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Sunday 17 May 2020

नासिर हुसैन ने जब 2002 नेटवेस्ट सीरीज के दौरान कैफ को कहा था 'बस ड्राइवर', मिला था ये करारा जवाब

When Nasir Hussain told Kaif during the 2002 NatWest Series he was a 'bus driver' Image Source : TWITTER

भारत और इंग्लैंड के बीच 2002 में हुई नेटवेस्ट सीरीज को कौन भूल सकता है। इस सीरीज के फाइनल मुकाबले में भारत के दो युवा खिलाड़ी युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ ने लाजवाब बल्लेबाजी कर भारत को मैच के साथ सीरीज जिताई थी। फाइनल मुकाबले में भारत को जीत के लिए 326 रन की जरूरत थी और भारत ने इसे तीन गेंद और दो विकेट रहते हासिल कर लिया था। इस मैच में युवराज सिंह ने 69 और मोहम्मद कैफ ने 87 रन की नाबाद पारी खेली थी।

इस मैच में इंग्लैंड की कप्तानी नासिर हुसैन कर रहे थे। हाल ही में उन्होंने इस मैच का एक किस्सा साझा करते हुए बताया कि मैच के दौरान उन्होंने कैफ की स्लेजिंग की थी और उन्हें बस ड्रॉइवर कहकर पुकारा था। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि मैच खत्म होने के बाद कैफ ने उन्हें इसका मुंहतोड़ जवाब भी दिया था।

स्काईस्पोर्ट्स पोडकास्ट पर नासिर हुसैन ने कहा "वह काफी शानदार इनिंग थी, उस इनिंग के लिए उसको (कैफ) याद रखा जाएगा। मैंने उसकी और युवराज के लॉर्ड्स के बैकग्राउंड के साथ तस्वीर देखी थी। उसने शानदार यादें लिख कर ट्वीट किया था।"

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उन्होंने आगे कहा "मुझे याद है कि जब वो बल्लेबाजी करने आ रहा था तो हमने उसकी स्लेजिंग की थी क्योंकि हमने उनके 5 विकेट गिरा दिए थे। इस दौरान किसी ने पूछा था कि ये कौन है। तब मैंने कहा मुझे लगता है ये बस चलाता है, हो सकता है ये सचिन तेंदुलकर की बस का ड्राइवर होगा। जब उसने विजयी रन बनाया तो उसने मेरी तरफ देखकर बोला कि एक बस ड्राइवर के लिए यह बुरा नहीं है।"

हुसैन ने साथ ही कहा कि अगर यह जीत सचिन और सहवाग दिलाते तो आम होती, लेकिन इन दोनों खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने इसे खास बना दिया। हुसैन ने कहा "5 विकेट के साथ यह सबसे बड़ी चेज में से एक है। यह जीत उन दोनों खिलाड़ियों की वजह से खास थी, अगर यह सचिन और सहवाग करते तो लोग कगते ठीक है इन्होंने फिर से करदिखाया, लेकिन इन दोनों युवा खिलाड़ियों ने ऐसा किया और इससे भारतीय क्रिकेट को काफी बढ़ावा मिला।"



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अनिल कुंबले को नहीं मिला बैट तो कुछ इस अंदाज में पूरा किया हरभजन सिंह का चैलेंज

Anil Kumble did not get the bat, he completed Yuvraj Singh's challenge in this way Image Source : INSTA/ANILKUMBLE

कोरोनावायरस के कहर के बीच भारतीय पूर्व खिलाड़ी युवराज सिंह द्वारा अन्य खिलाड़ियों को दिया गया चैलेंज इस समय काफी ट्रेंड कर रहा है। स्टे होम चैलेंज में खिलाड़ियों को अपने टढ़े बैट से नॉकिंग करनी है। इस चैलेंज में उन्होंने सचिन तेंदुलकर, हरभजन सिंह और रोहित शर्मा को नॉमिनेट किया था। हरभजन सिंह ने इस चैलेंज को फनी अंदाज में एक छोटे बैट के साथ पूरा किया और उन्होंने इसके बाद बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के साथ अनिल कुंबले और शिखर धवन को नॉमिनेट किया।

अब अनिल कुंबले ने इस चैलेंज को पूरा तो किया लेकिन बिना बैट के। जी हां, दरअसल, इस चैलेंज को पूरा करने के लिए कुंबले को अपने घर में कोई बैट नहीं मिला जिस वजह से उन्होंने अपने हाथों से ही गेंद के साथ नॉकिंग की। 

अनिल कुंबले ने इसका वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी डाली है जिसमें वो कहते दिख रहे हैं "मुझे इस चैलेंज के लिए नॉमिनेट करने के लिए धन्यवाद भज्जी, मुझे घर में बैट और बॉल नहीं मिला जिस वजह से मैं इस सॉफ्ट बॉल का इस्तेमाल कर रहा हूं, मैं घर पर रहकर सरकार के नियमों का पालन कर रहा हूं और आप भी ऐसा करें। मैं इस चैलेंज के लिए आगे वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग और किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान केएल राहुल को नॉमिनेट करना चाहूंगा।"

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इससे पहले रोहित शर्मा, हरभजन सिंह और सचिन तेंदुलकर ने भी इस चैलेंज को फनी अंदाज में पूरा किया था। सचिन ने जहां आंखों पर काली पट्टी बांधकर नॉकिंग की थी, वहीं रोहित शर्मा ने बैट के हैंडल से और हरभजन सिंह ने छोटे बैट से इस चैलेंज को पूरा किया था।

जब युवराज सिंह ने इस चैलेंज के लिए हरभजन सिंह को नॉमिनेट किया था तब ही उन्होंने कह दिया था कि भज्जी के लिए यह चैलेंज आसान नहीं होगा। इस चैलेंज में वैसे तो टढ़े बैट के साथ नॉकिंग करनी थी, लेकिन भज्जी ने बच्चों के छोटे और सीधे बैट के साथ नॉकिंग की।

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भज्जी को ऐसा करता देख युवी ने कहा 'जब आप अपने बचपन के दोस्त को अच्छी तरह से जानते हैं। मुझे पता था कि वह क्रॉस बैट से नहीं करेंगे।'



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कोरोनावायरस के कहर के बीच स्पेन के खिलाड़ियों को मिली एक साथ ट्रेनिंग करने की इजाजत

Spanish players were allowed to train together amidst the havoc of Coronavirus Image Source : GETTY IMAGES

मैड्रिड। स्पेन के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन की कड़ी पाबंदियों के बावजूद स्पेनिश लीग के सभी क्लब इस हफ्ते से समूह में ट्रेनिंग शुरू कर पाएंगे। देश के अधिकांश हिस्सों की तरह मैड्रिड और बार्सीलोना में लॉकडाउन के नियमों में छूट नहीं मिली है लेकिन रीयाल मैड्रिड और बार्सीलोना जैसी टीमों को ट्रेनिंग के दूसरे चरण को लागू करने की स्वीकृति मिल गई है।

लीग ने क्लबों से कहा कि वे अपने क्षेत्रों के लॉकडाउन के नियमों के बावजूद सोमवार से सभी खिलाड़ियों के लिए छोटे समूह में सत्र आयोजित कर सकते हैं।

