स और कुछ अन्य चीजें गायब थीं। मैंने अपना खाता देखा तो इससे मैकास से खरीदारी की गयी थी, लगता है कि वह बहुत भूखा था। ’’
दुनिया भर में लॉकडाउन चल रहा है तो पेन अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ समय बिता रहे हैं।
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के कप्तान टिम पेन ने माना कि उनके खिलाड़ियों को कोविड-19 महामारी के चलते वेतन में कटौती को स्वीकार करना होगा और उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए वित्तीय कटौती बहुत छोटी चीज है और वे अपनी ओर से योगदान देन के लिये तैयार हैं। शीर्ष क्रिकेटरों के वेतन में कटौती हो सकती है क्योंकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) पुरूष और महिला राष्ट्रीय टीमों के सालाना अनुबंध देने में देरी कर रहा है।
‘ईएसपीएन क्रिकइंफो’ ने पेन के हवाले से लिखा, ‘‘निश्चित रूप से चर्चायें अगले हफ्ते से शुरू हो जायेंगी। अगर चीजें उसी तरह हुई जैसी फुटबॉल में या अन्य खेलों में हुई हैं तो निश्चित रूप से हमें अपनी ओर से योगदान करना होगा ताकि सुनिश्चित कर सकें कि खेल बना रहे और आने वाले वर्षों में भी अच्छी तरह चलता रहे।’’
पेन ने कहा, ‘‘अगर ऐसा होता है तो मुझे पूरा भरोसा है कि खिलाड़ी ऐसा करना चाहेंगे। लेकिन हमारे खिलाड़ियों को कितना वेतन मिलेगा, इसकी तुलना में दुनिया में इस समय इससे भी बड़े मुद्दे चल रहे हैं। अगर ऐसा होता है तो यह हमारे लिये बहुत छोटी सी चीज है।’’
अगर पेन की टीम जून में बांग्लादेश पर श्रृंखला में 2-0 से जीत हासिल कर पाती तो वह विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में भारत को बॉर्डर-गावस्कर सीरीज से पहले पछाड़ सकती थी लेकिन कोरोना वायरस के संकट से क्रिकेट बंद करना पड़ा है और इस दौरे के भी आगे बढ़ने या रद्द होने की संभावना है।
Joe Root expects his country's cricket board and the player's body to discuss a possible pay cut for him and his teammates "in the coming weeks" due to the COVID-19 pandemic.
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कोरनावायर के कहर से पूरी दुनिया ठप पड़ी है, लेकिन डॉक्टर दिन-रात मेहनत कर मरीजों को ठीक कर रहे हैं। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई टीम के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने मेडिकल स्टाफ के सपोर्ट में अपने बाल मुंडवा लिए है। अपना सिर मुंडवाने के बाद वॉर्नर ने अपने ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथी खिलाड़ी स्टीव स्मिथ और भारत के कप्तान विराट कोहली को ऐसा करने का चैलेंज किया है।
वॉर्नर ने इंस्टाग्राम पर इसका वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा "फ्रंटलाइन पर काम करने वालों के समर्थन में अपना सिर मुंडाने के लिए नामांकित किया गया है # कोविद -19 यहाँ एक समय व्यतीत हो गया है। मुझे लगता है कि मैंने आखिरी बार ऐसा पदार्पण के समय किया था। पसंद आया या नहीं।"
डेविड वॉर्नर के अलावा भी बाकी क्रिकेट अलग-अलग तरह से कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में अपने-अपने देश को सपोर्ट कर रहे हैं। हाल ही में भारतीय टीम के उप कप्तान रोहित शर्मा ने 80 लाख रुपए का दान कर अपना योगदान किया है।
अन्य भारतीय खिलाड़ियों में, पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और बल्लेबाजी के दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने 50-50 लाख रुपये दिए, जबकि विश्व बैडमिंटन चैंपियन पीवी सिंधु ने 10 लाख रुपये का योगदान दिया।
सुरेश रैना और क्रिकेटर से राजनेता बने गौतम गंभीर ने भी क्रमशः 52 और 50 लाख रुपये दिए हैं।
David Warner shared a time-lapse video on Instagram of him shaving his head as a gesture of support to medical staff working amid the coronavirus pandemic.
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दुनियाभर में तेजी से फैल रहे कोरोनावायर के खिलाफ जंग में भरतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने 80 लाख रुपए का योगदान देना का ऐलान किया है। इन 80 लाख रुपए में रोहित 45 लाख प्रधानमंत्री केयर फंट, 25 लाख मुख्यमंत्री रिलीफ फंड, 5 लाख फीडिंग इंडिया और 5 लाख वेलफेयर ऑफ स्ट्रे डॉग्स को दान करने का ऐलान किया है।
ट्विटर पर इस दान की घोषणा करते हुए रोहित शर्मा ने लिखा 'हमें अपने देश को वापस पैरों पर खड़ा करने की जरूरत है। मैं अपना योगदान 45 लाख प्रधानमंत्री केयर फंट, 25 लाख मुख्यमंत्री रिलीफ फंड, 5 लाख फीडिंग इंडिया और 5 लाख वेलफेयर ऑफ स्ट्रे डॉग्स को कर रहा हूं। आइए हम अपने लीडर के पीछे खड़ा होकर उनका सपोर्ट करें।'
वहीं हाल ही में भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण ने महासंघ की ओर से कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री राहत कोष में 11 लाख रूपये देने की घोषणा की है जबकि क्रिकेटर पूनम यादव ने दो लाख रूपये दिये। भारतीय खेल प्राधिकरण के कर्मचारियों ने भी तीन दिन का वेतन दिया है जो करीब 76 लाख रूपये है।
महिला टी20 विश्व कप 2020 में भारत के फाइनल तक पहुंचने के अभियान में अहम भूमिका निभाने वाली पूनम ने दो लाख रूपये दिये हैं। उसने ट्वीट किया ,‘‘मैं प्रधानमंत्री राहत कोष और उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान दे रही हूं। उम्मीद है कि सभी अपना योगदान देंगे। सभी सुरक्षित रहें।’’
I have given my support to the PM-Cares fund and the UP CM relief fund.
