राहुल द्रविड़ ने कहा है कि भारतीय क्रिकेट पर COVID -19 महामारी का असली प्रभाव अक्टूबर में महसूस किया जाएगा, जब देश के जूनियर और महिला क्रिकेटरों का घरेलू सत्र शुरू होगा। सभी राज्य संघों की तरह, जिन्होंने अपने टूर्नामेंटों को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है या रद्द कर दिया है, एनसीए को भी देशव्यापी लॉकडाउन के बाद अपना संचालन फिर से शुरू करना है।
डेक्कन हेराल्ड द्वारा आयोजित एक वेबिनार में द्रविड़ ने कहा कि हम अब तक भाग्यशाली रहे हैं (कोरोना महामारी बीसीसीआई के घरेलू सत्र के अंत में मार्च में शुरू हुई), लेकिन अक्टूबर आते-आते चीजें तनावपूर्ण हो सकती हैं।
द्रविड़ ने कहा, "कुछ अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट रद्द कर दिए गए।लोग हमेशा उनके लिए समय और स्थान हासिल कर सकते हैं, लेकिन अक्टूबर के आते ही मुझे लगता है कि यह महामारी और भी ज्यादा असर डालेगी। अगले घरेलू सीजन में हमारे बहुत से युवा घरेलू खिलाड़ी हैं जिनमें जूनियर्स, अंडर -16, अंडर -19 और महिला क्रिकेटर्स शामिल हैं। ये घरेलू सीजन अक्टूबर से शुरू होता हैं।"
उन्होंने कहा, "अगर हम तब तक सामान्य स्थिति लाने में सक्षम नहीं हुए, तो इसमें अधिक समय लग सकता है। इसके बाद हमें अपने घरेलू क्रिकेट और जमीनी स्तर के क्रिकेट पर वास्तविक प्रभाव देखने को मिलेगा। ये साल किसी 23-24 साल के खिलाड़ी की तुलना में अंडर-19 के खिलाड़ी के लिए अधिक महत्वपूर्ण है।"
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि बीसीसीआई को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि वह कौन से टूर्नामेंट की मेजबानी करना चाहता है क्योंकि इस साल पूर्ण घरेलू सत्र की ज्यादा संभावना नहीं है। द्रविड़ ने इससे पहले कहा था कि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड जिस बायो-सिक्योर माहौल में मैचों का आयोजन कर रहा है, वह कई देशों में संभव नहीं है।
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भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा माना जाता है कि सबसे पहले भारतीय क्रिकेट में फिटनेस और एथलेटिक्स का महत्व पूर्व विश्व विजेता कप्तान कपिल देव ने पेश किया था। जिन्हें देखकर खिलाड़ियों ने क्रिकेट में फिटनेस का पाठ भी पढ़ा। इस तरह गेंद और बल्ले दोनो से धमाल मचाने वाले टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाजी ऑल राउंडर कपिल देव का मानना है कि वो अपने समय के अन्य ऑलराउंडर इमरान खान, रिचर्ड हेडली, और इयान बॉथम की तुलना में बेहतर एथलीट थे। हालांकि उन्होंने पाकिस्तान के इमरान खान को उस समय का सबसे मेहनती खिलाड़ी और सर हेडली को उन्होंने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज बताया।
कपिल ने कहा, "हम चारों में रिचर्ड हेडली सबसे बढ़िया गेंदबाज थे। वह कंप्यूटर की तरह थे। मैं यह नहीं कहूंगा कि इमरान खान बेस्ट एथलीट थे या सबसे नेचुरल थे, लेकिन वह सबसे मेहनती खिलाड़ी थे। जब उन्होंने शुरुआत की तो वह एक साधारण गेंदबाज की तरह दिखे, लेकिन फिर वह बहुत मेहनती तेज गेंदबाज बन गए और उन्होंने खुद से सीखा। और फिर उन्होंने अपनी बल्लेबाजी पर भी काम किया।"
वहीं क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के बारे में आगे कपिल देव ने महिला टीम के मौजूदा कोच डब्ल्यू वी रमन के साथ बातचीत में कहा, "सचिन के पास जितनी प्रतिभा थी उतनी मैंने किसी और में नहीं देखी। वह जानते थे कि शतक कैसे लगाना है, लेकिन वह कभी निष्ठुर बल्लेबाज नहीं बने। सचिन के पास क्रिकेट में सब कुछ था। वह शतक बनाना जानते थे लेकिन उस शतक को दोहरे शतक और तिहरे शतक में बदलना उन्हें नहीं आता था।"
बता दें कि भारत को क्रिकेट का पहला विश्वकप साल 1983 में जिताने वाले कपिल देव ने भारत के लिए 131 टेस्ट मैच व 225 वनडे मैच खेलें। जिसमें उनके नाम क्रमशः 5248 रन और 3783 रन हैं। जबकि 173 रनों की नाबाद वनडे में उनकी सर्वोच्च पारी भी है। इतना ही नहीं गेंदबाजी में टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 434 विकेट जबकि वनडे में 253 विकेट हैं। टेस्ट क्रिकेट में 83 रन पर 9 विकेट उनका गेंदबाजी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
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आईसीसी विश्वकप 2015 के क्वार्टरफ़ाइनल मुकाबले में पाकिस्तानी गेंदबाज वहाब रियाज को स्लेज करने के लिए शेन वाटसन ने अब पछतावा है। उनका मानना है कि उन्हें चिढाना काफी भरा पड़ा क्योंकि मुझे नहीं मालुम था कि उसके बाद वो इतनी तेज गेंदबाजी स्पेल मेरे सामने डालेंगे।
दरअसल 2015 विश्वकप के क्वार्टरफ़ाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान आमने-सामने थे। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के जोस हेजलवुड और मिचेल स्टार्क की खतरनाक गेंदबाजी के आगे पाकिस्तान की पूरी टीम 213 रनों पर ऑल आउट हो गई थी। जिसमें वहाब रियाज को भी बल्लेबाजी करने आना पड़ा था। ऐसे में जब वहाब बल्लेबाजी कर रहे थे तो वो तेज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना अच्छे से नहीं कर पा रहे थे। तभी स्लिप में खड़े शेन वाटसन ने उन्हें स्लेज करते हुए कहा था कि क्या तुम्हारे बल्ले में छेद है?
जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी आई और उनके 59 रन पर तीन विकेट गिर चुके थे। तभी वहाब के सामने शेन वाटसन आए और उन्होंने इतनी कसी व तेज गेंदे वाटसन के सामने डाली की वो भौचक्के रह गए। जिस पर वहाब ने पहले खुलासा करते हुए कहा था कि मैच में जब वाटसन बल्ला लेकर उतरा था तो मैं अपना सारा हिसाब बराबर करना चाहता था। इसलिए मैंने तेज गति से स्पेल डाला था।
ऐसे में इस घटना के बारे में वहाब के बाद जब एक फैन्स ने वाटसन से उनके इन्स्टाग्राम पेज पर सवाल पूछा तो वाटसन ने बेबाकी से जवाब दिया। उनका मानना है कि ये उनके करियर का सबसे शानदार पल है लेकिन उसकी गेंदबाजी वाकई बहुत खतरनाक थी।
वाटसन ने कहा, "वहाब बिल्कुल पूरी तरह से पागल हो चुके थे और ऐसा लग रहा था आज वो मेरी बत्ती गुल कर देंगे। वो बहुत ही सटीक और तेज बाउंसर डाल रहे थे।"
वाटसन ने आगे कहा, "ये मेरे लिए बेवकूफाना था कि मैं समझ नहीं पाया वहाब इतनी तेज और सटीक गेंदबाजी भी कर सकते हैं। मैंने उन्हें कुछ कहा क्योंकि वो स्टार्क की गेंद पर बल्ला नहीं मिला पा रहे थे। इसलिए मैं उनके पास गया और बोला कि क्या तुम्हारे बल्ले में छेद है? क्योंकि तुम हर बार गेंद मिस कर रहे हो। इसके बाद मुझे बिलकुल विश्वास नहीं था कि वो इस तरह म्मुझ्स्से गेंदबाजी में बदला लेंगे।"
बता दें कि उस मैच में वहाब ने 9 ओवर गेंदबाजी की और 54 रन खर्च करके दो सफलता हासिल की। हलांकि इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट से जीत हासिल की थी। मगर इस घटना के कारण वहाब को जहां 50 फीसदी मैच फीस का जुर्माना देना पड़ा वहीं वाटसन को 15 फीसदी मैच फीस का जुर्माना भरना पड़ा था।
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इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच साउथहैंपटन में खेले जाने वाले पहले मैच से 138 दिन के लंबे इंतजार के बाद एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हुई और 30 जुलाई को पहला वनडे मैच खेला गया। जिसमें इंग्लैंड ने डेविड विली की घातक गेंदबाजी और बाद में सैम बिलिंग्स की शानदार बल्लेबाजी से पहला मैच 6 विकेट से जीता। इस मैच में डेविड विली के 5 विकेट के चलते आयरलैंड बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम्यबा रही और 172 के कुल योग पर ऑल आउट हो गई। उसके बाद इंग्लैंड की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही लेकिन सैम बिलिंग्स ने नाबाद 67 रनों की पारी खेल टीम को आसानी से जीत दिला दी। इस तरह तीन मैचों की सीरीज में अब इंग्लैंड 1-0 से आगे है जबकि आयरलैंड की टीम दूसरे मैच में वापसी कर सीरीज को बराबरी की दहलीज पर ले जाना चाहेगी। जबकि इंग्लैंड ये मैच भी जीतकर सीरीज पर कब्ज़ा करना चाहेगी।
आइए जानते हैं इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले जाने वाले दूसरे वनडे मैच से जुड़ी अहम जानकारी-
कब खेला जाएगा इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच दूसरा वनडे मैच ?
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच दूसरा मैच 1 अगस्त 2020 को खेला जाएगा।
कहां खेला जाएगा इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच दूसरा वनडे मैच?
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच दूसरे वनडे मैच का आयोजन द रोज़ बाउल, साउथम्पटन में होगा।
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले जाने वाले दूसरे वनडे मैच का लाइव प्रसारण भारतीय समय के मुताबिक टीवी पर कितने बजे देख सकेंगे?
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले जाने वाले दूसरे वनडे मैच का लाइव प्रसारण आप भारतीय समय के मुताबिक शाम 6:30 बजे से देख सकेंगे जबकि टॉस 6 बजे होगा।
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले जाने वाले दूसरे वनडे मैच को टीवी पर किस चैनल पर देख सकेंगे?
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले जाने वाले दूसरे वनडे मैच को टीवी पर सोनी नेटवर्क के विभिन्न चैनल्स (Sony Six SD and Sony Six HD) पर देख सकते हैं।
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले जाने वाले दूसरे वनडे मैच की ऑनलाइन लाइव स्ट्रीमिंग कहां देखें ?
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले जाने वाले दूसरे वनडे मैच की ऑनलाइन लाइव स्ट्रीमिंग आप SonyLiv पर देख सकते हैं।
Nani, who had seen a penalty saved in normal time before the game finished in a 1-1 draw, made no mistake in the shoot-out with his side's fifth and final spot-kick.