स्पेन में अब तक खिलाड़ियों को सिर्फ व्यक्तिगत ट्रेनिंग की स्वीकृति थी। कोरोना वायरस महामारी के कारण देश भर में मार्च के मध्य से जारी लॉकडाउन में स्पेन की सरकार ने ढील देनी शुरू की है। 

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इसमें प्रत्येक क्षेत्र की स्थिति के अनुसार छूट दी गई है। अगर सरकार विशेष अनुमति नहीं देती तो मैड्रिड और बार्सीलोना की टीमों को समूह में ट्रेनिंग शुरू करने की इजाजत नहीं होती। 

बता दें, इटली में भी फुटबॉल की बहाली की बात चल रही है, लेकिन इससे पहले वहां के प्रधानमंत्री ‘और अधिक गारंटी’ चाहते हैं। क्लबों ने चैंपियनशिप को दोबारा शुरू करने के लिए 13 जून की तारीख का सुझाव दिया है जबकि खिलाड़ियों की समूह में ट्रेनिंग सोमवार से शुरू होगी। 

हालांकि लीग को दोबारा शुरू करने की प्रक्रिया पर मतभेद है। कोंटे ने वीडियो प्रेस कांफ्रेंस में शनिवार को कहा, ‘‘सत्र शुरू करने से पहले हमें कुछ और गारंटी की जरूरत है और खेल मंत्री विनसेंजो स्पाडाफोरा से बात करते हुए फिलहाल हमें यह गारंटी नहीं मिली है।’’ 

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उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद करता हूं कि वे जल्द ही वे इसे हासिल कर लेंगे।’’ 

कई क्लबों का मानना है कि सरकार की तकनीकी और वैज्ञानिक समिति की सिफारिशों के बाद इतालवी फुटबॉल महासंघ ने जो स्वास्थ्य नियम बनाए हैं उन्हें लागू करना असंभव है। 



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केविन पीटरसन ने केसरिक विलियम्स को बताया था साधारण गेंदबाज अब मिला उन्हें यह मुंहतोड़ जवाब

Kevin Pietersen and Kesrick Williams Image Source : GETTY

वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज केसरिक विलियम्स क्रिकेट के मैदान पर विकेट लेने के बाद अपने अनोखे अंदाज में जश्न मनाने के लिए मशहूर हैं लेकिन पिछले साल भारतीय कप्तान कप्तान विराट कोहली ने उनकी गेंदबाजी पर कुछ बेहतरीन करारा शॉट जड़कर विलियम्स को उन्हीं अंदाज में जवाब दिया था। दोनों के खिलाड़ियों के बीच हुई छोटी सी तकरार उस समय में खूब चर्चा में रही थी।

इसके कुछ दिन बाद ही इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन का ऑक्शन होने वाला था और क्रिकेट पंडितों ने वेस्टइंडीज के इस तेज गेंदबाज के लिए अपनी अलग-अलग राय बनानी शुरू कर दी थी।

इस संदर्भ में भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने विलियम्स को लेकर एक ट्वीट कर उन्होंने लिखा था कि, ''ऑक्शन में विलियम्स पर सभी फ्रेंचाइचियों की नजर रहेगी।''

वहीं इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन मांजरेकर के इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते थे और उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ''मैं आपसे सहमत नहीं हूं। विलियम्स में कुछ भी खास नहीं सिवाय उसके जश्न मनाने के अंदाज को छोड़कर।'' 

हालांकि इस बात को हुए कई महीने बीत चुके हैं लेकिन अब वेस्टइंडीज के इस तेज गेंदबाज ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। विलियम्स ने इंटरनेशनल क्रिकेट नेटवर्क 360 से बात करते हुए पीटरसन को इसका जवाब दिया है।

विलियम्स ने कहा, ''पीटरसन को हमेशा सुर्खियों में रहना पसंद है। इसमें कोई बुराई नहीं है लेकिन यह जरूरी है कि आप किस तरह से सुर्खियों में आ रहे हो। एक समय केपी के बारे में कोई बात नहीं करता था वह किसी के लिए महत्वपूर्ण नहीं था। वह पूरी तरह से गायब होते जा रहे थे तभी उन्होंने खुद को सबकी नजरों में लाने के लिए बयानबाजी शुरू कर दी।''

वहीं विलियम्स ने क्रिकेट के मैदान पर कोहली के बीच हुए तकरार को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, ''मैं कोहली से आगे नहीं निकल सकता क्योंकि वह एक बड़ा खिलाड़ी है लेकिन उस आदमी (पीटरसन) का क्या ? वह कोहली के बराबर भी नहीं है। उन्होंने बस अभी इसकी शुरुआत की है। वह मुझे उकसाना चाहते थे और चाहते थे कि मैं उस पर अपनी प्रतिक्रिया दूं।''

उन्होंने कहा, ''अगर मैं ट्विटर पर उन्हें जवाब देता तो फिर एक नया विवाद शुरू होता और एक बार फिर से वे स्पॉटलाइट में आते क्योंकि अभी केसरिक चर्चा में है। क्योंकि भारतीय टीम के कप्तान के साथ मेरा तकरार हुआ था। पीटरसन चाहते थे कि ट्विटर पर मैं इस विवाद में शामिल हो जाऊं ताकि वह फिर से सबकी नजरों में आ जाएं।''

हालांकि विलियम्स ने इस दौरान यह साफ कर दिया कि उनका मकसद पीटरसन को नीचा दिखाना नहीं है। उन्होंने कहा, ''मैं कभी भी इग्लैंड के इस दिग्गज खिलाड़ी को नीचा नहीं दिखा सकता हूं। कभी-कभी आप खुद अपनी लड़ाई चुनते हैं लेकिन मैं पीटरसन के साथ कभी नहीं उलझना चाहता हूं।''



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गेंद को नए तरीके से चमकाने वाले रूल के साथ 6 जून से ऑस्ट्रेलिया में होने जा रही है क्रिकेट की वापसी

Cricket will return to Australia from June 6, with the rule of flashing the ball in a new way Image Source : GETTY IMAGES

कोरोनावायरस के कहर की वजह से अब तक पूरी दुनिया में कहीं भी क्रिकेट नहीं खेला रहा था, लेकिन अब धीरे-धीरे देश अपने यहां नए और सख्त नियमों के साथ क्रिकेट की वापसी करने को तैयार है। इस समय कई देश अपने अंतरराष्ट्रीय टूप पर चर्चा कर रहे हैं तो वहीं क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने यहां छह जून से डार्विन एवं जिला क्रिकेट प्रतियोगिता के टी20 टूर्नामेंट को आयोजित करने का फैसला किया है। इस टूर्नामेंट में नए रूल के अनुसार खिलाड़ियों को लार या पसीने से गेंद को चमकाने की इजाजत नहीं होगी और डार्विन क्रिकेट प्रबंधन (डीसीएम) समूह गेंद को चमकाने के विभिन्न विकल्पों पर गौर कर रहा है जिसमें अंपायरों की मौजूदगी में वेक्स की पॉलिश लगाना भी शामिल है।

क्रिकेट.कॉम.एयू के अनुसार क्लबों को टूर्नामेंट में हिस्सा लेने से पहले कोविड-19 सुरक्षा आकलन योजना को पूरा करना होगा और इसे नार्दर्न टेरिटरी सरकार को सौंपना होगा और इसके बाद ही उन्हें खेलने की स्वीकृति होगी। डीसीएम अध्यक्ष लैकलन बेर्ड ने एबीसी ग्रैंडस्टैंड से कहा, ‘‘आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) नए तरीके खोजने के लिए दुनिया भर की क्रिकेट इकाइयों के साथ मिलकर काम कर रहा है।’’ 

