हाल ही में पाकिस्तान के विकेट कीपर बल्लेबाज उमर अकमल को उनके तीन साल के बैन में रियायत मिली है, लेकिन इससे पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया खुश नहीं है। उनका कहना है कि बाकि खिलाड़ियों के मुकाबले पाकिस्तान में मेरे लिए किसी भी तरह की सहनशीलता की पॉलिसी नहीं है।
बता दें, हाल ही में उमर अकमल के बैन को 3 साल से घटाकर 18 महीने का कर दिया है। इसका मतलब यह है कि वह अगले साल अगस्त तक फिर से क्रिकेट खेलना शुरू कर सकते हैं।
दानिश कनेरिया ने ट्वीट करते हुए लिखा "ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी केवल डेनिश कैनेरिया पर लागू होती है, दूसरों पर नहीं, क्या कोई मुझे इसका जवाब दे सकता है कि क्यों मुझे लाइव टाइम बैन मिला और बाकियों को क्यों नहीं। क्या ये पॉलिसी कास्ट, कलर और पावरफुल बैकग्राउंड पर लागू होती है। मैं हिंदू हूं और मैं अपने बैकग्राउंड पर धर्म पर गर्व करता हूं।"
Zero Tolerance policy only apply on Danish kaneria not on others,can anybody answer the reason why I get life ban not others,Are policy applies only on cast,colour and powerfull background.Iam Hindu and proud of it that’s my background and my dharam.
— Danish Kaneria (@DanishKaneria61) July 29, 2020
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हाल ही में दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ( पीसीबी ) से गुहार लगाई है कि वे उन पर लगे आरोपों पर एक बार फिर विचार करें और उन्हे जीवन में आगे बढने का दोबारा मौका दे। जिससे वो अपने देश पाकिस्तान के लिए एक से बढ़कर एक बेहतरीन लेग स्पिन गेंदबाज तैयार कर सके।
दानिश कनेरिया ने एएनआई से कहा, "पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को इस बारे में सोचना चाहिए। मैं उनसे कहना चाहूँगा कि वो अपने सेटअप में कई खिलाड़ियों को शामिल करें जो कम से कम 30 से 40 टेस्ट मैच पाकिस्तान के लिए खेल चुके हों। ये सभी पूर्व खिलाड़ी अकेडमी के जरिये पाकिस्तान में टैलंट तराशने का काम कर सकते हैं।"
कनेरिया ने आगे कहा, "हाल ही में पीसीबी ने सक़लैन मुश्ताक को अंतराष्ट्रीय खिलाड़ियों के विकास का मुख्य कार्यकारी बनाया था। ये बहुत ही सही दिशा में उठाया गया कदम है। सकलैन काफी अनुभवी हैं और वो जरूर खिलाड़ियों की काफी मदद करेंगे।"
इतना ही नहीं पाकिस्तान में कम होते स्पिन गेंदबाजों की संख्या के बारे में बात करते हुए दानिश ने कहा, "पाकिस्तान में स्पिनरों की संख्या कम हो रही है। यही कारण है कि मैं अपना नाम साफ करना चाहता हूं और देश में स्पिनरों की मदद करना चाहता हूं। मैं उनके साथ अपने करियर को आकार देने के लिए काम करना चाहूंगा और मैं एक बार फिर पाकिस्तान को क्वालिटी वाले लेग स्पिनर देना चाहूंगा।"
बता दें कि कनेरिया पर साल 2009 काउंटी क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग का आरोप लगा था। कनेरिया ने साल 2018 में अपने इस आरोप को कबूल किया था, जिसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड उन्हें आजीवन बैन लगा दिया।
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