This is the only thing we can do in this time of crisis. I hope everyone contributes and we beat the pandemic soon.
इसी जंग में भारत को महिला क्रिकेट खिलाड़ी मिताली राज ने भी अपना नाम जोड़ लिया है। मिताली ने प्रधानमंत्री राहत कोष में 5 लाख रुपये और मुख्यमंत्री राहत कोष में भी 5 लाख रुपये दान किए हैं। तेलंगाना मुख्यमंत्री राहत कोष में उन्होंने यह राशि दान की।
कोरोनावायरस के कहर की वजह से पूरा खेल जगत ठप पड़ा है। जो खिलाड़ी दिन का अधिकर समय अपने खेल की प्रैक्टिस करते हुए बिताते थे आज उन सभी को घर बैठना पड़ रहा है। लेकिन वो कहते हैं ना एक खिलाड़ी ज्यादा समय तक अपने खेल से दूर नहीं रह सकता, वैसा ही कुछ टेनिस दिग्गज रोजर फेडरर के साथ दिखा।
फेडरर ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट की है जिसमें वो टेनिस की ट्रिक को याद करते हुए दिखाई दे रहे हैं। फेडरर ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा 'यह सुनिश्चित करते हुए कि मुझे अभी भी याद है कि ट्रिक शॉट कैसे मारा जाता है।'
कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ने के लिए अधिकतर खिलाड़ी किसी ना किसी रूप से मदद कर रहे हैं। कोई सोशल मीडिया के जरिए जागरुकता फैला रहा है तो कोई पैसा दान कर रहा है। इसी कड़ी में स्विजरलैंड के स्टार खिलाड़ी रोजर फेडरर ने 10 लाख डालर दान किये थे।
20 बार के ग्रैंडस्लैम चैंपियन और उनकी पत्नी ने इस संकट से निबटने के लिये दस लाख स्विस फ्रैंक (लगभग दस लाख 20 हजार डालर) की धनराशि दी थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूटीओ) के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार विश्व में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या के लिहाज से स्विट्जरलैंड नौवें नंबर पर है।
आज ही के दिन ठीक 4 साल पहले वेस्टइंडीज की टीम ने टी20 वर्ल्ड कप 2016 में भारत को सेमीफाइनल में 7 विकेट से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया था। इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज के सामने 193 रनों का लक्ष्य रखा था जिसे उन्होंने 7 विकेट और 2 गेंदें शेष रहते चेज कर लिया था। इस मैच के बाद उस समय भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने रिटायरमेंट के सवाल पर एक ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार को ट्रोल कर दिया था।
दरअसल, मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार सैमुअल फेरिस ने धोनी से पूछा कि क्या 34 साल की उम्र में वर्ल्ड टी-20 सेमीफाइनल में भारत के हारने के बाद वह आगे खेलना चाहते हैं?
पहले तो धोनी ने सैमुअल को इस सवाल को दोहराने को कहा और फिर बाद में उन्होंने सैमुअल को अपने पास बुलाया और कहा आईए कुछ फन करते हैं।
धोनी ने सैमुअल से पूछा 'क्या आप चाहते हैं मैं रिटायर हो जाऊं?
जवाब में फेरिस ने कहा, 'नहीं, मैं यह नहीं चाहता। मैं यह आपसे पूछना चाहता हूं।'
इसके बाद धोनी ने कहा, 'मुझे लगा कि यह कोई भारतीय पत्रकार है, क्योंकि मैं आपसे तो पूछ नहीं सकता कि क्या आपका बेटा या भाई है जो विकेटकीपर है। क्या मुझे भागता देखकर आपको लगता है कि मैं अनफिट हूं?
फेरिस ने कहा, नहीं, आप बहुत तेज भागते हैं।'
फिर धोनी ने पूछा, 'क्या आपको लगता है कि मैं 2019 वर्ल्ड कप में खेल सकता हू?'
इस पर फेरिस ने जवाब दिया, 'हां आपको खेलना चाहिए।' इसके बाद कैप्टन कूल ने कहा, 'आपने मेरे सवाल का जवाब दे दिया।'
उल्लेखनीय है, इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए विराट कोहली की 47 गेंदों पर 89 रनों की पारी के दम पर इतना बड़ा स्कोर खड़ा किया था। कोहली के अलावा रोहित शर्मा ने 43 और अजिंक्या रहाणे ने 40 रन की पारी खेली थी।
193 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरे वेस्टइंडीज की टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, उनके दो विकेट 19 रन पर ही गिर गए थे। लेकिन इसके बाद चार्ल्स (52) और समिंस (82*) ने पारी को संभाला और अंत में आंद्रे रसेल ने 20 गेंदों पर 43 रनों की आतिशी पारी खेलेकर अपनी टीम को मैच जिताया।.
The Premier League campaign has been postponed until at least April 30 because of the coronavirus pandemic, but the chances of a return in May look bleak.
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नई दिल्ली। भारतीय ओलंपिक संघ ने सोमवार को सभी राष्ट्रीय खेल महासंघों से टोक्यो ओलंपिक की नई तारीखें आने के बाद अभ्यास कार्यक्रम तैयार करने को कहा है। कोरोना वायरस महामारी के कारण एक साल के लिये स्थगित हुए तोक्यो ओलंपिक अब अगले साल 23 जुलाई से होंगे।
आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने एक विज्ञप्ति में कहा ,‘‘सभी ओलंपिक खेल राष्ट्रीय महासंघों से अनुरोध है कि वे तोक्यो ओलंपिक 2021 और पेरिस ओलंपिक 2024 की तैयारियों की योजना का खाका तैयार करना शुरू करे ।’’
आईओए महासचिव राजीव मेहता ले कहा ,‘‘ भारतीय ओलंपिक संघ और राष्ट्रीय खेल महासंघ तोक्यो ओलंपिक की नयी तारीखों का स्वागत करते हैं।’’
बत्रा आईओसी सदस्य होने के साथ अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के अध्यक्ष भी हैं।
In a statement posted, USA Rugby said it had filed for Chapter 11 bankruptcy, which allows financially struggling organizations to reorganize and restructure debt.