उन्होंने कहा,‘‘हमें यकीन है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की ओर से स्पष्ट दिशानिर्देश मिलेंगे कि क्या करने की स्वीकृति होगी और क्या नहीं। विचार किया जा रहा है कि गेंद पर वेक्स पॉलिश लगाना क्या क्रिकेट में सामान्य चीज बन सकती है। या गेंद को चमकाया नहीं जाएगा। प्रकिया औपचारिक होगी जो अंपायरों की मौजूदगी में होगी।’’ 

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गेंद पर वेक्स का उपयोग आईसीसी के मोजूदा नियामों के खिलाफ है और वैश्विक संस्था ही इसके उपयोग की स्वीकृति दे सकती है। कोरोना वायरस महामारी के बीच हालांकि यह गेंद को चमकाने की सुरक्षित और साफ सुथरी प्रक्रिया है। 

ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस और जोश हेजलवुड का मानना है कि अगर गेंद और बल्ले के बीच संतुलन रखना है तो लाल गेंद को चमकाना जरूरी है। गेंद निर्माता कंपनी कूकाबूरा ने पिछले महीन वेक्स लगाने के स्पंज का सुझाव दिया था। इसे अंपायर गेंद पर लगा सकते हैं या उनकी मौजूदगी में खिलाड़ी ऐसा कर सकते हैं।

(With PTI Inputs)



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सचिन तेंदुलकर के बाद हरभजन और रोहित ने फनी अंदाज में पूरा किया युवराज सिंह का चैलेंज

After Sachin Tendulkar, Harbhajan Singh completed Yuvraj Singh's challenge in a funny style  Image Source : TWITTER

कोविड-19 महामारी के कारण सभी खेल गतिविधियां इस समय ठप पड़ी है। ऐसे में खिलाड़ी घर पर रहने को मजबूर हैं। लॉकडाउन के दौरान भारतीय पूर्व खिलाड़ी युवराज सिंह ने 'स्टे होम चैलेंज' की शुरुआत की थी जिसके लिए उन्होंने क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के साथ हरभजन सिंह और रोहित शर्मा को नॉमिनेट किया था। इस वीडियो के दौरान युवराज सिंह ने कहा था सचिन और रोहित तो इस चैलेंज को आसानी से पूरा कर सकते हैं, लेकिन भज्जी के लिए यह थोड़ा मुश्किल होगा।

हरभजन सिंह ने अब युवराज के इस चैलेंज को बड़े ही फनी अंदाज में पूरा किया है। दरअसल, युवराज का चैलेंज था टेढ़े बैट से नॉकिंग करने का था, लेकिन हरभजन सिंह ने बच्चों के एक छोटे बैट के साथ नॉकिंग की और इस दौरान उनका बैट भी सीधा था। इसी वीडियो में हरभजन सिंह ने इस चैलेंज को आगे बढ़ाते हुए बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली समेत अनिल कुंबले और शिखर धवन को नॉमिनेट किया है।

युवराज सिंह को पता था हरभजन सिंह इस चैलेंज को पूरा नहीं कर पाएंगे। भज्जी के इस वीडियो पर कमेंट करते हुए युवराज सिंह ने लिखा 'जब आप अपने बचपन के दोस्त को अच्छी तरह से जानते हैं। मुझे पता था कि वह क्रॉस बैट से नहीं करेंगे।'

After Sachin Tendulkar, Harbhajan Singh completed Yuvraj Singh's challenge in a fun style.

After Sachin Tendulkar, Harbhajan Singh completed Yuvraj Singh's challenge in a fun style.

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हरभजन के बाद अब रोहित शर्मा ने भी ये चैलेंज पूरा कर लिया है। रोहित ने इस चैलेंज को और भी मुश्किल बनाते हुए बैट की हत्ती से नॉकिंग की है। इस चैलेंज के लिए उन्हें नॉमिनेट करने के लिए रोहित ने युवराज को धन्यवाद बोला है और साथ ही ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर और अजिंक्य रहाणे को नॉमिनेट किया है।

इससे पहले सचिन तेंदुलकर ने आंखों पर पट्टी बांधकर ये चैलेंज पूरा किया था और उन्होंने वापस युवराज सिंह को नॉमिनेट कर इस चैलेंज को पूरा करने के लिए कहा था। हालांकि सचिन ने बाद में इस राज उठाते हुए बताया कि जो पट्टी आंख पर बांधी थी, वो पारदर्शी कपड़े की थी जिससे उन्हें पट्टी के अंदर से सब दिख रहा था। इस बात के बारे में उन्होंने वीडियो में बताया है।

युवराज द्वारा नॉमिनेट सचिन तेंदुलकर और हरभजन सिंह ने तो ये चैलेंज पूरा कर लिया है, लेकिन अभी तक भारतीय लिमेटिड ओवर के उप-कप्तान रोहित शर्मा की इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। उम्मीद है रोहित भी सचिन और भज्जी की तरह इस चैलेंज को कुछ अलग अंदाज में पूरा कर अपने फैन्स का मनोरंजन करेंगे।



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Saturday 16 May 2020

सिरी ए की वापसी से पहले स्वास्थ्य सुरक्षा की पूरी गारंटी चाहते हैं इटली के प्रधानमंत्री

Football  Image Source : GETTY

इटली के प्रधानमंत्री गुइसेप कोंटे ने कहा है कि कोरोना वायरस के कारण दो महीने के लॉकडाउन के बाद सिरी ए फुटबॉल टूर्नामेंट को दोबारा शुरू करने की हरी झंडी दिए जाने से पहले वह ‘और अधिक गारंटी’ चाहते हैं। क्लबों ने चैंपियनशिप को दोबारा शुरू करने के लिए 13 जून की तारीख का सुझाव दिया है जबकि खिलाड़ियों की समूह में ट्रेनिंग सोमवार से शुरू होगी। 

हालांकि लीग को दोबारा शुरू करने की प्रक्रिया पर मतभेद है। कोंटे ने वीडियो प्रेस कांफ्रेंस में शनिवार को कहा, ‘‘सत्र शुरू करने से पहले हमें कुछ और गारंटी की जरूरत है और खेल मंत्री विनसेंजो स्पाडाफोरा से बात करते हुए फिलहाल हमें यह गारंटी नहीं मिली है।’’ 

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उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद करता हूं कि वे जल्द ही वे इसे हासिल कर लेंगे।’’ 

कई क्लबों का मानना है कि सरकार की तकनीकी और वैज्ञानिक समिति की सिफारिशों के बाद इतालवी फुटबॉल महासंघ ने जो स्वास्थ्य नियम बनाए हैं उन्हें लागू करना असंभव है। 

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वहीं सिरी ए टीम पार्मा के दो खिलाड़ी कोरोना वायरस के लिए पॉजिटिव पाए गए हैं और उन्हें पृथक रखा गया है। क्लब ने यह घोषणा की जिससे इटली की फुटबाल सत्र को दोबारा शुरू करने की उम्मीदों को झटका लगा है। 

