लंदन। कोरोनावायरस की वजह से खेल जगत ठप पड़ा है इस वजह से खिलाड़ियों के भत्ते में कटौती की जा रही है, लेकिन इस भत्ता कटौती की वजह से इंग्लिश प्रीमियर लीग में विवाद बढ़ता जा रहा है। स्टार खिलाड़ियों के वेतन और भत्तों में कटौती के बढ़ते विवाद के बीच इंग्लैंड के पेशेवर फुटबॉलर्स संघ (पीएफए) ने कहा है कि वह इस तरह से अच्छी तरह से वाकिफ है कि कोरोना वायरस से पैदा हुए संकट के दौरान खिलाड़ियों को वित्तीय बोझ साझा करना चाहिए।
ब्रिटिश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने शीर्ष फुटबॉलरों से वेतन में कटौती स्वीकार करने की अपील की है। कई क्लबों के अपने गैर खिलाड़ी कर्मचारियों को लंबे अवकाश पर भेजने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया।
हैनकॉक ने कहा कि प्रीमियर लीग के खिलाड़ियों को वेतन में कटौती स्वीकार करके अपना योगदान देना चाहिए। इंग्लिश प्रीमियर लीग का सत्र कोरोना वायरस महामारी के कारण कम से कम 30 अप्रैल तक निलंबित कर दिया गया है और इसके बाद भी कुछ समय तक इसकी वापसी की संभावना नहीं है।
खिलाड़ियों पर वेतन में कटौती स्वीकार करने का दबाव बढ़ रहा है। इसके लिये पीएफए, प्रीमियर लीग और इंग्लिश फुटबॉल लीग के बीच बातचीत जारी है।
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