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मैड्रिड। कोविड-19 जैसी महामारी से लड़ने के लिए खेल जगत भी पूरी तरह से अपना सहयोग दे रहा है। अभी तक खबरें आ रही थी कि खिलाड़ी कोरोनावायरस से लड़ने के लिए राज्य एवं केंद्र सरकार को पैसा दान कर रहे हैं, लेकिन अब बार्सिलोना के कप्तान लियोनेल मेसी ने पुष्टि की है कि उनके खिलाड़ी वेतन में 70 प्रतिशत कटौती से वित्तीय योगदान करेंगे ताकि सुनिश्चित हो कि क्लब के अन्य कर्मचारियों को स्पेन में इस मुश्किल स्थिति में पूरा वेतन दिया जाये।
अपने इंस्टाग्राम पर लंबे संदेश में मेसी ने बार्सीलोना क्लब के बोर्ड की आलोचना भी की। देश अभी कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है। स्पेन के अन्य क्लबों ने भी अस्थायी रूप से वेतन में कटौती की है।
मेसी ने लिखा, ‘‘यह घोषणा करने का समय आ गया कि हमारी ओर से भी राज्य में उत्पन्न हुई आपात स्थिति के दौरान वेतन में से 70 प्रतिशत की कटौती की जायेगी, हम भी योगदान करेंगे ताकि क्लब के कर्मचारियों को इन हालात में अपना पूरा वेतन मिल सके।’’
उन्होंने साथ ही कहा, ‘‘हम साथ ही स्पष्ट करना चाहते हैं कि हमारी इच्छा थी कि कि हम अपने वेतन का हिस्सा दें क्योंकि हम पूरी तरह समझते हैं कि यह बहुत मुश्किल स्थिति है और हमने हमेशा क्लब की मदद की है, जब भी हमसे पूछा गया है।’’
उन्होंने लिखा, ‘‘कभी कभार हमने खुद ही ऐसा किया है, जब हमें लगा कि यह जरूरी और अहम है। इसलिये यह कोई हैरानी की बात नहीं है कि क्लब में कुछ लोग हमें परखने के लये दबाव डालने की कोशिश कर रहे थे जबकि हम हमेशा जानते थे कि हम ऐसा करेंगे।’’
जल्द ही मेस्सी का संदेश बार्सीलोना के साथियों ने पोस्ट कर दिया जिसमें गेरार्ड पिके, सर्गियो बास्केट, लुई सुआरेज, जोर्डी एल्बा, एंटोइन ग्रिजमान, फ्रेंकी डि जोंग, आर्टुरो विडाल और मार्क-आंद्रे टर स्टेगन ने पोस्ट कर दिया। पिछले कुछ महीनों से खिलाड़ियों और क्लब के अधिकारियों के बीच तनाव चल रहा है।
मिंस्क। कोरोनावायरस महामारी के कारण एक तरफ जहां एक तरफ पूरी दुनिया में खेल गतिविधियां ठप पड़ी हुई हैं, वहीं बेलारूस प्रीमियर लीग फुटबॉल टूर्नामेंट अब भी जारी हैं जिसे देखने के लिए दर्शक भी बड़ी संख्या में स्टेडियम पहुंच रहे हैं। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, बेलारूस प्रीमियर लीग, विदेशी फैन्स का भी ध्यान अपनी ओर खींच रही है और मौजूदा समय में यह यूरोप का एकमात्र टूर्नामेंट हैं जो कि चल रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, डर्बी में इस धरती पर एकमात्र आधिकारिक फुटबॉल मैच था। शनिवार को पूर्वी यूरोपियन कंटी में करीब छह टॉप मैच देखने को मिले और इनमें एफसी मिंस्क और डायनेमा मिंस्क के बीच खेला गया मैच भी शामिल था, जिसमें करीब 3000 दर्शक पहुंचे थे।
बेलारूस फुटब\ल महासंघ के प्रवक्ता अलेक्सांद्र एलेनिक ने कहा कि मैचों को जारी रखने के लिए सावधानी बरती जा रही है।
उन्होंने कहा, "हमने खेल मंत्रालय द्वारा सुझाए गए सभी उपाय किए हैं। सभी जो प्रशंसकों के संपर्क में हैं, उन्हें दस्ताने आपूर्ति की जाती है।"
इस बीच, बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंदर लुकाशेंको ने बीमारी से निपटने के लिए अपने नागरिकों को वोदका पीने का सुझाव दिया है और कहा है कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है।
बेलारूस में कोरोनावायरस के अब तक 100 से भी कम मामले सामने आए हैं और अब तक यहां एक भी मौत नहीं हुई है।
रियो डी जनेरियो। फ्रांस के फुटबॉल क्लब पेरिस सेंट जर्मेन के लिए खेलने वाले नेमार ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के उल्लंघन की बात को नकारा है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, ब्राजील के इस स्टार खिलाड़ी ने सोशल मीडिया पर मांगराटिब की फोटो पोस्ट की थी जिसमें वे कुछ लोगों के साथ नजर आ रहे हैं। इस फोटो के सामने आने के बाद नेमार की काफी आलोचना की गई थी।
नेमार के मैनेजमेंट ग्रुप ने एक बयान जारी कर कहा, "नेमार जूनियर का जो फोटो है उसमें वे उन लोगों के साथ हैं जो पेरिस से ब्राजील आ रहे थे और उन्हें एकांतवास में रखा गया था।"
बयान के मुताबिक, "नेमार ने अपना घर खोल रखा है, ताकि वे लोग अपने परिवार से मिलने से पहले 14 दिन यहां बिता सकें। यह घर एकांतवास के नियमों का पालन करता है और पूरी तरह से अलग-थलग है।"
कोरोनावायरस के कारण पीसीएजी ने नेमार को अपने देश लौटने की इजाजत दे दी थी।