क्लबों में समूह में ट्रेनिंग शुरू किए जाने से दो दिन पहले पार्मा ने कहा कि उनकी टीम के सभी खिलाड़ियों और स्टाफ का परीक्षण किया गया। क्लब ने बताया कि दो खिलाड़ियों को छोड़कर सारे नतीजे नेगेटिव आए हैं। इन दोनों खिलाड़ियों में इस बीमारी के लक्षण दिखाई नहीं दे रहे थे। 



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पैडी ऑप्टन के दावे को श्रीसंत ने बताया झूठ कहा, 'कभी नहीं किया राहुल द्रविड़ का अपमान'

Sreesanth Image Source : GETTY

राजस्थान रॉयल्स के पूर्व कोच पैडी ऑप्टन ने अपनी किताब 'द ब्रेरफुट कोच' में भारतीय तेज गेंदबाज एस श्रीसंत को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। ऑप्टन ने अपनी किताब में बताया कि श्रीसंत राजस्थान रॉयल्स के कप्तान रहे भारत के दिग्गज राहुल द्रविड़ का सम्मान नहीं करते थे और वे टीम चयन को लेकर द्रविड़ के साथ काफी बहस किया करते थे।

ऑप्टन ने अपनी किताब में साल 2013 में चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ राजस्थान रॉयल्स के मुकाबले का जिक्र करते हुए लिखा है कि श्रीसंत को इस मैच के लिए प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया था जिसके बाद उनकी टीम मैनेजमेंट के साथ तीखी बहस हुई थी।

वहीं श्रीसंत ने ऑप्टन के इस दावे को गलत बताते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी राहुल द्रविड़ का अपमान नहीं किया है। ऑप्टन ने अपनी किताब में परस्थिति को बिल्कुल ही अलग नजरिए से दर्शाने की कोशिश की है।

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हालांकि श्रीसंक ने यह माना कि सीएसके के खिलाफ जब उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया था वह निराश जरूर हुए थे। वह सीएसके के खिलाफ किसी भी हाल में खेलना चाहते थे।

श्रीसंत ने 'हैल्लो एप' पर अपनी बात रखते हुए कहा, ''मैं कभी राहुल द्रविड़ जैसे महान खिलाड़ी का अपमान नहीं कर सकता हूं। वह एक बेहतरीन कप्तान थे। मैं गुस्सा जरूर था क्योंकि मैं सीएसके के खिलाफ मैच में टीम का हिस्सा नहीं था। मैंने बस यह कारण पूछा कि मुझे टीम में क्यों रखा गया है।''

उन्होंने कहा, ''हां मैं सीएसके के खिलाफ खेलना चाहता था और हम जीतना चाहते थे लेकिन मुझे नहीं पता था कि मैं टीम से बाहर क्यों रखा गया था। मैं धोनी को गेंदबाजी कर उसे आउट करना चाहता था लेकिन मुझे मौका नहीं मिला और ना ही टीम मैनेजमेंट ने मुझे कभी कारण बताया कि मैं टीम से बाहर क्यों रखा गया था।''

श्रीसंत ने कहा, ''मैं धोनी से नफरत नहीं करता था और ना ही सीएसके से लेकिन मुझे उस टीम की जर्सी के रंग से बहुत चिढ़ थी। मुझे हमेशा सीएसके की जर्सी ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम की याद दिलाती थी।''

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इसके अलावा श्रीसंत ने ऑप्टन के किताब पर भी अपनी बात रखी। श्रीसंत ने कहा, ''टीम के कई खिलाड़ी उनका सम्मान नहीं करते थे। उनके साथ ठीक से बात भी नहीं करते थे लेकिन मेरे साथ उनका संबंध काफी अच्छा था। हमारे बीच काफी अच्छी बातचीत होती थी लेकिन मुझे नहीं पता कि उन्होंने अपनी किताब में मेरे बारे में ऐसा क्यों लिखा, मेरे ख्याल से उन्हें अपनी किताब में मेरे गुस्सा होने का कारण बताना चाहिए था।''

आपको बता दें कि साल 2013 में ही श्रीसंत पर स्पॉट फिक्सिंग का आरोप लगा था जिसके बाद से वह क्रिकेट से दूर हैं।



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इस खिलाड़ी को कहा जाता था भारत का अगला सचिन तेंदुलकर, लेकिन बाद में बना गेंदबाज

Ajit Agarkar was called India next Sachin Tendulkar, but later Become bowler Image Source : GETTY IMAGES

कोरोनावायरस के कहर के कारण इस समय क्रिकेट से जुड़ी सभी गतिविधियां ठप पड़ी है। ऐसे में अधिकतर पूर्व खिलाड़ी भी सोशल मीडिया के जरिए अपने करियर की कुछ खास बतें अपने फैन्स के साथ साझा करते हुए नजर आ रहे हैं। हाल ही में भारतीय पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर ने आकाश चोपड़ा के यूट्यूब चैनल पर खुलासा किया है कि वह अपने करियर के शुरुआती स्टेज पर इतनी अच्छी बल्लेबाजी किया करते थे कि उन्हें भारत का दूसरा सचिन तेंदुलकर कहा जाने लगा था।

जी हां, आकाश चोपड़ा ने अगरकर से कहा "हमने सुना था कि मुंबई का एक खिलाड़ी है जिसका नाम अजीत अगरकर है, सचिन तेंदुलकर ने उसे पैड्स भी गिफ्ट किए थे। अजीत अगरकर अगला तेंदुलकर है।"

अगरकर ने इसका जवाब देते हुए कहा कि हां ऐसा होता था क्योंकि वह अपने करियर की शुरुआत में काफी अच्छी बल्लेबाजी किया करते थे। अगरकर ने कहा "वास्तव में, यह शुरू इसलिए हुआ क्योंकि मैं एक बल्लेबाज बनना चाहता था। स्कूल के दौरान मैं काफी रन बनाता था, सचिन और मेरे कोच भी एक ही थे रमाकांत आचरेकर। उन्होंने मेरे अंदर कुछ देखा था।"

अगरकर ने आगे कहा "सचिन तेंदुलकर तब उनकी कोचिंग से निकला बड़ा नाम थे। प्रवीण आमरे और अन्‍य कई सचिन से पहले अच्‍छा कर चुके थे। उनकी एकेडमी से कई लोग आते थे।"

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हालांकि बाद में अगरकर भारत के लिए एक सफल गेंदबाज के रूप में उभरे, लेकिन अभी भी उनके नाम बल्लेबाजी में एक ऐसा रिकॉर्ड है जो सचिन भी अपने पूरे करियर के दौरान नहीं बना पाएं। ये रिकॉर्ड है लॉर्ड्स के मैदान पर शतक लगाने का। भारत की ओर से अगर के अलावा गुंडप्पा विश्वनाथ, राहुल द्रविड़, दिलीप वेंगसरकर, अजिंक्य रहाणे और रवि शास्त्री ही ये काम कर पाएं हैं।

अगरकर ने इस कहानी को आगे बढ़ाते हुए कहा "मैं शुरुआत में अच्‍छे रन बनाता था तो लोगों को लगता था कि मैं अगला सचिन तेंदुलकर बन सकता हूं। अब जब 16 की उम्र में आप अच्‍छा खेले तो आईपीएल खेलने को मिल जाता है, लेकिन तब यह राष्‍ट्रीय टीम में पहुंचने की तय सीढ़ियां होती थी। मैं रन बनाता था तो यह संदेश गया कि मुंबई से एक और खिलाड़ी आने वाला है। मगर उस उम्र में आप सिर्फ प्रगति के बारे में सोचते हैं।'