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कोरोना महामारी के कारण जबसे आईसीसी ने आगामी ने अक्टूबर और नवम्बर माह में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्वकप को एक साल के लिए स्थगित किया है। तबसे बीसीसीआई द्वारा अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित पड़ी इंडियन प्रीमीयर लीग ( आईपीएल ) को जल्द से जल्द कराने की तैयारियां तेज कर दी है। जिसके चलते हाल ही में रिपोर्ट आई थी कि ये टूर्नामेंट अब देश से बाहर यूएई में सितंबर से नवंबर के बीच खेला जा सकता है। ऐसे में अब बीसीसीआई के साथ फ्रेंचाईजी और खिलाड़ियों ने भी बल्ला लेकर मैदान में उतरने से पहले घर में या उसके आस - पास मैदान में जाकर ट्रेनिंग करना शुरू कर दिया है।
इस कड़ी में जहां कुछ दिन पहले सुरेश रैना और बाद में रिषभ पंत भी बल्ला लेकर मैदान में बल्लेबाजी करते नजर आए थे। उसके बाद अब टीम इंडिया के गब्बर बल्लेबाज शिखर धवन भी बल्ला लेकर नेट्स में जमकर पसीना बहाते नजर आए हैं। इस बल्लेबाजी सेशन में वो लगभग हर गेंद पर हिट करते नजर आ रहे हैं।
शिखर धवन ने वीडियो शेयर करते हुए उसका कैप्शन देते हुए उन्होंने लिखा कि इस लय को इसी तीव्रता के साथ जारी रखना है और गेंद व बल्ले की टकराहट की वजह से जो आवाज आ रही है वो मुझे पसंद है। इस प्रैक्टिस सेशन के दौरान शिखर धवन मैदान की दोनों तरफ शॉट्स लगाते नजर आए। उन्हें देखकर ऐसा लग रहा है कि वो पिछले चार महीने से क्रिकेट से दूर होने के कारण भी अपनी फॉर्म से दूर नहीं रहे हैं।
गौरलतब है कि इस साल जनवरी महीने में वो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में चोटिल हो गए थे। जिसके चलते वो टीम इंडिया के न्यूजीलैंड दौरे पर नहीं जा सके थे। ऐसे में अब वो आगामी आईपीएल के 13वें सीजन में दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से खेलते नजर आएंगे। पिछले सीजन यानि आईपीएल 2019 में उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 521 रन बनाए थे।
बता दें कि टी20 विश्वकप स्थगित होने के बाद हार हाल में बीसीसीआई सितम्बर से नवंबर माह के बीच आईपीएल को कराना चाहता है। जो अभी तक कोरोना महामारी के चलते अनिश्चितकाल तक स्थगित है। ऐसे में चर्चा तेज है कि आईपीएल देश से बाहर यूएई में 19 सितंबर से 8 नवंबर के बीच खेला जाएगा। जिसकी बस अधिकारिक पुष्टि होने बाकि है जबकि सभी फ्रेंचाईजियों ने इसकी तैयारी करना शुरू कर दी है।
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पिछले साल अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी इरफ़ान पठान अब एक बार फिर मैदान में बल्ला लिए नजर आ सकते हैं। घरेलू क्रिकेट में लगातार मेहनत करने के बावजूद उनकी न टीम इंडिया में वापसी हुई बल्कि आईपीएल में भी उन्हें नजरअंदाज किया जाने लगा। ऐसे में पठान ने अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहकर विदेशों में खेली जाने वाली अन्य लीगों में खेलने का मन बनाया था। जिसके चलते उनका नाम हाल ही में श्रीलंका में आयोजित होने वाली लंका प्रीमीयर लीग के ड्राफ्ट में देखा गया है।
गौरतलब है कि कोरोना के बीच आईपीएल की तर्ज पर श्रीलंका अपने देश में एक नई लंका प्रीमीयार लीग (LPL) लाने जा रहा है। इस लीग का आयोजन अगले महीने होने वाला है। इस लीग में कुल 23 मैच होने हैं, जिनकी मेजबानी आर प्रेमदासा स्टेडियम, दांबुला स्टेडियम, पल्लेकल स्टेडियम और हंबनटोटा के महिंदा राजपक्षे स्टेडियम में होनी है। इस टी 20 टूर्नामेंट में पांच फ्रेंचाइजी खेलेंगी। इनमें कोलंबो, कैंडी, गाले, दांबुला और जाफना इन शहरों के नाम की टीमें होंगी।
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड यानी एसएलसी ने डेली न्यूज को बताया, "ड्राफ्ट में लगभग 143 विदेशी खिलाड़ी हैं, जो इस टूर्नामेंट में खेलने के लिए बहुत उत्सुक हैं और अब यह इन क्रिकेटरों का चयन करने के लिए संबंधित फ्रेंचाइजियों पर निर्भर है।"
इरफान पठान ने टीम इंडिया के लिए खेलने के अलावा आइपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद, राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स, किंग्स इलेवन पंजाब और दिल्ली कैपिटल्स के लिए टी20 क्रिकेट खेली है। ऐसे में उनके पास इस फॉर्मेट का काफी अनुभव है। इस तरह अगर पठान श्रीलंका में लीग खेलने जाते हैं तो वो कभी आईपीएल नहीं खेल पायेंगे।
बता दें कि इसमें इरफ़ान पठान के अलावा न्यूजीलैंड के सलामी बलेबाज मार्टिन गुप्टिल का नाम भी शामिल है। इस तरह अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट से बड़े नामों के तौर पर सिर्फ इन्ही दो खिलाड़ियों ने LPL में खेलने की इच्छा जताई है। जिसका आयोजन जल्द ही होगा और श्रीलंकाई फैन्स पहली बार अपने देश में टी20 लीग देखने का लुफ्त उठा पाएंगे।
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मार्च के पहले सप्ताह में भारतीय हॉकी टीम के 32 खिलाड़ी भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय कैम्प में इकट्ठा हुए थे। इस कैम्प का लक्ष्य एफआईएच प्रो लीग में हिस्सा लेने के लिए जर्मनी और इंग्लैंड के लिए जाने वाली टीम का चयन करना था। लेकिन तीन सप्ताह के भीतर कोविड-19 के कारण स्थिति बिगड़ गई जिसके कारण 25 मार्च को लॉकडाउन लगा और चार सप्ताह का यह कैम्प तीन महीने लंबा हो गया। खिलाड़ियों को जून के मध्य में अखिरकार घर जाने का मौका मिला।
टीम के अनुभवी गोलकीपर पीआर. श्रीजेश ने आईएएनएस से कहा, "यह हमारे लिए काफी मुश्किल है। हम गतिविधियों, टीम बैठकों और इस तरह की चीजों में व्यस्त थे। जब लॉकडाउन आया हमारी ट्रेनिंग का समय कम हो गया। हमें ट्रेनिंग कार्यक्रम मिला और उसके आधार पर हम छोटे-छोटे समूहों में जाकर ट्रेनिंग करने लगे।"
उन्होंने कहा, "इसलिए अगर हम कुछ गतिविधियां नहीं कर रहे होते तो हम बस बैठे रहते थे। मैं जल्दी उठ जाता हूं कि क्योंकि मैं किताब पढ़ता हूं और अपने खाली समय में कुछ रचनात्मक करने की कोशिश करता हूं। सुबह में कुछ योगा करता था और इसके बाद ब्रेकफास्ट कर हम अपना काम करते थे।"
उन्होंने कहा, "दोपहर में हम नेटफ्लिक्स पर कुछ देखते थे या इसी तरह का कुछ करते थे। शाम को हम कैम्प में टहलने निकलते थे। हम उस दौरान ट्रेनिंग भी करते थे। कुछ रनिंग एक्सरसाइज और जिम। इसलिए हमारी ट्रेनिंग उसकी तुलना में कम थी जो हम पहले कर रहे थे।"
हॉकी खिलाड़ियों के लिए एक अच्छी बात यह है कि प्रो लीग का कार्यक्रम बदला गया है और टोक्यो ओलम्पिक भी अगले साल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
श्रीजेश ने कहा, "हम इसलिए तो तैयारी कर रहे हैं, ओलम्पिक के लिए। अब हम जानते हैं कि हम कब किसी टीम के खिलाफ खेलेंगे। यह हमारे लिए बड़ी प्ररेणा है कि हम कोविड-19 से वापसी करें क्योंकि चार महीने हमने नहीं खेला है, लेकिन जब कार्यक्रम आया तो यह हमारे लिए अच्छा था। इससे हमें कुछ काम करने में मदद मिली।"
पुरुष टीम का प्रो लीग में अगला मैच अप्रैल-2021 में अर्जेंटीना के खिलाफ होगा। श्रीजेश ने कहा है कि वह इसी साल नवंबर में होने वाली एशियाई चैम्पियनशिप ट्रॉफी में वापसी की तैयारी कर रहे हैं।
श्रीजेश लंबे अरसे बाद वापसी के अनुभव से गुजर चुके हैं। एसीएल चोट न 2017 में श्रीजेश को तकरीबन एक साल के लिए टीम से बाहर रखा था।
उन्होंने कहा, "पहले भी मुझे सामान्य ट्रेनिंग में वापसी करने में छह से सात महीने का समय लगा, लेकिन वो अलग था, तब हमारे पास छोटा लक्ष्य था। हम जानते थे कि हमारा अगला टूर्नामेंट कब है और मैं वापसी के बारे में सोच सकता था।"
उन्होंने कहा, "लेकिन इस समय में आप स्वास्थ हो ट्रेनिंग से दूर हो तो, यह जरूरी है कि आप उन सभी मैचों को देखें जो आप पहले खेल चुके हो और अपनी गलती निकालो। आप किसी और से बेहतर अपनी गलती निकाल सकते हो। इसलिए यह हमारे लिए समय है कि हम उन गलतियों को देखें और हमारी बुनियाद को मजबूत करें। एक बार टूर्नामेंट्स शुरू हो जाएंगे तो हम तैयार रहेंगे क्योंकि हम एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी में कोई शीर्ष टीम से नहीं खेलेंगे।"
उन्होंने कहा, "हर किसी के लिए अंतर्राष्ट्रीय हॉकी में उसी लय में वापसी करना मुश्किल होगा लेकिन मुझे लगता है कि हमारे पास लय हासिल करने का समय है।"
श्रीजेश उन चुनौती को भलीभांती जानते हैं जो भारत के बाहर सफर करने को लेकर आएंगी, लेकिन इस समय उनका पूरा ध्यान मैदान पर वापसी करने पर है।
उन्होंने कहा, "पहली चीज हम जिसका इंतजार कर रहे हैं वो है मैदान पर वापसी। हम क्वांरनटीन में जाने, स्टेडियम में रहने और बाकी चीजों को लेकर भी चिंतित नहीं हैं। पहली चीज टूर्नामेंट्स खेलना है, जब आप हॉकी के बारे में सोचते हो तो यह काफी मुश्किल है क्योंकि यह फिजिकल स्पोर्ट है।"
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क्राइस्टचर्च। कोरोना वायरस महामारी के बीच यात्रा को लेकर आशंकाओं को दरकिनार करते हुए न्यूजीलैंड के स्पिनर मिशेल सेंटनेर ने कहा है कि वह अमेरिका के रास्ते वेस्टइंडीज जाते हुए हवाई अड्डे पर लाउंज में एक कोने में बैठे रहेंगे। कोरोना वायरस महामारी के बीच आगामी कैरेबियाई प्रीमियर लीग और आईपीएल खेलने को लेकर सेंटनेर काफी उत्साहित हैं। वह सीपीएल में बारबाडोस ट्रायडेंट्स के लिये खेलेंगे।
उन्होंने न्यूजीलैंड की एक वेबसाइट से कहा,‘‘यह रोचक है। मैं अमेरिका के रास्ते जाऊंगा और हवाई अड्डे पर लाउंज में कोने में ही बैठा रहूंगा।’’
उन्होंने कहा,‘‘हमें मौजूदा हालात में सेहत और सुरक्षा संबंधी दिशा निर्देशों की पूरी बुकलेट दी गई है। हम सीधे वेस्टइंडीज जायेंगे। अभी पता नहीं कि पृथकवास कैसा होगा लेकिन ड्वेन ब्रावो और ब्रेंडन मैकुलम जैसे मेरे दोस्त वहां हैं जिनके साथ मैं समय बिता सकता हूं।’’
सीपीएल खत्म होने के नौ दिन बाद 19 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात में आईपीएल भी खेला जायेगा। इसमें सेंटनेर, केन विलियमसन, लॉकी फर्ग्युसन और जिम्मी नीशाम भाग लेंगे।
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Sanju Samson's coach, Biju George, believes that a good showing in the IPL can help the Kerala star to book his place in India's squad for the T20 World Cup next year.