मुंबई। घरेलू क्रिकेट में एकदिवसीय प्रारुप में शानदार लय में चल रहे मुंबई के बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव कोविड-19 महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के कारण शारीरिक रुप से अपने घर पर जरूर है लेकिन मानसिक तौर वह वानखेड़े स्टेडियम में है।
कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण अगर देश भर में लॉकडाउन नहीं होता तो रविवार को वानखेड़े के मैदान में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का पहला मैच मुंबई इंडियन्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेला गया होता।
कोविड-19 के कारण आईपीएल को 15 अप्रैल तक टाला गया है लेकिन सरकार के द्वारा घोषित 21 दिन के लॉकडाउन के कारण इसके रद्द होने की संभावना अधिक है। यादव ने वानखेड़े मैदान और अपने घर में रहने की तस्वीर को साझा करते हुए ट्वीट किया,‘‘ मानसिक रूप से वानखेड़े स्टेडियम में हूं। शारीरिक रूप से घर में हूं। यह समय भी गुजर जाएगा।’’
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई में सोमवार को पूरा सहयोग और योगदान करने का वादा किया। आईओए ने कहा कि उसकी सदस्य राष्ट्रीय महासंघ और राज्य मान्यता प्राप्त इकाईयां भी मदद को आगे आयेंगी।
आईओए महासचिव राजीव मेहता ने संस्था के ट्विटर हैंडल पर बयान में लिखा, ‘‘हम इस लड़ाई में उन सभी के आभारी हैं जो अपनी जान जोखिम में डालकर इस महामारी से लड़ने में जुटे हैं। ’’
एक अन्य ट्वीट में आईओए ने कहा कि साइकिलिंग महासंघ और भारतीय गोल्फ संघ ने पहले ही वित्तीय मदद का वादा कर दिया है।
आईओए ने ट्वीट किया, ‘‘भारतीय साइकिलिंग महासंघ के चेयरमैन ओंकार सिंह कोविड-19 से पैदा हुए संकट से देश की लड़ाई में महासंघ की ओर से एक लाख रूपये का योगदान करना चाहते हैं। ’’
इसके अनुसार, ‘‘कोविड-19 महामारी की लड़ाई के लिये भारतीय गोल्फ संघ के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल डी अंबु (सेवानिवृत्त्) ने संघ की ओर से 10 लाख रूपये दान में दिये हैं। ’’
मेहता ने लिखा, ‘‘भारतीय ओलंपिक संघ और इसकी सदस्य राष्ट्रीय खेल महासंघ और राज्य ओलंपिक संघ देश की इस संकट के खिलाफ लड़ाई में सहयोग देने का वादा करते हैं। ’’
लंदन। इंग्लैंड फुटबॉल टीम के कप्तान हैरी केन ने कहा है कि अगर प्रीमियर लीग जून तक पूरी नहीं हो पाती है तो इसे रद्द कर देना चाहिए। कोरोनावायरस के कारण प्रीमियर लीग के मैच अभी नहीं खेले जा रहे हैं। कोरोनावायरस के कारण इंग्लैंड में सभी फुटबाल मैच 30 अप्रैल तक स्थगित क दिए गए हैं।
बीबीसी की रिपोट के मुताबिक केन ने कहा, "मुझे पता है कि सीजन खत्म करने के लिए लिए प्रीमियर लीग जो बन सकता है, उसे वह करेगी।"
उन्होंने कहा, "एक समय होता है जब सारी हद खत्म हो जाती है और मेरे लिए वह हद जून है।"
इससे पहले टॉटनेहम स्पर के पूर्व खिलाड़ी जैमी रेडनैप ने इंस्टाग्राम पर कहा था कि, "जुलाई-अगस्त में खेलना और अगले सीजन के आगे बढ़ा देना मुझे इसमें ज्यादा फायदा नजर नहीं आता है।"
अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ (आईटीटीएफ) ने कोविड-19 महामारी के कारण 30 जून तक उन सभी प्रतियोगिताओं को निलंबित कर दिया जिसमें अंतरराष्ट्रीय यात्रा की जरूरत थी।
आईटीटीएफ की कार्यकारी समिति ने कोरोना वायरस के प्रकोप को लेकर रविवार को अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस कार्यक्रम पर पड़ने वाले प्रभावों की चर्चा की।
आईटीटीएफ ने कहा, ‘‘ कोविड-19 महामारी और तोक्यो 2020 ओलंपिक एवं पैरालंपिक खेलों के स्थगन के कारण जारी अनिश्चितता को देखते हुए आईटीटीएफ की कार्यकारी समिति इस निर्णय पर पहुंची है कि 30 जून तक जिन टूर्नामेंटों में अंतरराष्ट्रीय यात्रा की जरूरत है उसे निलंबित किया जाता है।’’
आईटीटीएफ ने इसके साथ ही मार्च 2020 की रैंकिंग सूची को बंद (फ्रीज) करने का फैसला किया है।
कोरोना वायरस से प्रकोप के कारण ठप्प पड़ चुके खेल आयोजनों के बीच उत्तरपूर्व के राज्य मणिपुर से एक अच्छी खबर आई है। मणिपुर देश का पहला राज्य बन गया है जिसके पास ट्रांसजेंडर फुटबॉल टीम है। इस फुटबॉल टीम के बनने के बाद उन लोगों में एक उम्मीद की किरण जगी है जिन्हें लिंग के आधार अपने पसंदीदा खेल में भाग नहीं नहीं लेने दिया जाता है।
इस टीम को मणिपुर की एक एनजीओ के द्वारा बनाया गया है जिसका नाम या-ऑल है। इसमें कुल 14 ट्रांसजेंडर खिलाड़ी है। इस टीम में अधिकतर स्कूल और कॉलेज जाने वाले ट्रांसजेंडर शामिल है।
Manipur’s first all transgender football team play friendly match
The football team with 15 transmen players was set up under the aegis of Ya All, a youth led non-profit organisation based in Manipur.