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सचिन से मिले ग्लब्स और पैड के बारे में बात करते हुए अगरकर ने कहा कि सचिन ने उन्हें ये चीजें गिफ्ट तो की, लेकिन उन्होंने कभी इसका इस्तेमाल नहीं किया। अगरकर ने कहा "सचिन ने मुझे ग्‍लव्‍स दिए थे। हम एक ही स्‍कूल में थे और उसे लगा कि कोई अच्‍छा प्रदर्शन कर रहा है तो मुझे ग्‍लव्‍स दिए। मैं तब उन्‍हें ज्‍यादा नहीं जानता था। मैंने उनके पैड उपयोग नहीं किए, शायद अगर मैं उसका इस्‍तेमाल करता तो बेहतर बल्‍लेबाज बन पाता।"



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क्रिकेट के मैदान पर वापसी के लिए बेताब हैं श्रेयस अय्यर, खेल को बहाल करने के लिए सुझाए यह उपाय

Shreyas Iyer  Image Source : GETTY IMAGES

भारतीय टीम के मध्यक्रम बल्लेबाज श्रेयस अय्यर क्रिकेट के मैदान पर वापसी के लिए बेताब हैं। अय्यर पिछले कुछ समय से भारतीय टीम में नंबर चार पर शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और आगे भी टीम के लिए ऐसा ही प्रदर्शन करना चाहते हैं। वहीं कोरोना वायरस महामारी के कारण जब क्रिकेट पूरी तरह से ठप्प पड़ा हुआ है, ऐसे में अय्यर का मानना है कि उन्हें बिना दर्शकों के खाली स्टेडियम में भी मैच खेलने से भी कोई परहेज नहीं है।

अय्यर ने अपने एक इंटरव्यू में कहा, ''मैं फिर से क्रिकेट के मैदान पर उतरने के लिए बेताब हूं। आपको पता हैं क्रिकेट हमारे देश में एक धर्म की तरह है। अगर हम खेलने जाते हैं तो कम से कम लोग हमें टीवी पर देख पाएंगे। यह सबके लिए एक बहुत सकारात्मक शुरुआत होगी और साथ ही जनजीवन को समान्य बनाने में भी यह एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो सकता है। वहीं हम लॉकडाउन में फंसे लोगों का मनोरंजन भी कर सकते हैं।''

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अय्यर का मानना है कि 7-8 सप्ताह के ब्रेक के बाद क्रिकेट मैदान पर वापसी आसान नहीं होगा। वहीं स्ट्रेंथ कंडीशनिंग कोच निक वेब और फील्डिंग कोच ने भी यह बात जाहिर की है।

उन्होंने कहा, ''हां, इंटरनेशल क्रिकेट में वापसी से पहले हमें कुछ नेट सेशन की जरुरत पड़ेगी। इसके साथ ही हमें अपने फिटनेस पर भी कुछ दिनों के लिए काम करना पड़ेगा। हम लंबे अर्से बाद अपने हाथ में बल्ला थामेंगे। इसके साथ ही मैदान पर 140 की स्पीड से आती गेंद का सामना करना यह सब बिल्कुल भी आसान नहीं रहने वाला है। हमें फिर से उसी लय में आने कुछ वक्त लग सकता है।''

अय्यर ने कहा क्रिकेट की वापसी से पहले हमें ट्रेनिंग सेशन की जरुरत पड़ेगी ताकि हम पूरी तरह से अपने आपको को इस खेल के लिए खुद ढाल पाएं और एक बार फिर से क्रिकेट को बहाल करें।

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अय्यर ने कहा, ''यह किसी के लिए भी आसान नहीं होने वाला है। हालांकि हम सब पेशवर हैं और यहां तक पहुंचने के लिए काफी मेहनत की है। हम सालों से क्रिकेट खेलते आ रहे हैं। ऐसे में हम जल्द ही खुद को उस माहौल में ढाल लेंगे। यह हम सब के लिए एक अच्छी चुनौती है कि हम मिलकर एक बार फिर से क्रिकेट को बहाल करें।''

आपको बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन को भी अनिश्चित समय के लिए टाल दिया गया है। आईपीएल के इस सीजन की शुरुआत 29 मार्च से होनी थी लेकिन देश में जारी लॉकडाउन के कारण बीसीसीआई को इसे स्थगित करने का फैसला लेना पड़ा।



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विराट कोहली के साथ तुलना करने पर इस पाकिस्तानी खिलाड़ी ने उड़ाई अपनी ही टीम की खिल्ली

Virat Kohli Ahmed shehzad Kohli vs Shehzad India vs Pakistan Indian cricket Team Pakistan Cricket Board Image Source : GETTY IMAGES

मौजूदा समय में भारतीय कप्तान विराट कोहली की गिनती दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में की जाती है। इस वजह से कई टीमें अपने खिलाड़ियों की तुलना विराट कोहली से करने लगते हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा पाकिस्तान की टीम के खिलाड़ियों की तुलना कोहली से की जाती है। कभी पाक खिलाड़ी अहमद शहजाद की तुलना लोग कोहली से करने लगते हैं तो कभी पाकिस्तान के मौजूदा वनडे और टी20 टीम के कप्तान बाबर आजम की। लेकिन अब इस तुलना पर पाकिस्तानी बल्लेबाज अहमद शहजाद ने जवाब देते हुए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की खिल्लियां उड़ाई हैं।

जी हां, अहमद शहजान ने अप्रत्‍यक्ष रूप से पाकिस्तान टीम मैनेजमेंट पर इलजाम लगाए हैं कि बोर्ड और कप्तान के सपोर्ट ना मिलने से खिलाड़ी कुछ नहीं कर सकता।

अहमद शहजाद ने क्रिकिंगफ को दिए एक इंटरव्यू में कहा “बेशक, तुलना के कारण दबाव आता है। हम बिना बैकग्राउंड देखे हुए दो खिलाड़ियों की तुलना करने लगते हैं। किसी भी खिलाड़ी को सफल होने के पीछ कोच, कप्तान और क्रिकेट बोर्ड का समर्थन जरूरी होता है। संक्षेप में, उसे अच्छा करने के लिए आत्मविश्वास की आवश्यकता होती है।”

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टेस्ट क्रिकेट में अहमद शहजाद की शुरुआत बेहद ही लाजवाब रही थी। उन्होंने अपने पहले 13 टेस्ट मैचों में 40 से अधिक की औसत से 982 रन बनाए थे, वहीं कप्तान कोहली के शुरुआती करियर के इतने मैचों में 788 ही रन थे। लेकिन बाद में शहजाद अपनी फॉर्म को जारी नहीं रख पाए और फिर 2018 में वह डोप टेस्ट में भी फेल हो गए। इस टेस्ट में फेल होने के बाद उन पर चार महीने का बैन लगा जो नियमों का उल्लंघन करने के बाद 6 और महीनों तक के लिए बढ़ दिया गया। बता दें, बैन के बावजूद शहजाद ने कल्ब क्रिकेट खेला था।