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On Thursday, a shooting coach at the camp's venue Dr. Karni Singh Range tested positive for coronavirus but the development will not force a closure of the facility.
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आयरलैंड के खिलाफ खेले गए पहले वनडे मैच में पांच विकेट लेकर इंग्लैंड की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले तेज गेंदबाज डेविड विले ने कहा है कि पिछले साल अंतिम समय पर विश्व कप टीम से बाहर जाने के बाद वह दोबारा मौका मिलने को लेकर आश्वस्त नहीं थे। विले को विश्व कप से ठीक पहले टीम से हटा दिया गया था और उनके स्थान पर जोफ्रा आर्चर को टीम में चुना गया था।
विले ने हालांकि गुरुवार रात को खेले गए मैच में अपने करियर में पहली बार पांच विकेट लिए। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।
मैच के बाद विले ने कहा, "मैं चार साल से टीम का हिस्सा था, इसलिए आखिरी समय पर विश्व कप टीम से बाहर हो जाना मेरे लिए मुश्किल था। मेरे लिए यह मैदान पर जाकर हर एक पल का आनंद लेने की बात है। हर मौका आखिरी मौका हो सकता है।"
उन्होंने कहा, "जब मैं लुत्फ उठाता हूं तो मैं अपनी सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलना चाहता हूं। उम्मीद है कि परिणाम आते रहें।"
इंग्लैंड की सीमित ओवरों की टीम के कप्तान इयोन मोर्गन ने विले की तारीफ की और कहा, "विले विश्व कप टीम से बाहर गए थे, इस बात को ध्यान में रखते हुए यह शानदार वापसी है। वह और साकिब महमूद शानदार थे।"
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राष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ ने कोरोना वायरस महामारी से उपजे हालाज के मद्देनजर ओलंपिक कोर समूह के लिये अनिवार्य अभ्यास शिविर स्थगित कर दिया है । गुरूवार को कर्णी सिंह रेंज पर एक निशानेबाजी कोच कोरोना वायरस जांच में पॉजिटिव पाई गई थी । इसके कारण हालांकि रेंज बंद नहीं होगी ।
दिल्ली में कोरोना के मामले एक लाख से ऊपर हो गए हैं । एनआरएआई सचिव राजीव भाटिया ने कहा ,‘‘ शिविर स्थगित कर दिया गया है ।हम अगले सप्ताह तक कुछ विकल्प लेकर आयेंगे । उम्मीद है कि तब तक तस्वीर साफ हो जायेगी ।’’
कोर समूह के सदस्य कुछ निशानेबाज आठ जुलाई से यहां अभ्यास कर रहे हैं और वे सेहत तथा सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अभ्यास जारी रखेंगे । भाटिया ने कहा ,‘‘ हालात ठीक रहे तो हम अगस्त के दूसरे सप्ताह में शिविर शुरू कर सकते हैं ।’’
विश्व कप पदक विजेता संजीव राजपूत, मनु भाकर और अनीश भानवाला पिछले कुछ दिनों से यहां अभ्यास कर रहे हैं । राजपूज और भाकर ने ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया है जबकि भानवाला के भी भारतीय टीम में शामिल होने की उम्मीद है ।
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वर्ल्ड कप 2019 के बाद से ही क्रिकेट से दूरी बनाए रखने वाले महेंद्र सिंह धोनी के भविष्य पर कई तरह की चर्चाएं चल रही है। कुछ क्रिकेट के ज्ञाताओं का कहना है कि धोनी का करियर अब खत्म हो गया है और वह अब टीम में वापसी नहीं कर पाएंगे तो कुछ का कहना है कि आईपीएल 2020 में परफॉर्म कर वह वापस टीम इंडिया में अपनी जगह बना सकते हैं। धोनी जब एक साल से क्रिकेट से दूर थे तो बीसीसीआई ने उन्हें अपने सालाना कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर कर दिया था जिसके बाद उनके संन्यास की खबरों से बाजार गर्म था।
धोनी पर इस दौरान ना जाने और कितनी भविष्यवाणी हुई, लेकिन अब टीम इंडिया के पूर्व विकेटकीपर विजय दहिया का कहना है कि अगर 30 साल भी कोई धोनी के साथ रहे तो वह तब भी नहीं बता सकता कि उनके दिमाग में क्या चल रहा है।
स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए इंटरव्यू में विजय दहिया ने कहा "मुझे लगता है कि अगर कोई 30 साल तक उसके (एमएस धोनी) के साथ रहता है, तो वह व्यक्ति भी नहीं जानता कि एमएस धोनी क्या सोच रहा है और वह आगे क्या करने जा रहा है।"
उन्होंने आगे कहा 'जहां तक भारतीय क्रिकेट पर उनके प्रभाव की बात है वह शानदार है। कुछ खिलाड़ी होते हैं और कुछ खास शानदार खिलाड़ी होते हैं और फिर महान खिलाड़ी होते हैं जो अपना प्रभाव छोड़ते हैं। जहां तक महेंद्र सिंह धोनी की बात है वह उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जो प्रभाव डालते हैं और ऐसा असर जो हमेशा के लिए बना रहता है।'
धोनी की तारीफ में उन्होंने कहा "जब भी आप भारतीय क्रिकेट के बारे में बात करेंगे, आपके पास धोनी पर एक चैप्टर होगा या फिर उनके नाम का जिक्र जरूर होगा। जिस तरह के वो इंसान हैं, उसके हिसाब से उनका करियर अभी खत्म नहीं हुआ है।"
बता दें, आईपीएल के जरिए धोनी क्रिकेट के मैदान पर लंबे समय बाद वापसी करने जा रहे थे, इसके लिए वो कड़ी मेहनत भी कर रहे थे। लेकिन कोरोनावायरस के कहर की वजह से मार्च में होने वाला आईपीएल अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया था। अब जब आईसीसी ने टी20 वर्ल्ड कप को स्थगित किया तो बीसीसीआई ने आईपीएल को 19 सितंबर से 8 नवंबर के बीच यूएई में आयोजित कराने का फैला किया। अब देखना होगा कि धोनी यूएई में किस तरह परफॉर्म करते हैं।
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मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर मैथ्यू वेड का मानना है कि आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत का मजबूत तेज आक्रमण बाउंसर फेंकने वाले न्यूजीलैंड के नील वेगनेर की तरह प्रभावी नहीं होगा। वेगनेर ने पिछले सत्र में टेस्ट श्रृंखला के दौरान ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर बाउंसर्स की बौछार कर दी थी। उन्होंने स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और मार्नस लाबुशेन को मिलाकर दस बार आउट किया।
भारतीय टीम को साल के आखिर में आस्ट्रेलिया का दौरा करना है। वेड ने क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से कहा,‘‘टीमें कोशिश कर सकती हैं लेकिन मुझे नहीं लगता कि वे कामयाब होंगी।’’
उन्होंने कहा,‘‘मुझे नहीं लगता कि किसी ने उतने बाउंसर डाले होंगे जितने वेगनेर ने और वह भी लगातार। उसने विकेट भी चटकाये।’’
उन्होंने कहा,‘‘भारतीय गेंदबाज भी कोशिश करेंगे लेकिन मुझे नहीं लगता कि वे उतने प्रभावी होंगे। वेगनेर के पास अनुभव है। मैने ऐसा गेंदबाज नहीं देखा जो बाउंसर इतने सटीक डालता हो।’’
वेड ने कहा कि विराट कोहली की टीम के खिलाफ श्रृंखला टिम पेन की टीम के लिये सबसे कठिन चुनौतियों में से एक होगी। उन्होंने कहा,‘‘हर किसी को इसका इंतजार है। इसके लिये कड़ी मेहनत करनी होगी। भारतीय टीम आक्रामक है और काफी कठिन चुनौती पेश करती है।’’
उन्होंने कहा,‘‘मैदान पर विराट को देखिये। वह जीत के इरादे से ही उतरता है और सभी में जोश भरता है। यह बहुत बड़ी चुनौती होगी।’’
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वर्ल्ड कप 2019 में रविंद्र जडेजा के खिलाफ टिप्पणी कर सुर्खियां बटौरने वाले भारत के पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने एक बार फिर बीसीसीआई से आईपीएल के कमेंट्री पैनल में शामिल करने की अपील की है। लगातार विवादों में फंसे मांजरेकर को बीसीसीआई ने मार्च में हुई साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज से अपने कमेंट्री पैनल से बाहर कर दिया था। हालांकि यह सीरीज कोरोनावायरस की वजह से स्थगित कर दी गई थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार मांजरेकर ने बीसीसीआई को ईमेल लिख कर पैनल में शामिल करने की अपील की है। मांजरेकर ने अपने ईमेल में लिखा 'बीसीसीआई के आदरणीय सदस्यों, आशा है आप सभी ठीक होंगे। आपको पहले भी मेरी ओर से वह ईमेल मिला होगा जिसमें मैंने कॉमेंटेटर के रूप में अपनी भूमिका के बारे में बताया था। अब जब आईपीएल की तारीखों का ऐलान हो चुका है तो बीसीसीआई.टीवी जल्द ही अपने कॉमेंटरी पैनल का चयन करेगा। आपके द्वारा तय किए गए गाइडलाइंस के तहत काम करने में मुझे बहुत खुशी होगी। आखिरकार हम आपके प्रॉडक्शन के तहत ही तो काम कर रहे हैं। पिछली बार शायद इस मुद्दे को लेकर पूरी तरह स्पष्टता नहीं थी। धन्यवाद, सादर।'
बता दें, बीसीसीआई द्वारा कमेंट्री पेनल से हटाए जाने के बाद मांजरेकर ने ट्वीट कर सफाई दी थी। मांजरेकर ने अपने ट्वीट में लिखा था ‘‘मैंने हमेशा ही कमेंटरी को सम्मान माना है लेकिन कभी मैंने खुद को इसका हकदार नहीं माना।’’ इस 54 साल के पूर्व खिलाड़ी ने कहा, ‘‘यह मेरे नियोक्ता पर निर्भर है कि वे मुझे इस काम के लिये चुनते हैं या नहीं और मैं हमेशा ही इसका सम्मान करूंगा। शायद पिछले कुछ समय से बीसीसीआई मेरे काम से खुश नहीं था। बतौर पेशेवर मैं इसे स्वीकार करता हूं।’’
पिछले साल विश्व कप के दौरान उन्होंने रविंद्र जडेजा को टुकड़ों में प्रदर्शन करना वाला खिलाड़ी कहा था और सौराष्ट्र के इस आल राउंडर को यह बात पसंद नहीं आयी थी जिन्होंने भी मुंबई के इस क्रिकेटर की काबिलियत पर सवाल उठाये थे।
मांजरेकर ने बाद में स्वीकार किया था कि उन्होंने जडेजा पर गैर जरूरी टिप्पणी की। उन्होंने ‘पिंक टेस्ट’ के दौरान भी साथी कमेंटेटर हर्षा भोगले की काबिलियत पर सवाल उठाये क्योंकि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं खेले थे जिसके बाद भी उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी।
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From Lionel Messi, to Cristiano Ronaldo, Mohamed Salah, Robert Lewandowski and Erling Braut Haaland, nobody in Europe has managed to keep pace with Lazio's Ciro Immobile.
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During an official video news conference, Lewis Hamilton said he felt fit enough to stay on top and is motivated by his position as Formula One's only black driver.
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The collapse of the takeover will be a bitter blow to many Newcastle fans, who had dreamed that the riches of a Saudi-backed project could replicate Manchester City's success.
