Reality Of Sports: वसीम अकरम ने इस देश को बताया 'क्रिकेट का ब्राजिल' कहा, प्रतिभाओं का भंडार है यहां

Saturday, 4 April 2020

वसीम अकरम ने इस देश को बताया 'क्रिकेट का ब्राजिल' कहा, प्रतिभाओं का भंडार है यहां

Wasim Akram Image Source : @SAJ_PAKPASSION TWITTER

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज और कप्तान वसीम अकरम का मानना है कि पाकिस्तान में नए प्रतिभाओं की भरमार है। अकरम ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि पाकिस्तान 'क्रिकेट का ब्राजिल' है जहां से नए प्रतिभाओं का उत्पादन होता है। अकरम का यह बयान पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डीन जोन्स के साथ एक इंटरव्यू के बाद आया है।

इससे पहले अकरम के साथ बातचीत में जोन्स ने कहा था कि पाकिस्तान एक तरह से 'टैलेंट फैक्टरी' है। ऑस्ट्रेलिया में हमेशा यह कहा जाता रहा है कि पाकिस्तान के पास टैलेंट की कमी नहीं लेकिन यह निर्भर करता है आप उसके कैसे निखारते हैं।

इसके बाद जोन्स को जवाब देते हुए अकरम ने कहा कि यहां प्रतिभाओं का भंडार है जैसे कि यह क्रिकेट का ब्राजिल हो।

आपको बता दें कि ब्राजिल को दुनिया की सबसे मजबूत फुटबॉल टीम माना जाता है जिसने रिकॉर्ड पांच बार विश्व कप का खिताब जीतने में सफल रही है और इस देश के लोगों के रगो में फुटबॉल बसता है। वहीं पाकिस्तान को भी क्रिकेट का पावरहाउस माना जाता है लेकिन यहां के खिलाड़ियों के कारण ही क्रिकेट जगत में उसकी खूब आलोचना भी होती है। इसके पीछे की वजह है कि पाकिस्तान के बेहतरीन प्रतिभावान खिलाड़ियों पर अक्सर भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगते आए हैं।

ऑस्ट्रेलिया के लिए 52 टेस्ट, 164 वनडे मैच खेल चुके डीन जोन्स ने बताया कि इंटरनेशनल क्रिकेट में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के खेलने का अंदाज उसे बाकियों से अलग बनाता है। उनके पास क्रिकेट खेलने का एक अलग तकनीक है।

जोन्स ने पाकिस्तान के कुछ दिग्गज गेंदबाजों का उदाहरण देते हुए कहा, ''पाकिस्तान खिलाड़ी अपने विपक्षी के खिलाफ एक अलग रणनीति और तकनीक के साथ मैदान पर उतरते थे। खास तौर से वसीम अकरम, वकार युनुस, शोएब अख्तर, अब्दुल कादिर और मुश्ताक अहमद जैसे गेंदबाज बाकियों से अलग मानसिकता के साथ गेंदबाजी करते थे।

पाकिस्तान सुपर लीग में करांची किंग्स के कोच रह चुके जोन्स ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए साल 1992 विश्व कप को भी याद किया जिसमें पाकिस्तान ने खिताब पर अपना कब्जा किया था।

उन्होंने कहा, ''क्रिकेट पाकिस्तानियों के खून में है। पाकिस्तानी क्रिकेट में 80 के दशक के बाद से बदलाव आना शुरू हो गया था। इसके बाद इमरान खान की कप्तानी में इस बदलाव की रफ्तार और तेज हो गई। जिसको पूरी दुनिया ने साल 1992 में देखा कि किस तरह मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में 1 लाख लोगों से खचाखच भरे स्टेडियम में विश्व कप फाइनल में उन्होंने इंग्लैंड को मात दी थी।''

अकरम ने इस विश्व कप की यादों को साझा करते हुए कहा, ''विश्व कप ऑस्ट्रेलिया में खेला जा रहा था, कई सारे ऑस्ट्रेलियाई को उम्मीद थी कि उनकी टीम फाइनल में पहुंचेगी और उन्होंने पहले ही इस मैच का टिकट खरीद लिया था लेकिन ऐसा नहीं हो सका और फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ पाकिस्तान की टीम भिड़ी। इसके बाद जिन्होंने टिकट पहले खरीद रखा था वह जब मैच देखने आए तो उन्होंने पाकिस्तान का किया।''



from India TV: sports Feed https://ift.tt/2x6RYjx

No comments:

Post a Comment

हरलीन देओल को बल्लेबाजी के लिए क्यों नहीं भेजा गया ऊपर? कप्तान हरमनप्रीत ने किया बड़ा खुलासा

श्रीलंका के खिलाफ चौथे टी20 मैच की प्लेइंग इलेवन में हरलीन देओल को भी मौका मिला था, लेकिन उन्हें बल्लेबाजी का चांस नहीं मिला पाया। अब इस पर ...