शहजाद ने आगे कहा "जब तक और जब तक एक खिलाड़ी को आवश्यक समर्थन और ज्यादा खेलने का मौका नहीं दिया जाता तब तक उसका आत्मविश्वास नहीं बढ़ेगा। फिर वे बस टीम में रहने के लिए लड़ाई करते हैं।"

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अंत में शहजाद ने विराट कोहली और रोहित शर्मा को भाग्यशाली बताते हुए कहा "अगर आप विराट कोहली, रोहित शर्मा, जो रूट, केन विलियमसन और बाबर आजम का बैकग्राउंड देखते हैं तो वह काफी भाग्यशाली रहे हैं। विराट कोहली ने बताया था कि उन्हें कई सीरीज से ड्रॉप किया जाना था, लेकिन धोनी ने उनका साथ दिया। ऐसा ही कुछ रोहित शर्मा के साथ भी हुआ। धोनी ने ऐसे उनमें विश्वास पैदा किया।"



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एमएस धोनी पर हमेशा आरोप लगाने वाले युवराज सिंह के पिता को मोहम्मद कैफ ने दिया मुंह तोड़ जवाब

Mohammad Kaif gave a befitting reply to the father of Yuvraj Singh, who always accused MS Dhoni Image Source : GETTY IMAGES

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह के पिता अकसर पूर्व कप्तान और मौजूदा विकेट कीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी पर अकसर आरोप लगाते रहते हैं। युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह कभी कहते हैं कि धोनी की वजह से उनका बेटा कप्तान नहीं बन पाया तो कभी वह कहते हैं धोनी ने उनके बेटे के करियर को खत्म कर दिया, लेकिन अब इन सभी आरोपों का जवाब युवराज सिंह के खास दोस्त मोहम्मद कैफ ने दिया।

हेल्लो ऐप के साथ एक लाइव सेशन के दौरान मोहम्मद कैफ ने योगराज सिंह के आरोपों द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में बात करते हुए कहा "मुझे नहीं लगता कि युवी के पिता के आरोप सही हैं। युवराज छोटे फॉर्मेट के चैंपियन प्लेयर हैं, उन्हें कुछ और मौके मिलने चाहिए थे लेकिन भारत में जब कोई भी खिलाड़ी फॉर्म खो देता है और कुछ मैचों में खराब प्रदर्शन करता है तो उसके लिए टीम में जगह बनाए रखना बहुत मुश्किल हो जाता है।"

भारतीय क्रिकेट टीम की बैंच स्ट्रेंथ काफी मजबूत है और यह बात कई विदेशी खिलाड़ी भी कह चुके हैं। ऐसे में जब कोई खिलाड़ी आउट ऑफ फॉर्म होता है तो इन खिलाड़ियों को मौका दिया जाता है जो भारत के लिए खेलने को बेताब होते हैं। कैफ ने कहा "कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी टीम में जगह बनाने को बेताब हैं और इंतजार करते हैं। ऐसे में चाहे कोई भी खिलाड़ी हो, उसके लिए फॉर्म खोने के बाद खुद को टीम में बचाना काफी मुश्किल होता है।"

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धोनी की कप्तानी में भारत ने कई आईसीसी ट्रॉफी जीती है और उनकी गिनती भारत के सबसे सफल कप्तानों में होती है। धोनी की कप्तानी के बारे में बात करते हुए नैटवेस्ट सीरीज-2002 के हीरो रहे इस मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज ने आगे कहा "धोनी पर आरोप निराधार हैं। वह वाइट बॉल क्रिकेट में सबसे सफल कप्तान हैं और इसलिए उन्हें अपनी टीम चुनने के लिए थोड़ी आजादी तो चाहिए। आप उनसे तब सवाल कर सकते हो जब वह फेल होते हैं लेकिन उनका रिकॉर्ड अच्छा है।"



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पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने दी इंग्लैंड दौरे की मंजूरी, जुलाई के पहले सप्ताह में रवाना होगी टीम

pakistan cricket team Image Source : GETTY

कोरोना वायरस महामारी के बीच क्रिकेट जगत के लिए एक बड़ी खबर आई है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने जुलाई में होने वाले इंग्लैंड के दौरे को मंजूरी दे दी है। PCB ने वीडियो लिंक पर इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के साथ बैठक की जिसमें सुरक्षित वातावरण में तीन टेस्ट और तीन T20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने की मंजूरी दी गई।

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मुख्य कार्यकारी वसीम खान ने एक टीवी चैनल को बताया कि पीसीबी ने वीडियो लिंक पर हुई बैठक में यह मंजूरी दी। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तानी टीम दर्शकों के बिना स्टेडियम में मैच खेलेगी । ये मैच उन मैदानों पर होंगे जहां स्टेडियम के भीतर ही होटल हैं।’’

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वसीम खान ने आगे बताया कि 25 खिलाड़ी विशेष विमान से जुलाई के पहले सप्ताह में इंग्लैंड रवाना होंगे और 14 दिन क्वॉरंटाइन पूरा होने के बाद मैच शुरू होंगे। पाकिस्तान टीम के टेस्ट कप्तान अजहर अली और लिमिडेट ओवर फॉर्मेट के कप्तान बाबर आजम को अगले सप्ताह इस दौरे के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। 

उन्होंने जोर देकर कहा कि खिलाड़ियों का स्वास्थ्य और सुरक्षा सर्वोपरि होगी और कोई भी खिलाड़ी इंग्लैंड जाने के लिए बाध्य नहीं होगा। 

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खान ने कहा, "अगर कोई खिलाड़ी नहीं जाना चाहता है, तो हम उनके फैसले को स्वीकार करेंगे और कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं करेंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि दौरे पर जाने से पहले सरकार की मंजूरी ली जाएगी।

खान ने कहा, "मैनचेस्टर और साउथैम्प्टन टेस्ट सीरीज के लिए संभावित स्थान होंगे और ECB जल्द ही तीसरे स्थान की घोषणा करेगा।" 

उन्होंने कहा, “मेजबान देश पर सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने की जिम्मेदारी होगी और पूरे दौरे पर मेडिकल स्टाफ हमारी टीम के साथ रहेगा। हम अपने सभी खिलाड़ियों का परीक्षण करेंगे और नियमित तापमान जांच सुनिश्चित करेंगे। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि इन चुनौतीपूर्ण समय के दौरान क्रिकेट को पुनर्जीवित किया जाए।"



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लॉकडाउन में कप्तान विराट कोहली ने उठाया बैट और गेंद, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

Virat kohli and Anushka sharma  Image Source : TWITTER AND INSTAGRAM SCREEN GRAB

कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरी दुनिया में क्रिकेट आयोजन ठप्प पड़े हुए हैं। भारत में बिते 25 मार्च से लॉकडाउन जारी है। ऐसे में कोई भी क्रिकेटर अपनी फिटनेस ट्रेनिंग के लिए ठीक से ड्रिल या दौड़ भी नहीं लगा पा रहे होगें। इस हालात में लाजमी है कि वह क्रिकेट को जरूर मिस करते होंगे।

हालांकि इस लॉकडाउन में वे मन बहलाने के लिए घर का काम, ऑनलाइन वीडियो चैट करते रहते हैं, लेकिन इस बीच सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें भारतीय कप्तान विराट कोहली अपने घर की छत पर क्रिकेट खेलते हुए स्पॉट किए गए हैं।

इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा भी मौजूद हैं। इस वीडियो में अनुष्का बल्लेबाजी करती हुई नजर आ रही है जबकि विराट गेंदबाजी कर रहे हैं।

यह वीडियो ट्विटर पर इंडियन स्पोर्ट्स फैंस नाम के एक हैंडल से पोस्ट किया गया है।

आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेटर्स की लोकप्रियता देश विदेश हर जगह है। खास तौर से भारत में उनका दर्जा सुपरस्टार से भी बढ़कर है। ऐसे में वह जहां भी कहीं बाहर जाते हैं तो उन्हें देखने के लिए भीड़ लग जाती है।

हालांकि लॉकडाउन के कारण इस समय सब अपने-अपने घर में आराम कर रहे हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर वायरल हो इस वीडियो से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारतीय क्रिकेटरों के प्रति लोगों की कितनी दिवानगी है और वह उन्हें कितना अधिक फॉलो करते हैं। 



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चीन फुटबॉल संघ ने लीग को लेकर पेश किया नया प्रस्ताव

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चीन की सुपर लीग (सीएसएल)-2020 सीजन को लेकर एक नया प्रस्ताव पेश किया गया है। यह प्रस्ताव चीन फुटबॉल संघ (सीएफए) और सीएसएल के क्लब प्रतिनिधित्वों के बीच हुई बैठक के बाद पेश किया गया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सीएसएल-2020 सीजन 22 फरवरी से शुरू होनी थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। हालांकि चीन में वायरस अब नियंत्रण में है और देश में शीर्ष फुटबॉल लीग को फिर से शुरू करने को लेकर चर्चा जारी है।

सीएफए के प्रस्ताव दो चरण के प्रारूप में है और यह 20 दिनों का है जबकि आम समय में यह 30 दिनों का होता है।

पहले चरण में 16-टीमों की लीग को दो भागों में बांटा जाएगा, जो होम एंड अवे और राउंड रोबिन प्रारूप में खेला जाएगा। इसमें प्रत्येक ग्रुप में शीर्ष चार टीमें फाइनल ए में प्रवेश करेंगी और नीचे की चार टीमें बी में खेलेगी।

इसके बाद सीजन की अंतिम रैंकिंग तय करने के लिए टीमें तीन राउंड की नॉकआउट मैच खेलेंगी।

सीएफए ने कहा कि सभी क्लब पहले चरण के प्रारूप पर सहमत थे, लेकिन दूसरे चरण को लेकर अभी बातचीत करने की जरूरत है।

चीन की फुटबॉल संघ ने बताया कि सीजन के शुरुआती मैच, बिना दर्शकों के ही खेले जाएंगे और फिर इसके बाद धीरे धीरे सामाजिक दूरी के निर्देशों का पालन करते हुए उन्हें वापसी की अनुमति दी जाएगी।



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खिलाड़ियों ने की हॉकी इंडिया के ऑनलाइन कोचिंग कोर्स की प्रशंसा

 Hockey India Image Source : TWITTER: @THEHOCKEYINDIA

नेशनल सीनियर टीम के खिलाड़ियों ने शनिवार को कहा कि हॉकी इंडिया के ‘बेसिक लेवल’ के कोचिंग कोर्स ने खेल के बारे काफी चीजें बतायी जिससे उन्हें मैदान पर बेहतर फैसले लेने में मदद मिलेगी। भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के यहां स्थित केंद्र में मौजूद 32 सीनियर पुरूष और 23 महिला कोर संभावित खिलाड़ियों ने इस ऑनलाइन कोर्स में हिस्सा लिया जिसे ‘हाकी इंडिया कोचिंग एजुकेशन पाथवे’ का नाम दिया गया है जो पिछले साल शुरू हुआ था। 

कोर संभावित खिलाड़ियों को अपने ऑनलाइन सत्र की समीक्षा के लिये 36 घंटे मिले, जिसके बाद उन्होंने एक ऑनलाइन ‘एसेसमेंट’ परीक्षा दी जो एफआईएच नियम और दिशानिर्देशों पर आधारित थी। 

पुरूष और महिलाओं की यह परीक्षा क्रमश: 11 और 15 मई को हुई। पुरूष टीम के मिडफील्डर हार्दिक सिंह ने कहा कि सभी नियम और दिशानिर्देश सीखने से उन्हें बेहतर फैसले करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हाकी बहुत ही फुर्ती का खेल है। सेकेंड के अंदर कई चीज हो जाती हैं और कभी कभार सही फैसले लेने का हमारे पास ज्यादा समय नहीं होता। ’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘कोचिंग कोर्स के जरिये सभी नियमों को जानने से मुझे निश्चित रूप से मदद मिलेगी और साथ ही हमें पता होगा कि मैचों के दौरान कब वीडियो रैफरल लेने चाहिए। ’’ 

फॉरवर्ड रमनदीप ने कहा कि उन्हें खेल का इतिहास जानकर खुशी हुई। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे सच में कोर्स में बहुत मजा आया। मैं लंबे समय से खेल रहा था लेकिन मैं खेल के इतिहास के बारे में इतना कुछ नहीं जानता था। हाकी भारतवासियों के लिये काफी अहम खेल है और हमारे लिये यह जानना बहुत ही महत्वपूर्ण रहा कि यह खेल कैसे शुरू हुआ और दुनिया भर में कैसे फैला। ’’ 

महिला टीम की गोलकीपर सविता ने कहा, ‘‘गोलकीपर होने के नाते, मुझे लगता है कि मेरे लिये हाकी से जुड़े सभी पहलुओं को जानना बहुत अहम है। ’’



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टेनिस की बुलंदियों पर पहुंचकर नोवाक जोकोविच खत्म करना चाहते हैं अपना करियर

Novak Djokovic Image Source : GETTY IMAGES

स्टार टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच को विश्वास है कि वह अपना करियर खत्म होने से पहले सबसे ज्यादा ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने के साथ सबसे ज्यादा सप्ताह तब विश्व रैंकिंग में पहले स्थान पर रहने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे। सर्बिया के इस टेनिस खिलाड़ी ने 17 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। 

वह इस मामले में पहले स्थान पर काबिज रोजर फेडरर (20) से तीन और राफेल नडाल (19) से दो कदम दूर हैं। कोरोना वायरस महामारी के कारण 2020 सत्र का खेल रोके जाने से पहले जोकोविच ने ऑस्ट्रेलियाई ओपन का अपना आठवां खिताब जीता था। 

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इस साल उन्होंने ने 18 मुकाबले खेले और सभी में जीत दर्ज की। जोकोविच ने ‘इन डेप्थ विद ग्राहम बेंसिंगर’ टेलीविजन कार्यक्रम में कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि मेरे पास अभी भी इस खेल में काफी कुछ करने की क्षमता है। मेरा मानना ​​है कि मैं और अधिक ग्रैंडस्लैम जीत सकता हूं और नंबर वन रैंकिंग सबसे अधिक सप्ताह तक रहने का रिकॉर्ड तोड़ सकता हूं। निश्चित रूप से ये दोनों मेरे लक्ष्य हैं।’’ 

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जोकोविच 282 सप्ताह तक शीर्ष रैंकिंग पर रहे हैं। यह रिकॉर्ड भी फेडरर के नाम है जो 310 सप्ताह तक पहले स्थान पर रहे है। दिग्गज पीट सम्प्रास 286 सप्ताह तक पहले स्थान पर रहे हैं। जोकोविच 22 मई को 33 साल के हो जाएंगे और उन्हें उम्मीद है कि वह 40 साल की उम्र तक टेनिस खेल सकेंगे। 