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भारतीय उभरते युवा खिलाड़ी शुभमन गिल अकसर अपनी लाजवाब बल्लेबाजी से सुर्खियां बटौरते हैं। लेकिन कुछ समय पहले वह एक रणजी ट्रॉफी मैच में अंपायर से बहस के बाद विवाद में फंस गए थे। जिसके बाद क्रिकेट के मैदान पर उनके रवैये पर सवाल उठने लगे थे। दरअसल, शुभमन गिल ने रणजी ट्रॉफी 2019-20 में पंजाब और दिल्ली के बीच खेले गए मैच के दौरान अंपायर से अपशब्द कहे थे जिसके बाद बीसीसीआई ने उनपर जुर्माना लगाया था।
अब इस विवाद पर भारतीय टीम के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह ने सफाई दी है। हिंदुस्तान टाइम्स के कोट के मुताबिक युवराज सिंह ने इस मुद्दे पर कहा "मैं उस समय मैदान पर ही था, वह कभी किसी को गाली नहीं देता। उसने सिर्फ अंपायर के फैसले पर सवाल उठाया था। कई बार बल्लेबाज ऐसा करता है। देखें, वो अभी युवा है और अच्छा करने की उसमें भूख है। जब मैंने खेलना शुरू किया था तो मैंने भी कुछ ऐसी घटनाओं का अनुभव लिया था। अगर कोई खिलाड़ी गलती करता है तो वो उसे सुधार लेगा। वह स्पेशल टैलेंट है।"
बता दें, उस रणजी ट्रॉफी मैच में शुभमन गिल ने अंपायरों द्वारा आउट दिए गए फैसले का विरोध किया था। इस विरोध के बाद अंपायर रफी ने दूसरे अंपायर पश्चिम पाठक से बातचीत करने के बाद अपना फैसला पलट दिया जिससे दिल्ली की टीम के कप्तान ध्रुव शोरे ने 'वॉकआउट' की धमकी दे दी। इस मुद्दे के बाद बीसीसीआई ने शुभमन गिल पर मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना और दिल्ली के कप्तान ध्रुव शोरे पर 50 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया था।
हाल ही में युवराज सिंह ने मौहाली में पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के कहने पर शुभमन गिल, अनमोलप्रीत सिंह और अभिषेक शर्मा जैसे खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दी थी।
21 दिन तक चले इस कैंप के बारे में युवराज ने कहा "मैं इस भूमिका का भरपूर आनंद ले रहा हूं। जब मैंने शुरुआत की थी तो मेरे पास भी कई अच्छे गुरू थे। मैं पंजाब क्रिकेट बोर्ड की सराहना करना चाहूंगा कि वह अपने खिलाड़ियों की अच्छी सुविधाएं दे रहे हैं।"
रिटायरमेंट के बाद युवराज सिंह अब विदेश की टी20 लीग में हिस्सा ले रहे हैं, लेकिन कोरोनावायरस की वजह से अभी सब ठप पड़ा हुआ है। ऐसे में युवराज ने कहा "मैं इंटरनेशनल लीग्स में खेलना चाहता हूं, लेकिन मुझे नहीं पता कि ये इस महामारी को देखते हुए ये लीग्स कब शुरू होगी।"
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आयरलैंड के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में धमाकेदार प्रदर्शन करने वाले इंग्लैंड के तेज गेंदबाज डेविड विली का मानना है की उनका बेहतरीन खेल आना अभी बांकी हैं। विली ने आयरलैंड के खिलाफ पहले वनडे मैच में 8.4 ओवर में 30 रन खर्च 5 विकेट अपने नाम किए।
इस शानदार गेंदबाजी के बाद विली ने कहा, ''शायद मेरा अबतक का सबसे बेहतरीन खेल का बाहर आना अभी बांकी है।'' आपको बता दें कि विली लंबे समय से टीम के बाहर चल रहे थे। विली आखिरी बार मई 2019 में पाकिस्तान के खिलाफ के खिलाफ इंग्लैंड के लिए मैदान पर उतरे थे।
डेविड विली की दमदार गेंदबाजी के आगे आयरलैंड की टीम महज 172 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। इस स्कोर के जवाब में सैम बिलिंग्स (67) की नाबाद अर्द्धशतकीय और कप्तान इयोन मोर्गन की नाबाद 36 रनों की पारी मदद 6 विकेट शेष रहते ही लक्ष्य को पूरा कर लिया।
विली ने कहा, ''यॉर्कशायर के मेरे कोच रिचर्ड पायरह ने मेरे उपर काफी मेहनत की और अब मुझे लग लगा रहा है कि हम सही दिशा में हैं।''
उन्होंने कहा, ''इंग्लैंड के लिए एक बार फिर से खेलना मेरे लिए काफी खास है। मैं बस अभी अपने खेल का आनंद उठा रहा हूं। इसके साथ ही मैं अपने बेहतरीन खेल के लिए लगातार मेहनत करना जारी रखुंगा। हालांकि यह मेरे लिए आसान नहीं रहने वाला है लेकिन फिलहाल मैं अपने खेल का मजा ले रहा हूं।''
ऐसे में डेविड विली उम्मीद कर रहे हैं कि आयरलैंड के खिलाफ बांकी बचे दो मैचों में वह टीम के लिए और अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
आपको बता दें कि सीरीज का दूसरा मुकाबला शनिवार को खेला जाएगा।
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Four months after the league shut down in March due to the coronavirus pandemic, the NBA restarted its season with 22 teams based inside a secure "bubble" at Disney World in Orlando, Florida.
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Left-arm paceman David Willey took a career-best 5-30 while Sam Billings made 67 not out as England beat Ireland by 6 wickets in a match that marked the return of white-ball cricket from the coronavirus lockdown.
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कोरोना वायरस महामारी के बीच लगभग चार महीने बाद इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच पहली बार वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट मैच खेला गया। तीन वनडे मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में इंग्लैंड ने 6 विकेट से शानदार जीत दर्ज करते हुए 1-0 की बढ़त बना ली है।
आयरलैंड की टीम ने मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए 44.4 ओवर में 172 रनों का स्कोर खड़ा जिसके जवाब में इंग्लैंड ने महज 27.5 ओवर में सैम बिलिंग्स (67) की नाबाद अर्द्धशतकीय और कप्तान इयोन मोर्गन की नाबाद 36 रनों की पारी मदद लक्ष्य को पूरा कर लिया।
कप्तान मोर्गन ने अपनी इस पारी में 40 गेंदों का सामना करते हुए 4 चौके और 2 छक्के लगाए। इसके साथ ही मोर्गन कप्तान के तौर भारत के महेंद्र सिंह धोनी के एक बड़े रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है।
मोर्गन, धोनी के साथ इंटरनेशनल मैचों में कप्तान के तौर सबसे अधिक छक्का जड़ने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। आयरलैंड के खिलाफ मोर्गन 161वें इंटरनेशनल मुकाबले में कप्तानी कर रहे थे।
मोर्गन कप्तान के तौर पर इंटरनेशनल मुकाबलों में अबतक कुल 211 छक्के लगा चुके हैं। वहीं धोनी से उन्हें आगे निकलने के लिए अब सिर्फ 1 छक्का और लगाने की जरुरत है।
मोर्गन अबतक कुल 161 इंटरनेशनल मैचों में कप्तानी कर चुके हैं, जिसमें 95 में टीम को जीत मिली है जबकि 55 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। वहीं मैच उनकी कप्तानी में बराबरी पर छूटे हैं।
वहीं धोनी ने 332 इंटरनेशनल मैचों में कप्तानी की है, जिसमें टीम ने 178 मैचों में जीत दर्ज की है जबकि 120 मैचों में उसे हार मिली। वहीं 15 मैच ड्रॉ रहे जबकि 6 मुकाबले बराबरी पर छूटा।
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भारत के सबसे सफल कप्तानों की अगर बात होती है तो उसमें सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी का नाम सबसे ऊपर आता है। इन दोनों खिलाड़ियों ने देश-विदेश में टीम इंडिया को कई बड़ी सीरीज जीताई। वहीं धोनी ने तो भारत को दो वर्ल्ड कप भी जिताए। इन दोनों खिलाड़ियों की कप्तानी तो दुनिया ने देखी, लेकिन भारतीय टीम में कुछ खिलाड़ी ऐसे भी थे जिनमें टीम इंडिया की कमान संभालने की काबलियत तो थी, लेकिन उन्हें ज्यादा मैचों में कप्तान बनने का मौका नहीं मिला।
हाल ही में भारतीय पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने भी एक ऐसे ही खिलाड़ी का नाम बताया है जिसे भारत के लिए लंबे समय तक कप्तानी करनी चाहिए थी। ये खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर हैं। जी हां, पठान का मानना है कि गंभीर एक बेहतरीन लीडर थे और उन्हें लंबे समय तक टीम की कप्तानी करनी चाहिए थी।
क्रिकेट डॉट कॉम को दिए एक इंटरव्यू में इरफान पठान ने कहा "लोग राहुल द्रविड़ के बारे में बहुत बात करते हैं। कुछ ऐसे लोग भी है जो उनके बारे में बात नहीं करते तो क्या वो उन्हें पसंद नहीं करते? नहीं, द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने रनों का पीछा करते हुए लगातार 16 मैच जीते हैं। कभी-कभी वह लपेटे में आ जाते हैं।"
इसके आगे उन्होंने कहा "विजयी कप्तान के रूप में, परिणाम निकालने वाले कप्तान के रूप में और जो निशकर्श निकालता है, जिसके पास अच्छी टीम थी वो है महेंद्र सिंह धोनी।"
पठान ने कहा "मैं सौरव गांगुली का भी सम्मान करता हूं, मैं राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले की कप्तानी का भी सम्मान करता हूं और मुझे लगता है कि गौतम गंभीर को भारतीय टीम की और कप्तानी करनी चाहिए थी जितनी उन्होंने की थी। वह वास्तव में अच्छे लीडर हो सकते थे।"
गौतम गंभीर का नाम उन भारतीय खिलाड़ियों की सूची में शामिल है जिन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को एक भी मैच नहीं हराया। जी हां, गंभीर ने भारत के लिए कुल 6 वनडे मैच में कप्तनी की है। धोनी की गैरमौजूदगी में न्यूजीलैंड के खिलाफ 2010 में खेली गई 5 मैच की वनडे सीरीज के साथ गंभीर वेस्टइंडीज के खिलाफ 2011 में एक मैच के लिए कप्तान बने थे। गंभीर ने अपनी कप्तानी में सभी 6 मैच जीते। इस दौरान उन्होंने बल्ले से भी खूब रन बनाए। इन 6 मैचों में गंभीर ने 90 की औसत से 360 रन जड़े थे।
उन्होंने कहा "मैं वास्तव में विराट कोहली और रोहित शर्मा की प्रशंसा करता हूं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं महेंद्र सिंह धोनी की गुणवत्ता की प्रशंसा नहीं करता हूं।"
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पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने जावेद मुर्तजा को वित्तिय अधिकारी नियुक्त किया है। मुर्तजा की नियुक्ति को गर्वनर के सर्कुलर के माध्यम से गुरूवार को मंजूरी मिल गई है। मुर्तजा मूल रूप से लाहौर के रहने वाले हैं।
मुर्तजा इससे पहले पाकिस्तान और इंग्लैंड में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टेड अकाउंट के सदस्य रह चुके हैं। इसके अलावा वे अमेरिका के वर्जिनिया में पब्लिक अकाउंटेंट के तौर भी कार्य कर चुके हैं।
मुर्तजा की नियुक्ति पर पीबीसी के चेयरमैन ने कहा, ''उनके पास इस क्षेत्र में काम करने का लगभग 30 साल से भी अधिक का अनुभव है। ऐसे में उनका यह अनुभव पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के वित्तिय लेखा जोखा में मददगार साबित हो सकती है।''
पीसीबी से जुड़ने से पहले मुर्तजा टोरंटो में KPMG में काम करते थे। इसके अलावा वे सिंगापुर और लंदन में भी कुछ काम संभालते थे।
इस निुयक्ति के बाद एहसान मनी ने कहा, ''मैं मुर्तजा का पीसीबी में स्वागत करता हूं। उनका अनुभव उन्हें यहां तक ले आया। मुझे पूरा भरोसा है कि वह पीसीबी के लिए बेहतरी के लिए काम करेंगे।''
आपको बता दें कि पिछले महीनों में पीसीबी में कई बड़े बदलाव देखने को मिल चुके हैं। मुर्तजा की नियुक्ति भी इसी बदलाव का एक हिस्सा है। इससे पहले पीसीबी में कई बड़े अधिकाड़ियों की छुट्टी हुई थी जो लंबे समय से अपने पद पर बने हुए थे।
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Sergio Perez is the first driver to test positive for the coronavirus since the F1 world championship made its delayed start in Austria earlier in July under strict health protocols.