— Imphal Free Press (@ImphalFreePress) March 8, 2020
या-ऑल एनजीओ की शुरुआत साल 2017 में हुई थी जिसे LGBTQ समुदाय के लोग चलाते हैं। इसका मकसद मणिपुर में रह रहे समलैंगिक लोगों के लिए एक स्वस्थ और सुरक्षित माहौल तैयार करना है।
इस फुटबॉल टीम के 22 वर्षीय उप कप्तान और स्ट्राइकर चाकी हुइड्रोम ने कहा, "मैं अपनी तरह की इस टीम का हिस्सा होने से उत्साहित हूं और मुझे इस बाद की खुशी है कि देश की यह पहली ट्रांसजेंडर फुटबॉल टीम है।''
तेज गेंदबाज उमेश यादव भारतीय क्रिकेट टीम से लगातार अंदर बाहर होते रहे हैं। हालांकि इसके बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी और लगातार सकारात्मक सोच के साथ टीम में वापसी के लिए खुद को तैयार किया। इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में उमेश ने बताया कि कैसे वह टीम से बाहर होने के बाद वापसी के लिए तैयारी करते हैं।
उमेश ने कहा, ''टीम से बाहर होने के बाद खराब जरूर लगता है लेकिन इस समय आपको नकारात्मक नहीं होना चाहिए। अगर आप नकारात्मक हो गए तो आपको टीम में वापसी की प्ररेणा ही नहीं मिलेगी। ऐसे में खुद को सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ाते रहना चाहिए।''
उन्होंने कहा, ''मौजूदा समय में भारतीय टीम में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार शानदार प्रदर्शन करे हैं और ऐसे में आप टीम से बाहर होने के बाद अधिक शिकायत नहीं कर सकते हैं।''
उमेश यादव की पहचान भारतीय टीम में एक स्विंग गेंदबाज के रूप में है और वह लाल और सफेद दोनों ही गेंद से टीम को शुरुआती विकेट दिलाने की
क्षमता रखते हैं।
लिमिटेड फॉर्मेट को लेकर उमेश का कहना है कि वह लाल और सफेद गेंद में अंतर करना नहीं जानते हैं। उन्हें बस इतना पता है कि मैं स्विंग करा सकता हूं और टीम के लिए सफेद गेंद से भी विकेट निकाल सकता हूं।
इसके अलावा उन्होंने चयनकर्ताओं के खिलाफ अपनी नाराजगी जताते हुए कहा, ''कभी-कभी मुझे ऐसा लगता है कि लिमिटेड ओवर्स में चयनकर्ता मेरा सही इस्तेमाल नहीं करते हैं। इस फॉर्मेट में एक-दो मैच में मौका मिलता है फिर छह महीने के लिए टीम से बाहर। यह किसी के लिए भी मुश्किल हो जाता है।''
उन्होंने कहा, ''इस तरह से आपका करियर कभी स्थिर नहीं रहता। हमेशा ऊपर और नीचे होता है। ऐसा मेरा साथ साल 2015 विश्व के दौरान भी हुआ था टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद मुझे टीम से बाहर कर दिया गया।''
उमेश यादव भारत के लिए 46 टेस्ट, 75 वनडे और 7 टी20 मैच खेले चुके हैं। वह न्यूजीलैंड दौरे पर भाारत की टेस्ट टीम का हिस्सा थे। वहीं वह 2018 के बाद से वनडे टीम से बाहर हैं। उन्होंने भारत ने अपना पिछला टी20 मैच पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था।
भारतीय शूटर मनु भाकर ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में हरियाणा सरकार की मदद करते हुए एक लाख रुपए दान किए है। हरियाणा कोरोनावायरस रिलीफ फंड में दान देते के बाद भाकर ने लोगों से भी आगे आकर मदद करने की अपील की है।
मनु भाकर ने ट्वीट करते लुए लिखा- ''यह वह समय है जब सिर्फ़ देश के लोगों का जीवन मायने रखता है और उनको बचाने के लिए हम सबको जो कर सकें करना होगा।मैं अपनी बचत से Haryana Corona CARES फंड में 1 लाख रुपये का योगदान करती हूं।''
इसके साथ ही मनु ने लिखा- ''आशा करती हूं कि आप सब भी अपनी तरफ़ से कुछ ना कुछ योगदान करके आपदा की इस घड़ी में देश का साथ दें।''
यह वह समय है जब सिर्फ़ देश के लोगों का जीवन मायने रखता है और उनको बचाने के लिए हम सबको जो कर सकें करना होगा।मैं अपनीबचतसे Haryana Corona CARES फंड में 1 लाख रुपये का योगदान करती हूं और आशा करती हूँ की आप सब भी अपनी तरफ़ से कुछ ना कुछ योगदान करके आपदा की इस घड़ी में देश का साथ दें pic.twitter.com/gPxOW9SD5E
उल्लेखनीय है, मनुभाकर के अलावा भी कई एथलीट्स ने आगे आकर मदद की है। हिमा दास ने जहां अपने एक महीने का वेतन असम सरकार को दान करने का ऐलान किया है वहीं शटलर पीवी सिंधू ने 5-5 लाख रुपए तेलांगना और आंद्र प्रदेश सरकार को दान किए है।
वहीं बजरंग पुनिया ने अपने 6 महीने का वेतन राज्य सरकार को दान करने का ऐलान किया था।
कोरोना वायरस के खिलाफ जारी देशव्यापी लड़ाई में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और उनकी अनुष्का शर्मा मदद के लिए आगे आए हैं। विराट कोहली ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री राहत कोष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री राहत में दान किया है। हालांकि कोहली ने अपने मदद की राशि का खुलासा नहीं किया।
Anushka and I are pledging our support towards PM-CARES Fund & the Chief Minister's Relief Fund (Maharashtra). Our hearts are breaking looking at the suffering of so many & we hope our contribution, in some way, helps easing the pain of our fellow citizens #IndiaFightsCorona
आपको बता दें कि बीसीसीआई पॉलिसी के मुताबिक सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से जुड़ा कोई भी क्रिकेटर अपनी दान की राशि का खुलासा नहीं कर सकता है। इससे पहले ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन भी प्रधानमंत्री राहत कोष में दिए अपनी दान की राशि को नहीं बताया था जिसके कारण उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया गया था।