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं किसी समय सीमा में नहीं बंधना चाहता हूं। मैं निश्चित रूप से लंबे समय तक खेलना चाहता हूं ।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे पता है कि अब मैं साल में ज्यादा टूर्नामेंट नहीं खेल पाउंगा। मैं शायद 40 साल की उम्र तक खेलूंगा लेकिन इसके लिए मुझे बड़े टूर्नामेंटों का चयन कर खेलना होगा।’’ 



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रामनरेश सरवन के खिलाफ दिये बयान पर कायम हैं क्रिस गेल, अब कही यह बड़ी बात

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वेस्टइंडीज के विस्फोटक ओपनर बल्लेबाज क्रिस गेल ने कहा कि टीम के पूर्व साथी खिलाड़ी रमनरेश सरवन के खिलाफ दिये बयान पर ‘वह कायम है’ लेकिन उनकी इस हरकत से क्रिकेट वेस्टइंडीज (सीडब्ल्यूआई) की छवि को नुकसान हुआ है। गेल के इस बयान के बाद कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) ने इस मामले को बंद करने का फैसला किया। 

गेल ने 2020 सत्र के लिए सेंट लुसिया टीम से जुड़ने वाले सरवन को ‘कोरोना वायरस’ से भी खतरनाक बताया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि सरवन के कारण उन्हें जमैका टालावाज टीम से बाहर कर दिया गया था। 

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सीपीएल की तकनीकी समिति (सीटीसी) से जारी बयान में गेल ने माना कि सरवन को लेकर दिये गये उनके बयान से सीडब्ल्यूआई और सीपीएल की छवि को नुकसान पहुंचा है।

इस पर गेल ने कहा, ‘‘ मैंने ये वीडियो इस इरादे से बनाया था कि जमैका के प्रशंसकों को समझा सकूं। मैं टालावाज फ्रैंचाइजी के साथ ही अपने सीपीएल करियर को खत्म करना चाहता था। मैं इस टीम के साथ पहले दो बार सीपीएल खिताब जीत चुका हूं।’’ 

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उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने अपनी नाराजगी जताने के लिए यह टिप्पणी की थी। मैं अपने बयान पर कायम हूं। मेरे बयान दिल से निकले थे। हालांकि अब मुझे पता चला कि मेरे बयान के एक हिस्से से सीडब्ल्यूआई, सीपीएल की छवि को नुकसान हुआ। मेरा इरादा इस टी20 टूर्नामेंट को नुकसान पहुंचाने का नहीं था।’’

सीटीसी के प्रमुख पीजे पैटरसन ने कहा कि इस मामले की सुनवाई के लिए एक स्वतंत्र तीन सदस्यीय न्याधिकरण की स्थापना से पहले क्रिकेट वेस्टइंडीज, सीपीएल और गेल के फायदे के लिए आरोपों को निपटाने के प्रयास किए। 



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कड़े सुरक्षा निर्देशों के बीच पिच पर लौटी जर्मन फुटबॉल लीग

Bundesliga  Image Source : TWITTER/BUNDESLIGA

जर्मन फुटबॉल लीग शनिवार से पिच पर लौट गयी और कोरोना वायरस महामारी के बाद बहाल होने वाली यह पहली यूरोपीय लीग बन गयी। दो महीने के ब्रेक के बाद जर्मन फुटबॉल लीग ने मैचों की बहाली के लिये असाधारण विस्तृत योजना चांसलर एंजेला मर्केल और अन्य 16 नेताओं को भेजी थी।

उन्होंने साथ ही संक्रमण को रोकने के लिये कई दिशानिर्देश भी भेजे थे। स्टेडियम खाली होंगे, जिसमें सिर्फ खिलाड़ियों के चिल्लाने की आवाजें और रैफरियों की सीटी की आवाज सुनाई देगी। 

जर्मनी में अन्य यूरोपीय देशें की तुलना में कोरोना वायरस से कम मौतें हुई हैं लेकिन फिर भी दर्शकों का लौटना अब भी खतरनाक है। ‘बोरूसिया डार्टमंड’ का सामना स्थानीय प्रतिद्वंद्वी ‘शाल्के 04’ से होगा। 

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इस मुकाबले में सामान्य तौर पर 82,000 के करीब दर्शक आते, लेकिन अब यह बिना दर्शकों के खेला जायेगा। इंग्लैंड, इटली और स्पेन में अभी भी लीग फुटबॉल शुरू होने में एक महीना लगेगा। 

दर्शकों के बिना खेले जाने वाले इस मुकाबले में चुनिंदा मीडियाकर्मी और अधिकारी ही मौजूद होंगे। लीग के दौरान स्थानापन्न खिलाड़ी मास्क पहनेंगे । गोल का जश्न कोहनी टकराकर मनाया जायेगा। 

ना तो कोई हाथ मिलायेगा और ना गले मिलेगा। ना तो किसी टीम को घर में खेलने का फायदा मिलेगा और ना मेहमान टीम घाटे में रहेगी।



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दर्शकों के बिना खाली स्टेडियम में भी क्रिकेट खेलने के लिए उत्साहित हैं जेम्स एंडरसन

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इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने कहा कि वह टीम के लिये इस सीजन में खेलने को लेकर रोमांचित हैं, भले ही उन्हें ये मैच दर्शकों के बिना खाली स्टेडियम में खेलने पड़े। इंग्लैंड के क्रिकेटर अगले हफ्ते से सीमित व्यक्तिगत ट्रेनिंग शुरू करेंगे। 

इंग्लैंड एंव वेल्स क्रिकेट बोर्ड को उम्मीद है कि वे कोरोना वायरस के कारण स्थगित सत्र शुरू कर सकते हैं। लेकिन अधिकारियों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय मैच दर्शकों के बिना ही खेले जा सकते हैं। 

एंडरसन का उत्साह हालांकि इस बात से कम नहीं हुआ है और वह इंग्लैंड के लिये खेलने के लिये बेताब हैं। इस तेज गेंदबाज ने नयी गेंद के उनके साथी स्टुअर्ट ब्राड से इंस्टाग्राम लाइव पर बातचीत करते हुए कहा, ‘‘ हम इन गर्मियों में जिस तरह से क्रिकेट खेलने की संभावना के बारे में बात कर रहे हैं, वह एक तरह से रोमांचित करने वाला है। ’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि जहां तक सुरक्षा का संबंध है तो मुझे ऐसे खेलने में कोई परेशानी नहीं होगी। हम काफी लंबे समय से इंग्लैंड के लिये खेल रहे हैं। हमारे पास कुछ शानदार लोग हैं जो हर संभावना पर काम कर रहे हैं ताकि हम आगे बढ़ें। ’’ 

37 साल के इस अनुभवी गेंदबाज ने कहा कि उन्हें लंकाशर के लिये काउंटी मैचों में कम दर्शकों के साथ खेलने का अनुभव है। 



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"Jewel For Indian Cricket": Ravi Shastri's Stamp For Rajasthan Royals Star

RR captain Samson scored the highest for RR with an unbeaten 71 off 33 while Jurel played a blistering knock of 52 runs in 34 deliveries. ...