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कोरोनावायरस के कहर की वजह से अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हुए आईपीएल 2020 का आयोजन अब यूएई में 19 सितंबर से हो रहा है। इस टूर्नामेंट का पूरा कार्यक्रम अभी आना बाकी है, लेकिन यह पता चल चुका है कि फाइनल मुकाबला 8 नवंबर को खेला जाएगा। कहा जा रहा है 2 अगस्त को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग के बाद कार्यक्रम का ऐलान हो जाएगा, लेकिन इससे पहले एक बड़ी खबर सामने आई है कि इस लीग के शुरुआती कुछ मैचों में साउथ अफ्रीका के खिलाड़ी हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
साउथ अफ्रीका में इस समय कोरोनावायरस की वजह से हालात खराब है, इस वजह से वहां लॉकडाउन लगा हुआ है। लॉकडाउन के लगे प्रतिबंधो की वजह से वहां के बॉर्डर सील है और देश के अंदर-बाहर जाने की सभी सुविधाएं बंद है। ऐसे में साउथ अफ्रीका के खिलाड़ियों ने 18 अगस्त से शुरू हो रही कैरेबियन प्रीमियर लीग से भी अपना नाम वापस ले लिया है। अधिकारियों को उम्मीद है कि सितंबर के बाद साउथ अफ्रीका से ये प्रतिबंध हट जाएंगे और खिलाड़ी आईपीएल टीमों से जुड़ सकेंगे।
आईपीएल के शुरुआती मैच मिस करने वाले इन खिलाड़ियों की सूची में इमरान ताहिर का नाम नहीं है। ताहिर कोरोनावायरस के कहर की वजह से पिछले 4 महीने से पाकिस्तान में ही फंसे हुए थे। पिछले दिनों पहले लंबे इंतजार के बाद वह वहां से निकल पाए और वो सीधा सीपीएल खेलने पहुंच गए। ऐसे में सीपीएल को पूरा कर वह विंडीज के खिलाड़ियों के साथ ही यूएई के लिए उड़ान भर सकते हैं।
जाहिस सी बात है आईपीएल फ्रेंचाइजियां आईपीएल शुरू होने से पहले साउथ अफ्रीका के खिलाड़ियों को टीम के साथ जोड़ना चाहेगी, लेकिन उसके लिए उन्हें कई तरह की मंजूरी की जरूरत पड़ेगी।
नई दिल्ली। खेल मंत्रालय के अधिकारी ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण इस साल राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह में एक या दो महीने का विलंब होने की संभावना है लेकिन अंतिम फैसला राष्ट्रपति भवन से दिशानिर्देश मिलने के बाद ही किया जाएगा। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार के तहत भारत के राष्ट्रपति हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रपति भवन में राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद पुरस्कार देते हैं।
राष्ट्रीय खेल पुरस्कार महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस के मौके पर दिए जाते हैं। लेकिन महामारी के कारण इस साल इनमें विलंब हो सकता है लेकिन अंतिम फैसले का इंतजार है।
मंत्रालय के अधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘‘हमें अब तक राष्ट्रपति भवन से कोई निर्देश नहीं मिला है। हमें खेल पुरस्कारों को लेकर सूचना मिलने का इंतजार है। इसलिए इस समय यह कहना काफी मुश्किल है कि पुरस्कार कब दिए जाएंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 के कारण अभी देश भर में लोगों के सार्वजनिक तौर पर जुटने पर प्रतिबंध हैं इसलिए राष्ट्रपति भवन में किसी समारोह का आयोजन नहीं किया जा रहा।’’
अधिकारी ने कहा,‘‘अतीत में भी पुरस्कार समारोह का आयोजन विलंब के साथ किया गया है इसलिए अगर 29 अगस्त को समारोह नहीं होता है तो हम एक या दो महीने बाद भी इसका आयोजन कर सकते हैं। फिलहाल सभी का स्वास्थ्य और सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए।’’
महामारी के कारण खेल मंत्रालय को पिछले महीने पुरस्कारों के लिए आनलाइन आवेदन जमा कराने की समय सीमा बढ़ानी पड़ी थी। खिलाड़ियों को स्वयं को नामांकित करने की स्वीकृति भी दी गई थी। खुद को नामांकित करने की स्वीकृति मिलने के कारण पुरस्कारों के लिए बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं लेकिन खेल मंत्रालय ने विजेताओं का फैसला करने के लिए अब तक समिति का गठन नहीं किया है जबकि निर्धारित समय के अनुसार समारोह के आयोजन के लिए सिर्फ एक महीने का समय बना है।
पता चला है कि मंत्रालय ने अब तक आवेदनों की समीक्षा शुरू नहीं की है और विलंब होना लगभग तय है। मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा, ‘‘इस साल निश्चित तौर पर खेल पुरस्कारों में विलंब होगा क्योंकि आवेदनों की समीक्षा मुश्किल काम है जो अभी शुरू नहीं हुआ है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन पुरस्कार निश्चित तौर पर दिए जाएंगे। हकदार खिलाड़ियों और कोचों को पुरस्कार से वंचित करने का सवाल ही नहीं उठता।’’
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कोरोना वायरस महामारी के बीच आज इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच पहली बार वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट मैच खेला जाएगा। लगभग चार महीने पहले ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच आखिरी वनडे इंटरनेशनल मैच खेला गया था। इससे पहले कोरोना काल में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा चुकी जिसमें मेजबान टीम ने 2-1 से जीत दर्ज की।
वहीं कप्तान इयोन मोर्गन की अगुआई में इंग्लैंड की टीम चाहेगी कि आयरलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में भी जीत के साथ शुरुआत करें। मोर्गन 161वें इंटरनेशनल मुकाबले में कप्तानी करेंगे। इसके साथ ही इस मैच में उनके सामने भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का एक बड़ा रिकॉर्ड है जिन्हें वह तोड़ना चाहेंगे।
मोर्गन आयरलैंड के खिलाफ कप्तान के तौर पर सबसे अधिक छक्का जड़ने के मामले में धोनी को पीछे छोड़ सकते हैं। मोर्गन कप्तान के तौर पर इंटरनेशनल मुकाबलों में अबतक कुल 209 छक्के लगा चुके हैं।
वहीं इस मामले में धोनी मोर्गन से आगे हैं। धोनी ने इंटरनेशनल मैचों में कप्तानी के दौरान बल्लेबाजी करते हुए कुल 211 छक्के लगा चुके हैं। ऐसे में मोर्गन अगर आयरलैंड के खिलाफ दो बड़े शॉट खेलते हैं तो वह धोनी को पीछे छोड़ सकते हैं।
मोर्गन अबतक कुल 160 इंटरनेशनल मैचों में कप्तानी कर चुके हैं, जिसमें 94 में टीम को जीत मिली है जबकि 55 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। वहीं मैच उनकी कप्तानी में बराबरी पर छूटे हैं।
वहीं धोनी ने 332 इंटरनेशनल मैचों में कप्तानी की है, जिसमें टीम ने 178 मैचों में जीत दर्ज की है जबकि 120 मैचों में उसे हार मिली। वहीं 15 मैच ड्रॉ रहे जबकि 6 मुकाबले बराबरी पर छूटा।
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हाल ही में पाकिस्तान के विकेट कीपर बल्लेबाज उमर अकमल को उनके तीन साल के बैन में रियायत मिली है, लेकिन इससे पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया खुश नहीं है। उनका कहना है कि बाकि खिलाड़ियों के मुकाबले पाकिस्तान में मेरे लिए किसी भी तरह की सहनशीलता की पॉलिसी नहीं है।
बता दें, हाल ही में उमर अकमल के बैन को 3 साल से घटाकर 18 महीने का कर दिया है। इसका मतलब यह है कि वह अगले साल अगस्त तक फिर से क्रिकेट खेलना शुरू कर सकते हैं।
दानिश कनेरिया ने ट्वीट करते हुए लिखा "ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी केवल डेनिश कैनेरिया पर लागू होती है, दूसरों पर नहीं, क्या कोई मुझे इसका जवाब दे सकता है कि क्यों मुझे लाइव टाइम बैन मिला और बाकियों को क्यों नहीं। क्या ये पॉलिसी कास्ट, कलर और पावरफुल बैकग्राउंड पर लागू होती है। मैं हिंदू हूं और मैं अपने बैकग्राउंड पर धर्म पर गर्व करता हूं।"
Zero Tolerance policy only apply on Danish kaneria not on others,can anybody answer the reason why I get life ban not others,Are policy applies only on cast,colour and powerfull background.Iam Hindu and proud of it that’s my background and my dharam.