Hi everyone remember to stay indoors & take care of your family and yourself. I have done my bit and contributed to Prime Minister @narendramodi Ji's National Relief Fund - https://t.co/39srdIyFGB
Encouraging all of you to help, so that together we can make a difference 🙏 pic.twitter.com/9XZ0dEEAii
वहीं बीसीसीआई ने इस मुश्किल हालात में प्रधानमंत्री राहत कोष में 51 करोड़ रुपए देने का एलान कर चुकी है। इसके अलावा पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने 50 लाख रुपए दान दिए हैं।
इस लिस्ट में सुरेश रैना, ईशान किशन, अजिंक्य रहाणे और सौरव तिवारी जैसे खिलाड़ियों का नाम भी शामिल है जिन्होंने कोरोना वारयस के खिलाफ जारी जंग में मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।
टेस्ट क्रिकेट में नई गेंद को खेलना इतना आसान नहीं हो, लेकिन इस काम को आसान भारतीय पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने करके दिखाया। सहवाग नई गेंद का सामना भी काफी आक्रामकर होकर करते थे। सहवग से इस अंदाज से काफी सलामी बल्लेबाजों ने सीखा और आज ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर भी कहते हैं कि वह बतौर सलामी बल्लेबाज अगर इतना आक्रामकर होकर खेल पाते हैं तो वो सहवाग की बदौलत है।
लेकिन पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम का मानना है कि सहवाग से पहले एक पाकिस्तानी बल्लेबाज था जिसने सलामी बल्लेबाजों का माइंट सेट चेंज करने में मदद की थी। वसीम अकरम ने अफ्रीदी से यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा "टेस्ट क्रिकेट में सहवाग को काफी देर से आए थे, लेकिन 1999-20 में शाहिद अफ्रीदी ने सलामी बल्लेबाजों का नजरिया बदलना शुरू कर दिया था। अगर मैं भी गेंदबाज होता तो मुझे भी लगता कि मैं इसे आउट तो कर सकता हूं, लेकिन ये मुझे चौके-छक्के भी जरूर लगाएगा। वह कमजोर गेंदों को छक्का मारने में भी सक्षम था।"
अफरीदी ने 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में एक सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी शुरुआत की थी। लेकिन इस बल्लेबाज ने 1999-2000 में भारत के पाकिस्तान दौरे में टेस्ट बल्लेबाज के रूप में अपना नाम बनाया। अकरम ने खुलासा किया कि अफरीदी 1999 में पाकिस्तान के उस दौरे का हिस्सा नहीं था, लेकिन उन्होंने चयनकर्ताओं के खिलाफ जाकर इमरान खान के सुझाव पर भरोसा किया।
अकरम ने आगे कहा "दौरे के चयन से पहले मैंने इमरान खान को फोन किया। मैंने उनसे कहा कप्तान मैं शाहिद अफरीदी को दौरे पर ले जाना चाहता हूं लेकिन कुछ चयनकर्ता इसके खिलाफ थे। उन्होंने मुझसे कहा, 'आपको निश्चित रूप से उन्हें ले जाना चाहिए, वह 1-2 टेस्ट मैच जीतेंगे और उन्हें बल्लेबाजी करने के लिए प्रेरित करेंगे।' मैंने इमरान के साथ कभी टूर से पहले तो कभी टूर के दौरान चर्चाा की और उनके सुझाव हमेशा काम आते हैं।"
अफरीदी पहले ही मैच में अकरम के भरोसे पर खड़े हुए और उन्होंने चेन्नई टेस्ट मैच में 141 रनों की धमाकेदार पारी खेलते हुए अपना पहला टेस्ट शतक जड़ा और पाकिस्तान को सीरीज में 1-0 की बढ़त भी दिलाई। उस पारी को याद करते हुए अकरम ने कहा "चेन्नई की पिच पर अफरीदी लाजवाब बल्लेबाजी कर रहा था और वो आगे बढ़-बढ़ कर कुंबले और जोशी को छक्के लगा रहा था।" पाकिस्तान ने यह सीरीज 2-1 से जीती थी।
कोरोना वायरस महामारी के कारण इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड टीम के खिलाड़ियों के वेतन में कटौती कर सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक इस वायरस के प्रकोप से ब्रिटेन की अर्थव्यस्था बुरी तरह से प्रभावित जिसके कारण यह फैसला लिया गया है। पूरी दुनिया में अबतक लगभग 6 लाख से भी अधिक लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं जबकि 30 हजार से अधिक की संख्या में लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
इस कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण इंग्लैंड क्रिकेट टीम श्रीलंका दौरे से बिना कोई मैच खेले ही वापस अपने देश लौट आई थी जबकि बोर्ड ने इस साल मई के अंत तक देश सभी तरह पेशेवर क्रिकेट को निलंबित कर दिया है।
इसके अलावा इसी साल जून में वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के साथ टेस्ट सीरीज जबकि अगस्त में खेले जाने वाले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज पर भी स्थगित होने का खतरा मंडरा रहा है।
ऐसे में लगातार स्थगित हो रहे सीरीज के कारण इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड को आर्थिक रूप से भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है जिसकी वजह से खिलाड़ियों के बेतन में कटौती की जा सकती है।
इंग्लैंड के लिए तीनों फॉर्मेट में खेलने वाले जो रूट, बेन स्टोक्स और जोस बटलर जैसे खिलाड़ियों के वेतन में 2 लाख पाउंड की कटौती की जाने की संभावना है।
हालांकि ईसीबी ने कहा है कि वह पूरी कोशिश में कि मई के बाद के देश में होने वाले घेरलू सीरीज का आयोजन किया जाए।
बैंकिग प्रणाली में आर्थिक लेन देन से जुड़ी वीजा कंपनी ने ओलंपिक में अपने स्पॉन्सरशिप को एक साल के लिए बढ़ाने का एलान किया है। वीजा ने यह फैसला कोरोना वायरस के कारण तोक्यो ओलंपिक के एक साल के लिए स्थगित होने के बाद यह फैसला लिया है।
