अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी मेलकम स्पीड का मानना है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के वित्तीय मामले काफी जटिल हैं और मौजूदा सीईओ केविन रोबर्ट्स इस संकट के समय में चीजों को स्पष्ट करने में विफल रहे हैं। वित्तीय संकट का सामना कर रहा क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया जून के अंत तक 80 प्रतिशत कर्मचारियों का वेतन सिर्फ 20 प्रतिशत कर चुका है जबकि कार्यकारी अधिकारियों सहित कुछ अन्य को 80 प्रतिशत वेतन मिलेगा।
इस फैसले से क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को 30 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर की बचत होगी लेकिन इस निर्णय की आलोचना हो रही है क्योंकि मार्च 2020 के अंत में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के पास लगभग नौ करोड़ ऑस्ट्रेलिया डालर थे जिसमें तीन करोड़ 60 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का स्टाक बाजार में निवेश भी शामिल था।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रमुख रहे स्पीड ने साथ ही बताया कि क्रिकेट संघ ने 2012 में दो करोड़ 20 लाख ऑस्ट्रेलियाई डालर निवेश किए थे जो इस साल की शुरुआत में चार करोड़ 50 तक डॉलर तक पहुंच गए लेकिन बाद में कोरोना वायरस महामारी के कारण गिरावट से तीन करोड़ 60 लाख डॉलर रह गए।
स्पीड ने ‘एसईएन’ रेडियो से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यहां स्पष्टता नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने लेख में पढ़ा कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने स्टाक बाजार में लाखों डालर गंवाए। स्टाक बाजार में लाखों डालर गंवाने से पहले उन्होंने स्टाक बाजार में लाखों डालर कमाए और उन्होंने अपने मुनाफे का एक हिस्सा गंवा दिया लेकिन उन्होंने कुछ गंवाया नहीं है क्योंकि कुछ बेचा नहीं है। यह समस्या है।’’
स्पीड ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि क्रिकेट के वित्तीय संकट को लेकर काफी अच्छी तरह चीजों को स्पष्ट किया गया है, ये काफी जटिल हैं और मुझे लगता है कि केविन रोबर्ट्स ने चीजों को स्पष्ट करने का प्रयास किया लेकिन इन्हें समझ पाना बेहद मुश्किल है।’’
स्पीड 1997 से 2001 तक क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ और 2001 से 2008 तक आईसीसी के सीईओ रहे। उनका मानना है कि रोबर्ट्स को काफी स्पष्टीकरण देने की जरूरत है।
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