हाल ही में दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ( पीसीबी ) से गुहार लगाई है कि वे उन पर लगे आरोपों पर एक बार फिर विचार करें और उन्हे जीवन में आगे बढने का दोबारा मौका दे। जिससे वो अपने देश पाकिस्तान के लिए एक से बढ़कर एक बेहतरीन लेग स्पिन गेंदबाज तैयार कर सके।
दानिश कनेरिया ने एएनआई से कहा, "पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को इस बारे में सोचना चाहिए। मैं उनसे कहना चाहूँगा कि वो अपने सेटअप में कई खिलाड़ियों को शामिल करें जो कम से कम 30 से 40 टेस्ट मैच पाकिस्तान के लिए खेल चुके हों। ये सभी पूर्व खिलाड़ी अकेडमी के जरिये पाकिस्तान में टैलंट तराशने का काम कर सकते हैं।"
कनेरिया ने आगे कहा, "हाल ही में पीसीबी ने सक़लैन मुश्ताक को अंतराष्ट्रीय खिलाड़ियों के विकास का मुख्य कार्यकारी बनाया था। ये बहुत ही सही दिशा में उठाया गया कदम है। सकलैन काफी अनुभवी हैं और वो जरूर खिलाड़ियों की काफी मदद करेंगे।"
इतना ही नहीं पाकिस्तान में कम होते स्पिन गेंदबाजों की संख्या के बारे में बात करते हुए दानिश ने कहा, "पाकिस्तान में स्पिनरों की संख्या कम हो रही है। यही कारण है कि मैं अपना नाम साफ करना चाहता हूं और देश में स्पिनरों की मदद करना चाहता हूं। मैं उनके साथ अपने करियर को आकार देने के लिए काम करना चाहूंगा और मैं एक बार फिर पाकिस्तान को क्वालिटी वाले लेग स्पिनर देना चाहूंगा।"
बता दें कि कनेरिया पर साल 2009 काउंटी क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग का आरोप लगा था। कनेरिया ने साल 2018 में अपने इस आरोप को कबूल किया था, जिसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड उन्हें आजीवन बैन लगा दिया।
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चेन्नई। इंग्लैंड के सीमित ओवरों के कप्तान इयोन मोर्गन ने खुलासा किया है कि टीम के उनके साथियों का इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2019 में खेलना सोची समझी योजना का हिस्सा था और इसने उनकी टीम की विश्व कप में पहली खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई। मोर्गन ने कहा कि उन्होंने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की क्रिकेट समिति के अध्यक्ष एंड्रयू स्ट्रॉस से यह फैसला करने की गुजारिश की थी क्योंकि उनका मानना था कि वैश्विक प्रतियोगिता में होने वाले दबाव की बराबरी सिर्फ आईपीएल में की जा सकती है।
मोर्गन ने ‘क्रिकबज इन कंवर्सेशन’ पर हर्षा भोगले को कहा,‘‘आईपीएल में खेलना स्ट्रॉस की योजना का हिस्सा था। मैंने उनसे यह फैसला करने का आग्रह किया था क्योंकि अंतरराष्ट्रीय द्विपक्षीय श्रृंखला में चैंपियन्स ट्रॉफी या विश्व कप के दबाव को दोहराना मुश्किल है।’’
उन्होंने कहा,‘‘उसने मेरे से पूछा कि इसमें अलग क्या है। एक तो आप विदेशी खिलाड़ी के रूप में खेलते हो तो आप से काफी अपेक्षाएं होती हैं। अगर आप आईपीएल में खेलते हैं तो वहां अलग तरह का दबाव और अलग तरह की उम्मीदें होती हैं। कभी कभी आप इससे बच नहीं सकते और आपको इससे निपटने का तरीका ढूंढना होता है।’’
इंग्लैंड ने पिछले साल घरेलू सरजमीं पर न्यूजीलैंड को हराकर अपना पहला विश्व कप खिताब जीता था। मोर्गन ने कहा कि आईपीएल खिलाड़ियों को उनकी सहज स्थिति से बाहर निकलकर प्रदर्शन करने में मदद करता है।
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ईस्ट बंगाल ने आगामी सत्र के लिए 38 साल के फ्रांसिस्को जोस ब्रूटो डा कास्टा को अपना नया कोच नियुक्त किया है। ईस्ट बंगाल ने अपने ट्विटर हैंडल पर नियुक्ति की घोषणा करते हुए लिखा, ‘‘ईस्ट बंगाल को नए कोच फ्रांसिस्को जोस ब्रूटा डा कोस्टा के अनुबंध की पुष्टि करने की खुशी है।’’
फ्रांसिस्को आईएसएल 2016 में नार्थईस्ट यूनाईटेड एफसी में नेलो विनगाडा के सहायक थे। एएफसी के ‘ए’ लाइसेंस धारक फ्रांसिस्को को ईस्ट बंगाल ने मुख्य कोच नियुक्त नहीं किया है और हो सकता है कि टीम अंतत: इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में खेलते हुए उन्हें सहायक कोच के रूप में इस्तेमाल करे।
अब भी यह स्पष्ट नहीं है कि ईस्ट बंगाल शीर्ष लीग आईएसएल में खेलेगा या आईलीग में। पिछले सत्र में स्पेन के मारियो रिवेरा ईस्ट बंगाल के कोच थे और क्लब आईलीग में उप विजेता रहा था जिसके मैचों में कोरोना वायरस महामारी के कारण कटौती की गई थी।
देश के सबसे युवा कोचों में से एक फ्रांसिस्को ने 20 साल की उम्र में पहली बार सालसेट एफसी को कोचिंग दी। वह इसके बाद सलगांवकर के युवा विकास ढांचे का हिस्सा रहे।
वह भारत की अंडर-14, अंडर-17 और अंडर-19 टीम के अलावा अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ की एलीट अकादमी के भी कोच रहे। माना जा रहा है कि क्वेस ग्रुप से नाता टूटने के बाद ईस्ट बंगाल सिंगापुर के यूनिवर्सल सक्सेस एंटरप्रोजेस लिमिटेड के संपर्क में है जिसका स्वामित्व कोलकाता में जन्में प्रसून मुखर्जी के पास है।
हालांकि दोनों के बीच अभी कोई समझौता नहीं हुआ है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी ईस्ट बंगाल को आईएसएल में खेलते हुए देखना चाहती है और इसलिए राज्य सरकार निवेशक को लाने में टीम की मदद कर रही है।
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ब्रिसबेन। दुनिया की नंबर एक महिला टेनिस खिलाड़ी ऐश बार्टी अमेरिकी ओपन से हट गई हैं क्योंकि वह कोरोना वायरस महामारी के बीच यात्रा करके जोखिम नहीं उठाना चाहतीं। 24 साल की ऑस्ट्रेलियाई बार्टी वैश्विक स्वास्थ्य संकट के कारण न्यूयॉर्क में 31 अगस्त से 13 सितंबर तक होने वाले ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट से हटने वाली अब तक की सबसे हाई प्रोफाइल खिलाड़ी है।
बार्टी ने गुरुवार को एसोसिएटेड प्रेस को ईमेल से भेजे बयान में कहा, ‘‘मेरी टीम और मैंने फैसला किया है हम वेस्टर्न एंड सदर्न ओपन और अमेरिकी ओपन के लिए इस साल यात्रा नहीं करेंगे।’’
उन्होंने कहा,‘‘मुझे ये दोनों प्रतियोगिताएं पसंद हैं इसलिए यह मुश्किल फैसला था लेकिन कोविड-19 के कारण अब भी काफी जोखिम है और मैं अपनी टीम और स्वयं को इस स्थिति में डालने को लेकर सहज नहीं हूं।’’
बार्टी ने अब तक फैसला नहीं किया है कि वह पिछले साल जीते फ्रेंच ओपन खिताब का बचाव करेंगी या नहीं।
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पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी अक्सर अपने बेबाक बयानबाजी के लिए सुर्खियों में रहते हैं। अफरीदी किसी भी मुद्दे पर निडरता से अपनी बात रखते हैं। यही कारण है कि कई बार भारत में उनकी आलोचना भी की जाती रही है लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया पर जब उनसे पूछा गया कि विश्व क्रिकेट में वह रिकी पोटिंग और महेंद्र सिंह धोनी में किसे बेहतर कप्तान मानते हैं तो उनका जवाब कुछ इस तरह का था।
अफरीदी से यह प्रश्न ट्विटर पर एक फैंस ने पूछा था। इसके जवाब में उन्होंने बताया कि वह धोनी को रिकी पोंटिंग से बेहतर कप्तान मानते हैं। इसके पीछे अफरीदी के पुख्ता कारण भी बताया।
अफरीदी ने कहा, ''धोनी एक कप्तान के तौर पर मेरे हिसाब से पोंटिंग से बेहतर हैं। धोनी ने एक युवा टीम को अपनी कप्तानी में तैयार किया और फिर उसे आगे बढ़ाया जबकि पोंटिंग के दौर में उन्हें एक बनी मजबूत टीम मिली थी।''
I rate Dhoni a bit higher than Ponting as he developed a new team full of youngsters
आपको बता दें कि पोंटिंग और धोनी विश्व क्रिकेट में दुनिया के दो सफल कप्तानों में से एक हैं। धोनी दुनिया के एकमात्र ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने आईसीसी के तीनों बड़े खिताब को जीतने में कामयाब रहे हैं, जिसमें टी-20 विश्व कप, वनडे विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी शामिल है।
वहीं दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया ने पोंटिंग के नेतृत्व में दो बार साल 2003 और 2007 में वनडे विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था।
इसके अलावा एक कप्तान के तौर पर धोनी सबसे अधिक इंटरनेशनल मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं। धोनी ने भारत के लिए 332 इंटरनेशनल मैचों में कप्तानी की है, जिसमें टीम ने 178 मैचों में जीत दर्ज की है जबकि 120 मैचों में उसे हार मिली। वहीं 15 मैच ड्रॉ रहे जबकि 6 मुकाबले बराबरी पर छूटा।
वहीं पोंटिंग ने ऑस्ट्रेलिया के लिए कुल 324 मैचों में कप्तानी की। इस दौरान ने उनकी टीम ने 220 मैचों में जीत दर्ज की और 77 में उसे हार मिली जबकि 13 मैच ड्रॉ रहे और 2 मुकाबले बराबरी पर छुटा था।
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मिलान। लाजियो ने सिरी ए फुटबॉल लीग में दूसरे स्थान पर रहने की अपनी उम्मीदों को जीवंत रखते हुए निचली लीग में खिसक चुकी ब्रेसिया को 2-0 से हराया। काइरो इमोबाइल ने बुधवार को लाजियो की ओर से सत्र का 35वां गोल दागा जिससे उनके सत्र का शीर्ष गोल स्कोरर बनने की संभावना बढ़ गई है।
उन्होंने यूवेंटस के क्रिस्टियानो रोनाल्डो पर चार गोल की बढ़त बना रखी है। इमोबाइल साथ ही सिरी ए सत्र में सर्वकालिक सर्वाधिक 36 गोल के रिकॉर्ड की बराबरी से एक गोल दूर हैं।
यह रिकॉर्ड नापोली के गोंजालो हिगुएन के नाम दर्ज है जिन्होंने 2015-16 में यह उपलब्धि हासिल की थी।
इमोबाइल के अलावा जोकिन कोरिया ने टीम की ओर से दूसरा गोल दागा।
लाजियो के अटलांटा के बराबर अंक हो गए है जो दूसरे स्थान पर मौजूद इंटर मिलान से एक स्थान पीछे है। अंतिम दौर के मुकाबले में अटलांटा का सामना इंटर मिलान से होगा जबकि लाजियो को नापोली से भिड़ना है।
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इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच साउथहैंपटन में खेले जाने वाले पहले मैच से 138 दिन के लंबे इंतजार के बाद एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी होगी। 13 मार्च को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच आखिरी वनडे मैच खेला गया था। कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप की वजह से उसके बाद कोई वनडे मुकाबला नहीं हुआ। इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच ये तीन मैच की वनडे सीरीज खेली जाएगी जिसका पहला मुकाबला आज होगा। इसके बाद दूसरा मैच 1 अगस्त को और तीसरा मुकाबला 4 अगस्त को खेला जाएगा। ये सभी मुकाबले एक ही मैदान पर होंगे। यह भारत में 2023 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप के क्वालिफायर टूर्नामेंट सुपर लीग के तहत खेले जाने वाली पहली सीरीज है। बात इन दोनों टीमों के हेड टू हेड मुकाबलों की करें तो इंग्लैंड ने 80 प्रतिशतक मैच जीते हैं। अभी तक इन दोनों टीमों ने एक दूसरे के खिलाफ 10 मैच खेले हैं जिसमें 8 इंग्लैंड तो 1 आयरलैंड जीतने में सफल रहा है।
आइए जानते हैं इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले जाने वाले पहले वनडे मैच से जुड़ी अहम जानकारी-
कब खेला जाएगा इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच पहला वनडे मैच ?
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच पहला मैच 30 जुलाई 2020 को खेला जाएगा।
कहां खेला जाएगा इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच पहला वनडे मैच?
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच पहला वनडे मैच का आयोजन द रोज़ बाउल, साउथम्पटन में होगा।
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले जाने वाले पहले वनडे मैच का लाइव प्रसारण भारतीय समय के मुताबिक टीवी पर कितने बजे देख सकेंगे?
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले जाने वाले पहले वनडे मैच का लाइव प्रसारण आप भारतीय समय के मुताबिक शाम 6:30 बजे से देख सकेंगे जबकि टॉस 6 बजे होगा।
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले जाने वाले पहले वनडे मैच को टीवी पर किस चैनल पर देख सकेंगे?
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले जाने वाले पहले वनडे मैच को टीवी पर सोनी नेटवर्क के विभिन्न चैनल्स (Sony Six SD and Sony Six HD) पर देख सकते हैं।
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले जाने वाले पहले वनडे मैच की ऑनलाइन लाइव स्ट्रीमिंग कहां देखें ?