क्रेडिट कार्ड दिग्गज की टीम वीज़ा कुल 27 खेलों में स्पॉन्सर करती है जिसमें 96 एथलीट शामिल हैं। इस लिस्ट फ़ुटबॉल स्टार मेगन रापीनो, जिमनास्ट सिमोन बाइल्स रियो डी जनेरियो खेलों में स्वर्ण पदक विजेता और 800 मीटर ओलंपिक चैंपियन के गत विजेता डेविड रुदिशा है।
इ संबंध में शुक्रवार को एथलीटों से संपर्क किया गया था ताकि वीज़ा के साथ उनकी प्रायोजन शर्तों को विस्तारित करने का विकल्प दिया जा सके। आईओसी द्वारा पिछले सप्ताह एक साल की ओलंपिक में अभूतपूर्व देरी के बाद इस तरह के प्रायोजन समर्थन को बढ़ाने के लिए एक प्रमुख प्रायोजक द्वारा यह पहली स्पष्ट प्रतिबद्धता है।
वीज़ा के मुख्य ब्रांड और नवाचार विपणन अधिकारी क्रिस कर्टिन ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया "हमने टीम वीज़ा एथलीटों के अपने रोस्टर के पीछे खड़े होने और यह सुनिश्चित करने के लिए चुना कि वे सकारात्मक रूप से जानते हैं कि हम ऐसा करने की योजना बना रहे थे और हम 2021 में उनके साथ अपने संबंधों को बढ़ाने की पेशकश करने जा रहे थे।"
उन्होंने आगे कहा "वे सभी के साथ काम कर रहे हैं कि वे अपने प्रशिक्षण कार्यक्रम, अनुशासन और उसी समय पर ध्यान केंद्रित करते हैं जब वे अपने परिवार और अपने प्रियजनों के साथ हो रहे व्यवहार पर ध्यान केंद्रित करते हैं। एक चीज जो हम वीज़ा के रूप में लेना चाहते थे वह थी अस्पष्टता के संभावित बिंदु और शायद उनकी प्लेटों की चिंता है, क्योंकि कोई भी नहीं होना चाहिए।"
भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के चिर-प्रतिद्वंदी है। इन दोनों टीमों का मैच देखने फैन्स भारी तादाद में मैदान पर पहुंचते हैं। हालांकि राजनीतिक कारणों की वजह से अब यह दोनों टीमें सिर्फ आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट में ही एक दूसरे का सामना करती है। आईसीसी टूर्नामेंट में पाकिस्तान का रिकॉर्ड भारत के आगे काफी खराब रहा है। पाकिस्तान अधिकतर बार इन बड़े टूर्नामेंट में भारत से हार का सामना ही करता है। ऐसा ही कुछ वर्ल्ड कप 2011 के सेमीफाइनल मैच में हुआ था जब भारत ने पाकिस्तान को 29 रनों से मात दी थी।
वर्ल्ड कप 2011 भारत में खेला गया था। इस टूर्नामेंट का दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच मोहाली में खेला गया। इस मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में 9 विकेट के नुकासन पर 260 रन बनाए। भारत की ओर से सचिन तेंदुलकर ने 115 गेंदों पर 85 रनों की लाजवाब पारी खेली जिसके दम पर भारत यह स्कोर खड़ा करने में कामयाब रहा। सचिन के अलावा कोई भी खिलाड़ी अर्धशतक लगाने में कामयाब नहीं रहा।
पाकिस्तान को 300 गेंदों पर 261 रनों की जरूरत थी, लेकिन उन्हें यह लक्ष्य भी आसान नहीं लग रहा था। एक तो यह वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मैच था और दूसरा सामने भारतीय टीम थी।
261 रनों का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने सधी हुई शुरुआत तो की, लेकिन उनके सभी बल्लेबाज विकेट ना खोने के प्रयास में ज्यादा से ज्यादा गेंद खेल रहे हैं। पाकिस्तान को पहला झटका 9वें ओवर की आखिरी गेंद पर लगा जब पाकिस्तान का स्कोर 44 रन था।
इसके बाद छोटे-छोटे अंतराल में पाकिस्तान के विकेट गिरते रहे और खिलाड़ी विकेट बचाने के प्रयास में गेंदें खेलते रहे। एक समय ऐसा आ गया था जब पाकिस्तान ने 33वें ओवर तक मात्र 144 ही रन बनाए थे और उनके 5 खिलाड़ी प्वेलियन लौट गए थे। पाकिस्तान को आखिरी 17 ओवर में 117 रनों की जरूरत थी।
रनों के इस बोझ के तले पाकिस्तान की पूरी टीम आ गई और वह पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल पाई। पाकिस्तान की पूरी टीम 49.5 ओवर में 231 रन पर ही सिमट गई। भारत के लिए जहीर खान, आशीष नेहरा, मुनाफ पटेल, हरभजन सिंह और युवराज सिंह, सभी ने दो-दो विकेट लिए।
इस तरह मैन ऑफ द मैच रहे सचिन तेंदुलकर की लाजवाब पारी के दम पर भारत यह मैच 29 रनों से जीता और फाइनल में श्रीलंका के साथ प्रवेश किया।
दो बार के ओलंपिक चैम्पियन कोबे ब्रायंट के तोलिये का हाल ही में ऑनलाइन ऑक्शन हुआ, इस ऑक्शन में यह तोलिया 33 हजार डॉलर यानी की लगभग 25 लाख रुपए का बिका। सीएनएन के अनुसार यह वही तोलिया है जिसे कोबे ने अपने आखिरी एनबीए मैच के दौरान इस्तेमाल किया था।
बताया जाता है कि आखिरी मैच के दौरान जब ब्रायंट अपने ही अंदाज में मांबा आउट बोलेकर कोट को छोड़कर बाहर निकल रहे थे तब एक फैन ने उनसे ये तोलिया ले लिया। तब से इस तोलिये की बोली लग रही है।
13 अप्रैल, 2016 को खेल के दो टिकटों के साथ रविवार को तौलिया के लिए विजेता बोली - $ 33,077.16 थी। उस रात उटाह जैज पर लेकर्स की 101-96 की जीत में ब्रायंट ने 60 अंक का योगदान दिया था
आइकॉनिक नीलामी के अध्यक्ष जेफ वुल्फ ने सीएनएन को बताया कि खरीदार को दुनिया भर में लेकर्स के यादगार संग्रह का सबसे बड़ा संग्रह होने के लिए जाना जाता है।
वुल्फ ने कहा "वह एक समर्पित लेकर्स प्रशंसक है उनकी दीर्घकालिक योजना दक्षिणी कैलिफोर्निया में एक संग्रहालय बनाने की है।"
The towel, which Kobe Bryant used during his farewell speech, ended up in the hands of a fan and was then sold several times before the latest online auction.
