भारतीय क्रिकेट टीम के उपकप्तान और ओपनर बल्लेबाज 'हिट मैन' रोहित शर्मा आज 33 साल के हो गए हैं। आधुनिक क्रिकेट में रोहित शर्मा दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं। रोहित दुनिया के इलकौते बल्लेबाज हैं जिन्होंने वनडे क्रिकेट में तीन बार दोहरा शतक लगाने का कारनामा किया है। वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे बड़े निजी स्कोर (264) का रिकॉर्ड भी रोहित शर्मा के ही नाम है।
रोहित शर्मा के करियर की शुरुआत साल 2007 में आयरलैंड के खिलाफ के खिलाफ हुई थी। इसी साल महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में रोहित को इंग्लैंड में खेले गए पहले टी-20 विश्व कप में भी खेलने का मौका मिला था। इस विश्व कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान पर रोमांचक जीत दर्ज कर खिताब पर अपना कब्जा जमाया। फाइनल मैच में रोहित ने भारतीय टीम के लिए 16 गेंद में 30 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली थी।
हालांकि इस समय तक रोहित मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते थे क्योंकि तब भारतीय टीम के पास सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे स्थापित ओपनर बल्लेबाज मौजूद थे।
विश्व कप 2011 में रोहित को नहीं मिली थी जगह
साल 2007 विश्व कप के बाद रोहित ने अपना लय खो दिया और उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। इस बीच साल 2011 विश्व कप में भी उनके खराब फॉर्म की वजह से जगह नहीं मिली जिसके कारण वह बहुत दुखी हुए थे।
हालांकि इसके बावजूद रोहित लगातार अपने खेल में सुधार के लिए मेहनत करते रहे। साल 2011 विश्व कप के बाद रोहित ने एक बार फिर से भारतीय टीम में वापसी की और कप्तान धोनी ने उन्हें ओपनिंग करने करने का मौका दिया।
यह भी पढ़ें- रोहित शर्मा ने किया खुलासा, अपने क्रिकेट करियर में विश्वकप को जीतना बताया असली लक्ष्य
इसके बाद से फिर रोहित ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा और ओपनिंग करते हुए उन्होंने अपने जोड़ीदार शिखर धवन के साथ मिलकर धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम को साल 2013 चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब दिलाया।
ओपनिंग करते हुए रोहित भारत के लिए लगातार मैच जिताऊ पारी खेलते रहे जिसके कारण वह सचिन, सहवाग और गंभीर जैसे दिग्गजों के बाद टीम इंडिया के स्थापित ओपनर बल्लेबाज बन गए।
टेस्ट में नहीं चला रोहित का बल्ला
साल 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के बाद इसी साल रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में अपना डेब्यू किया और वेस्टइंडीज के खिलाफ दोनों ही पारियों में शतकीय पारी खेली लेकिन इसके बाद लाल गेंद के खिलाफ उनका बल्ला खामोश ही रहा। इसके बाद वह लंबे समय तक टीम इंडिया के लिए इस फॉर्मेट में नहीं खेले।
हालांकि 2019 में रोहित ने एक बार फिर से क्रिकेट के सबसे बड़े फॉर्मेट में वापसी की और उन्हें ओपनिंग बल्लेबाजी का मौका मिला और साउथ अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाफ धमाकेदार प्रदर्शन किया।
वनडे क्रिकेट में रोहित शर्मा का दोहरा शतक
रोहित शर्मा वनडे में अपना पहला दोहरा शतक 2 नवंबर 2013 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जड़ा था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित शर्मा ने पहली बार 209 रनों की पारी खेली थी।
इसके एक साल बाद ही रोहित ने अपने इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया और वनडे क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़ी खेली। रोहित ने श्रीलंका के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन्स में 264 रनों की तूफानी पारी खेलकर इतिहास रच दिया।
यह भी पढ़ें- रोहित शर्मा का बड़ा बयान, कहा वर्ल्ड कप 2019 के बाद धोनी के बारे में कोई खबर नहीं
इसके बाद रोहित ने श्रीलंका के खिलाफ ही साल 2017 में 208 रनों की पारी खेलकर और इस तरह उन्होंने वनडे क्रिकेट में तीसरी बार दोहरा शतक जड़ा।
विश्व कप 2019 में रोहित ने मचाया धमाल
पिछले साल इंग्लैंड में खेले गए विश्व कप में रोहित शर्मा के बल्ले से जमकर रन बरसे थे। रोहित इस टूर्नामेंट में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बने। रोहित पूरे विश्व कप में 81 की औसत से कुल 648 पर बनाए जिसमें से रिकॉर्ड पांच शतक भी शामिल रहा।
रोहित भारत के लिए अबतक कुल 224 वनडे मैच खेल चुके हैं जिसमें उन्होंने 49.3 की बेहतरीन औसत से 9,115 रन बना चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 29 शतक और 43 अर्द्धशतक लगाए हैं। वहीं टी-20 में रोहित ने 108 मैचों में 138.8 के स्ट्राइक रेट से 2,773 रन बनाए।
वनडे और टी-20 के अलावा रोहित के भारत के लिए 32 टेस्ट मैच भी खेल चुके हैं। इस फॉर्मेट में उन्होंने 46.5 की औसत से कुल 2,141 रन बनाए हैं।
from India TV: sports Feed https://ift.tt/2WeVhh9
No comments:
Post a Comment