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले जाने वाले पहले वनडे मैच की ऑनलाइन लाइव स्ट्रीमिंग आप SonyLiv पर देख सकते हैं।
भारतीय ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद को 150000 डॉलर इनामी लीजेंड्स आफ चेस आनलाइन टूर्नामेंट के अंतिम दौर में बुधवार को युक्रेन के वैसिल इवानचुक के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा जो प्रतियोगिता में उनकी आठवीं हार है। आनंद नौवें स्थान पर रहे। उनके पीछे सिर्फ ग्रैंडमास्टर पीटर लेको रहे जिन्होंने अंतिम स्थान हासिल किया।
आनंद और इवानचुक के बीच चारों बाजियां ड्रॉ रही जिसके बाद नतीजे के लिए टाईब्रेकर का सहारा लेना पड़ा लेकिन वह भी 59 चाल के बाद बराबरी पर छूटा। युक्रेन का खिलाड़ी निर्णायक बाजी में काले मोहरों के साथ खेला था इसलिए उसे विजेता घोषित किया गया।
पचास साल के आनंद सात मैच अंक के साथ नौवें स्थान पर रहे। मैग्नस कार्लसन टूर पर डेब्यू करते हुए उन्होंने एकमात्र जीत बोरिस गेलफेंड के खिलाफ दर्ज की।
अन्य मैचों में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन ने व्लादिमीर क्रैमनिक को 3-1 से हराकर शुरुआती चरण के सभी नौ मुकाबले जीते। सेमीफाइनल में अब नॉर्वे के कार्लसन का सामना पीटर स्विडलर से होगा जबकि हंगरी के अनीष गिरी रूस के इयान नेपोमनियाची से भिड़ेंगे।
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Lewis Hamilton has always drawn energy from the big crowds that support him at Silverstone, but this year's event will be run behind closed doors in front of empty grandstands.
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कोरोना वायरस महामारी के दौरान के पाकिस्तान क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस बीच पाकिस्तान के बल्लेबाजी कोच यूनुस खान अपनी टीम के टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों के साथ निचलेक्रम की बल्लेबाजी को भी मजबूत बनाने पर काम कर रहे हैं क्योंकि उनका मानना है कि इंग्लैंड को हराने के लिए हमें निचले क्रम तक की बल्लेबाजी को मजबूत करना होगा।
इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाले टेस्ट सीरीज को लेकर यूनुस खान कहते हैं कि हम मेजबान टीम को तभी कड़ी टक्कर दे पाएंगे जब हमारा निचले क्रम की बल्लेबाजी में भी स्कोर किया। यह रन टीम दोनों टीमों के बीच काफी अंतर ला सकता है।
यूनुस ने कहा, ''वेस्टइंडीज के खिलाफ इंग्लैंड को मिली 2-1 से जीत में उनके निचलेक्रम के बल्लेबाजों की भूमिका बहुत ही अहम रही है। टीम को जीत दिलाने में यह बहुत ही महत्वपूर्ण था। ऐसे में हमें भी उनके खिलाफ इस रणनीति का पालन करना होगा।''
उन्होंने कहा, ''रन बनाना सिर्फ टॉप के 6 या 7 बल्लेबाजों का काम नहीं है। यह जरूरी है कि निचले क्रम के बल्लेबाज भी रन बनाने की जिम्मेदारी उठाए। इससे हार और जीत में काफी अंतर आ सकता है।''
आपको बता दें कि यूनुस खान टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं और मौजूदा इंग्लैंड दौरे पर वे तेज गेंदबाजों के खिलाफ अपने बल्लेबाजों को आगमी सीरीज के लिए तैयार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ''हम अपने गेंदबाजों के साथ काम रहे हैं। वह नंबर 9,10 और 11 पर बल्लेबाजी करने आते हैं। वह बल्ले अधिक रन नहीं बना पाते हैं लेकिन मैं चाहता हूं कि वह क्रिज पर टिके रहे हैं।''
यूनुस ने कहा, ''अब्बास निचले क्रम का सबसे अच्छा बल्लेबाज है। मैं कोशिश कर रहा हूं कि वह यह जिम्मेदारी संभाले। हम पूरी मेहनत कर रहे हैं। इन्हें बाउंसर और यॉर्कर जैसी गेंद के साथ प्रैक्टिस करा रहे हैं ताकि इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले के दौरान बल्लेबाजी कर सके।''
आपको बता दें कि पाकिस्तान की टीम इंग्लैंड दौरे पर तीन टेस्ट और तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलेगी। टेस्ट सीरीज शुरुआत पांच अगस्त से होने जा रही है।
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भारतीय पूर्व कप्तान और मौजूदा विकेट कीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी को उनके शांत स्वभाव के लिए जाना जाता है। इस वजह से उन्हें 'कैप्टन कूल' के नाम से भी जाना जाता था। धोनी दबाव भरी स्थिति में भी ठंडे दिमाग से फैसले लेते थे इस वजह से कई बार उन्होंने टीम को हारे हुए मैच भी जिताए थे। धोनी को उनके शांत दिमाग के साथ-साथ उनके मजाकिया अंदाज के लिए भी जाना जाता है।
उनके इसी मजाकिया अंदाज का एक किस्सा पूर्व अंपायर साइमन टॉफेल ने साझा किया है। ये किस्सा 2010 साउथ अफ्रीका दौरे का है जब अंपायरों ने धोनी को एक मैच से बैन करने की वॉर्निंग दी थी।
केपटाउन में खेले गए उस मैच को याद करते हुए टॉफेल ने क्रिकेट एज से कहा "हम केपटाउन में टेस्ट मैच खेलकर आए थे। जहां मेरे अच्छे दोस्त श्रीसंत ने खेल खत्म किया था। मैच के बाद हम स्लो ओवर रेट की वजह से धोनी पर फाइन लगाने वाले थे क्योंकि श्रीसंत एक ओवर डालने में 7-8 ओवर ले रहे थे।"
टॉफेल ने आगे कहा "अंपायर और धोनी ड्रेसिंग रूम में बैठे हुए थे और स्लो ओवर रेट के बारे में बात कर रहे थे। हमने उनसे कहा कि अगर डरबन टेस्ट मैच में भी अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको छुट्टी पर जाना पड़ सकता है।"
यहां अपायरों के कहने का मतलब था कि अगर भारतीय टीम अगले टेस्ट मैच में एक बार फिर ऐसा करती है तो धोनी पर एक मैच का बैन लग सकता है, लेकिन धोनी ने इसका जवाब अपने ही अंदाज में दिया।
टॉफेल के अनुसार धोनी ने अंपायरों से कहा "ये ठीक है मुझे छुट्टी की जरूरत है, मैं मैच खत्म करके जाना चाहूंगा। लेकिन श्रीसंत ये मैच नहीं खेल रहे है तो चिंता ना करें।"
धोनी ने भारत के लिए कुल 90 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 60 मैचों में उन्होंने कप्तानी की है। 2009 में धोनी की ही कप्तानी में भारत पहली बार आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचा था। धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को 27 टेस्ट मैच जिताए हैं जबकि 18 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है।
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भारतीय टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा की गितनी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में की जाती है। वह जिस अंदाज में गेंद को स्टेडियम से बाहर भेजते हैं वह लाजवाब होता है। हाल ही में उन्होंने वर्ल्ड कप 2019 में शतकों का अंबार लगाकर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था। रोहित के बारे में दुनिया की सभी टीमें जानती है कि अगर इन्हें शुरुआत में आउट नहीं किया गया तो वह खतरनाक साबित हो सकते हैं। यही कारण है इस खिलाड़ी के नाम वनडे क्रिकेट में एक-दो नहीं बल्कि तीन दोहरे शतक हैं।
रोहित शर्मा का वनडे में सर्वश्रेष्ठ स्कोर 264 रन का है जो उन्होंने 2014 में श्रीलंका के खिलाफ बनाया था। इसी के साथ टी20 में रोहित शर्मा के नाम सबसे अधिक 4 शतक भी दर्ज हैं। हाल ही में न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज लॉकी फर्ग्यूसन ने भी माना है कि अगर रोहित को शुरुआत में आउट नहीं किया जाता तो वह बड़ा स्कोर बना देते हैं।
स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए इंटरव्यू के दौरान जब लॉकी फर्ग्यूसन से पूछा गया कि आपको किन खिलाड़ियों के खिलाफ गेंदबाजी करने में सबसे ज्यादा मुश्किल होती है तो उन्होंने सबसे पहले भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा का ही नाम लिया। रोहित के बारे में बात करते हुए फर्ग्यूसन ने कहा कि अगर आप उन्हें जल्दी आउट नहीं कर पाए तो वह बड़ा स्कोर खड़ा कर देते हैं।
फर्ग्यूसन ने कहा "अच्छा सवाल है, ऐसे बहुत से बल्लेबाज हैं, लेकिन मुझे रोहित शर्मा सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण लगते हैं। उनको अगर आप जल्दी आउट नहीं कर पाए तो वह बड़ा स्कोर खड़ा कर देते हैं। वह गेंद की लेंथ को जल्दी पढ़ लेते हैं और तब मेरी सारी ताकत नाकाम हो जाती है। वह वर्ल्ड क्लास बल्लेबाज हैं।'
इसी के साथ उन्होंने कहा कि वह रोहित शर्मा के बहुत बड़े फैन है और वह रोहित को असाधारण बल्लेबाज मानते हैं।
रोहित शर्मा के साथ साथ इस सूची में उन्होंने भारतीय कप्तान विराट कोहली के साथ ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर का भी नाम लिया। फर्ग्यूसन ने आगे कहा "स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और विराट कोहली किसी कारण ही वर्ल्ड क्लास बल्लेबाज हैं। उनके खिलाफ गेंदबाजी करना हमेशा मुश्किल होता है, लेकिन जब आप ऊपरी क्रम को ध्वस्त कर देते हो तो मिडल ऑडर और निचले क्रम के बल्लेबाजों को गेंदबाजी करने में मजा आता है।"
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Tokyo 2020 chief executive Toshiro Muto said that Olympics head Thomas Bach may be thinking about limited spectators with full consideration of social distancing.