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Despite the coronavirus pandemic, a US third-level women's golf tour is playing through, aided by a ruling declaring Arizona courses as essential businesses.
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आईपीएल का 13वां संस्करण कल यानी 29 मार्च 2020 से खेला जाना था, लेकिन दुनियाभर में फैले कोरोनावायरस के प्रकोप को देखते हुए अब इस टूर्नामेंट को 15 अप्रैल तक के लिए स्थगति कर दिया गया है। जिस तरह यह महामारी हर जगह अपने पैर पसार रही है उसे देखकर लग नहीं रहा कि इस साल आईपीएल का आयोजन हो पाएगा।
ऐसे में अब हर कोई आईपीएल की अब तक की बेस्ट प्लेइंग इलेवन पर चर्चा कर रहा है। इसी कड़ी में अब भारतीय टेस्ट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने अपनी ऑल टाइम बेस्ट प्लेइंग इलेवन चुकी है। इस प्लेइंग इलेवन में उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी को विकेटकीपिंग और कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी है, वहीं रवींद्र जडेजा को 12वें खिलाड़ी के रूप में चुना है।
जाफर की प्लेइंग इलेवन के अनुसार सलामी बल्लेबाजी की कमान क्रिस गेल और रोहित शर्मा के कंधों पर होगी और तीसरे नंबर पर मिस्टर आईपीएल के नाम से मशहूर सुरेश रैना आएंगे। चौथे नंबर पर जाफर ने कोहली, पांचवे पर धोनी को चुना है। फिनिशर के रूप में उन्होंने आंद्रे रसेल और हार्दिक पांड्या को जगह दी है।
बात गेंदबाजी आक्रमण की करें तो पांड्या और रसेल को छोड़कर जाफीर ने दो स्पिनर और दो तेज गेंदबाज चुने है। स्पिन गेंदबाजी की कमान राशिद खान और अश्विन के कंधों पर होगी, वहीं तेज गेंदबाजों के रूप में उन्होंने जसप्रीत बुमराह और लासिथ मलिंगा को चुना है।
लिस्बन। पुर्तगाल के स्टार फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो और उनके मैनेजर जॉर्ज मेंडिस कोरोनावायरस की लड़ाई में अपना योगदान देने के लिए मेडीरा स्वास्थ्य विभाग को पांच वेंटिलेटर्स दान करेंगे। लुसा समचार एजेंसी ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मेडीरा स्वास्थ्य विभाग को कोविड-19 से लड़ने के लिए उपकरण दान प्राप्त होगा। ये दान मेडीरन फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो और बिजनेसमैन जॉर्ज मेंडिस की ओर से मुहैया कराया जाएगा। वे पांच वेंटिलेर्स मुहैया कराएंगे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ये पांच वेंटिलेटर्स मिलने से स्वास्थ्य विभाग के पास कुल 99 वेंटिलेटर्स हो जाएंगे।
पुर्तगाल के स्वास्थ्य निदेशालय की रिपोर्ट के अनुसार, देश में कोरोनावायरस के अब तक 902 मामले सामने आ चुके हैं जबकि करीब 100 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस महीने के शुरू में महिला टी20 विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली 16 वर्षीय ऋचा घोष ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिये बंगाल मुख्यमंत्री राहत कोष में एक लाख रूपये दान में दिये। बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) ने कहा कि ऋचा के पिता मानाबेंद्रा घोष शनिवार को चेक देने लिये सिलिगुड़ी जिला मजिस्ट्रेट सुमंत सहाय के निवास पर गये।
टी20 विश्व कप में फाइनल सहित दो मैच खेलने वाली ऋचा ने कहा, ‘‘जब हर कोई कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में जुटा है और मुख्यमंत्री ने भी इसके खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की अपील की तो मैंने भी देश की जिम्मेदार नागरिक होने के नाते योगदान करने का सोचा। ’’
टी20 विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय सीरीज में डेब्यू करने वाली ऋचा और शेफाली वर्मा दो 16 वर्षीय खिलाड़ी थीं जो आठ मार्च को हुए फाइनल में खेली थी जिसमें भारत को ऑस्ट्रेलिया से 85 रन से हार का सामना करना पड़ा था।
टी20 विश्व कप से पहले आस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय सीरीज में डेब्यू करने वाली ऋचा और शेफाली वर्मा दो 16 वर्षीय खिलाड़ी थीं जो आठ मार्च को हुए फाइनल में खेली थी जिसमें भारत को ऑस्ट्रेलिया से 85 रन से हार का सामना करना पड़ा था। कैब की मान्यता प्राप्त इकाईयों और अधिकारियों ने भी राज्य संस्था की ओर से अपने योगदान की घोषणा की।
कैब ने कहा, ‘‘66 कैब मैच पर्यवेक्षकों ने 1.5 लाख रूपये जबकि 82 स्कोरर ने अपने एक दिन का वेतन दिया जो मिलाकर 77,420 रूपये होता है। ’’ कैब में मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब के प्रतिनिधि दीपक सिंह ने राहत कोष में दो लाख रूपये का दान दिया। पूर्व महिला टेस्ट खिलाड़ी एम मुखर्जी ने 25,000 रूपये का योगदान करने की इच्छा व्यक्त की। बंगाल की अंडर-23 टीम के कोच जयंत घोष दास्तीदार 10,000 रूपये का योगदान करेंगे।
कैब की मान्यता प्राप्त इकाईयों में वाइट बॉर्डर क्लब और विजय स्पोर्ट्स क्लब ने 50-50 हजार रूपये दान देने की घोषणा की। उत्तर पाली मिलन संघ, सबर्बन क्लब और रेंजर्स क्लब 25-25 हजार रूपये का योगदान करेंगे। जिला खेल संघों में कूचबेहार डीएसए ने राज्य राहत कोष में 10,000 रूपये का दान दिया।