फ्रांस की सर्वोच्च प्रशासनिक अदालत ने कोरोना वायरस के कारण देश के घरेलू फुटबॉल सत्र को समाप्त करने का फैसला बरकरार रखा लेकिन एमीन्स और टोलोज क्लबों को दूसरे डिवीजन में रखने के निर्णय को खारिज कर दिया।
फ्रांसीसी लीग ने कोविड-19 महामारी के कारण लीग को समाप्त करने का फैसला किया था जिसके खिलाफ लियोन क्लब के अध्यक्ष जीन माइकल औलास और दूसरी डिवीजन में रखे गये दोनों क्लबों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
एमीन्स और टोलोज क्लबों ने उन्हें दूसरे डिवीजन में रखने के फैसले को पलटने की अपील की थी जबकि लियोन सत्र के बाकी बचे दस मैचों का आयोजन चाहता था।
लीग को 30 अप्रैल को समाप्त घोषित करके पेरिस सेंट जर्मेन को विजेता घोषित कर दिया गया था। लियोन सातवें स्थान पर रहा था और इस तरह से यूरोपियन चैंपियनशिपों में जगह नहीं बना पाया था।
काउंसिल डि इटाट ने कहा कि समय से पहले सत्र समाप्त करने के फैसले की वैधता पर कोई संदेह नहीं है। हालांकि उसने एमीन्स और टोलोज को दूसरे डिवीजन में रखने के फैसले को खारिज कर दिया और फ्रेंच लीग को 2020-21 के सत्र के प्रारूप पर 30 जून से पहले विचार करने का आदेश दिया।
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