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साल 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ बॉल टेंपरिंग कांड के बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व उप कप्तान डेविड वॉर्नर की जिंदगी पलट गई थी। इस घटना के बाद वॉर्नर और स्टीव स्मिथ पर एक साल का बैन लगा गया था और साथ ही उन्हें उप कप्तान और कप्तान के पद से भी हटा दिया था। वॉर्नर की सजा को और मजबूत करते हुए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने ऐलान किया था कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करने के बाद कभी कप्तान नहीं बन पाएंगे। यानी कि सीए ने उनकी कप्तानी पर आजीवन बैन लगा दिया था।
इसका असर आईपीएल में भी देखने को मिला। इस कांड के बाद वॉर्नर को पहले सनराइजर्स हैदराबाद की कप्तानी के पद से हटाया गया और उसके बाद वॉर्नर और स्टीव स्मिथ को आईपीएल 2018 में खेलने की इजाजत नहीं मिली।
2019 में इस खिलाड़ी ने आईपीएल में जोरदार वापसी की और 12 मैच में 692 रन ठोक कर ऑरेंज कैप अपने नाम की। एक साल के बैन के बाद भी उन्होंने बता दिया था कि उन्होंने अपनी लय नहीं खोई है। अब आईपीएल के 13वें संस्करण में हैदराबाद की टीम ने उन्हें फिर कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी है। इस जिम्मेदारी के बारे में उन्होंने कहा कि वह इसे बजने की कहानी की तरह नहीं देखते हैं बल्कि वह इसे सम्मान के रूप में देखते हैं कि आईपीएल में वह सनराइजर्स हैदराबाद की कप्तनी करेंगे।
ईएसपीएनक्रिकइन्फो से बात करते हुए वॉर्नर ने कहा "मैं इसे बचने की कहानी की तरह नहीं देखता, मैं इसे सम्मान की तरह देखता हूं कि आईपीएल में मैं सनराइजर्स की कप्तानी करूंगा। मेरे खिलाड़ियों और स्टाफ के साथ-साथ मालिकों से भी अच्छे संबंध रहे हैं, मैंने अपना आभार व्यक्त किया है और इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद भी कहता हूं। मैं पूरी कोशिश करते हुए एक और खिताब जीतना चाहता हूं।"
जब वॉर्नर नहीं थे तो उनकी गैरमौजूदगी में सनराइजर्स हैदराबाद की कप्तानी केन विलियमसन और भुवनेश्वर कुमार ने संभाली थी। इन दोनों के बारे में बात करते हुए वॉर्नर ने कहा "जाहिर सी बात है केन और भूवी ने मेरे बिना काफी अच्छा काम किया है और हमें वहां बहुत अच्छा आधार मिला है, हमें एक महान परिवार मिला है।"
टीम के मालिकों की तारीफ करते हुए वॉर्नर ने कहा "मालिकों ने खिलाड़ियों और स्टाफ के साथ जो माहौल तैयार किया है वो शानदार है। वापस जाकर कप्तानी करने में अच्छा लगेगा। केन की मदद से मैच को खेलने का मूल्य और ज्ञान दोनों बढ़ जाएंगे।"
वॉर्नर ने आगे कहा "हम अपने विचार एक दूसरे से काफी अच्छे से साझा करते हैं। एक दूसरे के खिलाफ खेलने से हमें टीम को लीड करने में मदद मिलती है।। पिछले साल भी मैं अपने आप को कप्तान मानता था, मैंने कहा था कि आपके नाम के आगे कप्तान लिखा हो या ना हो ये मायने नहीं रखता।'
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इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने कहा है कि उनके टीम के साथियों को जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने पर खुद को भाग्यशाली समझना चाहिए। उन्होंने साथ ही कहा कि इन दोनों अनुभवी तेज गेंदबाजों को खेलते हुए देखने से बेहतर युवाओं के लिए सीखने का कोई अन्य तरीका नहीं है। एंडरसन के नक्शेकदम पर चलते हुए ब्रॉड 500 टेस्ट विकेट चटकाने वाले गेंदबाजों के एलीट क्लब में शामिल हो गए।
इससे पहले क्रिकेट इतिहास में सिर्फ छह अन्य गेंदबाजों ने यह उपलब्धि हासिल की है। ये दोनों वर्षों से इंग्लैंड के तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ रहे हैं और इन्हें विश्व क्रिकेट की सबसे सफल तेज गेंदबाजी जोड़ी में से एक माना जाता है। स्काई स्पोर्ट्स ने रूट के हवाले से कहा, ‘‘हम इंग्लैंड के दो सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों को देख रहे हैं। इन दोनों के साथ टीम में खेलते हुए हमें समझना चाहिए कि हम कितने भाग्यशाली हैं जो हम उन्हें अपना कौशल दिखाते हुए देख रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन दोनों के साथ खेलते हुए उन्हें गेंदबाजी करते हुए देखने से बेहतर युवा तेज गेंदबाज के पास सीखने का कोई और तरीका नहीं है।’’
रूट ने आलोचकों को चेताया था कि वे अपने जोखिम पर ही एंडरसन और ब्रॉड को चुका हुआ माने। वह हालांकि इससे पहले संकेत दे चुके हैं कि जोड़ी के रूप में इन दोनों के दिन संभवत: पूरे हो गए हैं। रूट ने कहा, ‘‘जिमी (एंडरसन) और स्टुअर्ट दोनों के साथ खेलना सम्मान की बात है और उम्मीद करता हूं कि लंबे समय तक ऐसा होता रहेगा। ’’
ब्रॉड को साउथम्पटन में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट की टीम में जगह नहीं दी गई थी लेकिन बाकी बचे दो टेस्ट में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए आलोचकों को शांत किया और इंग्लैंड को जीत दिलाई। उन्हें वेस्टइंडीज के रोस्टन चेस के साथ मैन आफ द सीरीज चुना गया।
तीसरे और निर्णायक टेस्ट में ब्रॉड ने टेस्ट क्रिकेट में तीसरी बार मैच में 10 या इससे अधिक विकेट चटकाते हुए 67 रन देकर 10 विकेट हासिल किए।
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न्यूयॉर्क सीटी के टाइम्स स्कॉयर पर 29 जुलाई को रात के 12 बजे जैसे की विशालकाय NASDAQ स्क्रिन बोर्ड पर भारत के सबसे पुरानी फुटबॉल क्लब मोहन बागान का लोगो फ्लैश हुआ, दुनियाभर के फुटबॉल फैंस हैरान रह गए। मोहन बागान भारत के सबसे पुराने फुटबॉल क्लब होने के साथ ही यह पश्चिम बंगाल के साथ यह ऐतिहासिक रूप से जुड़ा हुआ है।
इस फुटबॉल क्लब के कारण दुनियाभर में भारतीय फुटबॉल फैंस एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। यही कारण है कि 29 जुलाई की तारीख को मोहन बागान और दुनियाभर में फैले इसके फैंस के लिए काफी खास है। यह सिर्फ फुटबॉल प्रसंशकों के लिए ही बल्की भारत की आजादी के साथ भी जुड़ा है।
The pictures from NASDAQ is a testimony to the fact that Mohun Bagan belongs to a different league. Huge day for all the Mariners!!
आज ही के दिन 29 जुलाई 1911 को मोहन बागान ने ईस्ट यॉर्कशायर को हराया था। द ब्रिटिस रेजिमेंट IAF शील्ड के फाइनल में मोहन बागान ने जीत दर्ज की थी। यह जीत सिर्फ क्लब के लिए ही नहीं भारत के लिए गौरवान्वित करने वाला था। इस खास दिन को आज पूरे 131 साल हो चुके हैं।
इस खास को दिन क्लब मोहन बागान दिवस के रूप में भी मनाता रहा है। हालांकि कोरोना वायरस महामारी के कारण पश्चिम बंगाल में संपूर्ण लॉकडाउन लगा हुआ इस कारण 29 जुलाई को मोहन बागान के समर्थक कुछ खास नहीं कर पाए लेकिन उनके लिए यह आश्चर्य से कम नहीं है कि हजारों कीलोमीटर दूर अमेरिका में मोहन बागान डे को याद किया गया है।
इस खास पल को लेकर क्लब के फैंस का कहना है कि मोहग बागान डे को इस तरह से वैश्विक स्तर पर याद किया जाना अविस्मरणीय है।
इस दौरान बिलबोर्ड पर क्लब के लोगो के साथ के इस तारीख को भी बताया गया जिस दिन इसने ब्रिटिश टीम को हराया था। क्लब की इस याद को बिलबोर्ड पर कुछ मिनट के लिए फ्लैश करने के बाद हटा लिया गया.
वहीं पश्चिम बंगाल के लोगों का मानना है कि 1911 में अंग्रेजों के खिलाफ मिली यह जीत आदाजी की लड़ाई से कम नहीं था। क्योंकि इस हार से अंग्रेजों के आत्मसम्मान को ठेस लगा था।
इस मैच से जुड़ी यादों को लेकर कहा जाता है कि मुकाबले के दौरान करीब 8000 दर्शक मौजूद थे और एक समय मैच ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था लेकिन दर्शकों के बीच वंदे मातरम् की नारों की गूंज ने मोहन बागान के खिलाड़ियों को जोश से भर दिया और टीम ने आखिरी मौके पर जीत दर्ज कर अंग्रेजों का घमंड तोड़ दिया।
मोहन बागान से मिली यह हार ब्रिटिस शासन के सम्मान पर एक दाग की तरह हो गया था। यह पहली बार हुआ था जब गुलाम भारत ने अंग्रेजों को एहसास दिलाया कि वह कमजोर नहीं है। इस मैच में हिस्सा लेने वाले सभी 11 खिलाड़ियों को हीरो का दर्जा दिया गया। इस जीत के बाद से मानों पश्चिम बंगाल के लोगों में राष्ट्रवाद की एक नई लहर दौड़ गई थी।
हालांकि इतने सालों में अब क्लब में काफी बदलाव आ चुका है। एटीके में इसका विलय होने के बाद अब इसे एटीके मोहन बागान एफसी के नाम जाना जाएगा और इसी नाम टीम इंडियन सुपर लीग 2020-21 में हिस्सा लेगी।
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Football legend Pele took to social media to congratulate Juventus on winning the Serie A title, and he had special praise for striker Cristiano Ronaldo.
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मैनचेस्टर। वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर का मानना है कि ‘संबंधित’ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि छोटी टीमों को भी नियमित रूप से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका मिले क्योंकि कोविड-19 महामारी के बीच भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के पास ही जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में मैचों का आयोजन कराने के लिए जरूरी संसाधन है।
क्रिकेट जगत ने महामारी के बीच इंग्लैंड का दौरा करने के वेस्टइंडीज के फैसले की सराहना की थी। मंगलवार को इंग्लैंड ने तीन टेस्ट की श्रृंखला 2-1 से जीती जिसके साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बहाल हुआ था। श्रृंखला का आयोजन जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में किया गया लेकिन इससे आयोजन के खर्चे काफी बढ़ गए और होल्डर ने कहा कि वेस्टइंडीज जैसी टीमों को इस तरह का वातावरण तैयार करने में जूझना पड़ सकता है।
होल्डर ने यहां तीसरे टेस्ट के समाप्त होने के बाद कहा, ‘‘अगर जल्द ही कुछ नहीं हुआ तो हम देखेंगे कि छोटे देश कम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हैं क्योंकि हम यह खर्चा नहीं उठा सकते। अब चार या पांच मैचों की श्रृंखला की जगह दो या तीन मैचों की श्रृंखला हो रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘और हमारे लिए इससे अधिक की मेजबानी काफी मुश्किल है विशेषकर कैरेबिया में। हमारे लिए यह गंभीर दुविधा है। मुझे लगता है कि संबंधित लोगों को बैठकर इस पर विचार करने की जरूरत है।’’
वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच श्रृंखला सिर्फ दो स्थलों मैनचेस्टर और साउथम्पटन में खेली गई और आठ हफ्ते के दौरे के दौरान दोनों टीमें स्टेडियम के होटल में ही ठहरीं। होल्डर ने उम्मीद जताई कि इंग्लैंड की टीम भी उनके नक्शेकदम पर चलते हुए जल्द ही कैरेबियाई देशों का दौरा करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘हम सिर्फ इंग्लैंड की श्रृंखला से ही पैसा कमाते हैं और मुझे लगता है कि भारत से। आस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के खिलाफ श्रृंखला से कोई फायदा या नुकसान नहीं होता और बाकी सभी श्रृंखलाओं से हमें नुकसान उठाना पड़ता है। लेकिन इस मुश्किल के समय में सिर्फ इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और संभवत: भारत ही क्रिकेट की मेजबानी कर सकते हैं।’’
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड पर कोविड-19 महामारी के वित्तीय असर को देखते हुए वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों और स्टाफ को वेतन कटौती का सामना करना पड़ रहा है।
होल्डर ने कहा, ‘‘वित्तीय रूप से वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए पिछले कुछ साल मुश्किल रहे। हमें वेतन कटौती का सामना करना पड़ा इसलिए अगर 2020 के अंत से पहले श्रृंखला की मेजबानी संभव हुई तो हम एक संगठन के रूप में काम करते रह पाएंगे।’’ होल्डर ने कहा कि दौरे के दौरान चुनौतियों के बावजूद उन्होंने इसका लुत्फ उठाया।
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दिल्ली के दिग्गज रणजी क्रिकेटर और आईपीएल खिताब जीतने वाले रजत भाटिया ने बुधवार को तत्काल प्रभाव से पेशेवर क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। भाटिया ने अपने रणजी करियर में 6482 रन बनाने के साथ-साथ 137 विकेट चटकाए हैं वहीं आईपीएल में उन्होंने कुल 95 मैच खेले हैं।
1999-2000 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में तमिलनाडु की टीम से डेब्यू करने वाले रजत भाटिया 2008 में विजेता रही दिल्ली की रणजी टीम का हिस्सा थे। फाइनल मुकाबले में उन्होंने उत्तर प्रदेश के खिलाफ 139 रन की नाबाद पारी खेली थी।
बात उनके आईपीएल करियर की करें तो उन्होंने इस बहुचर्चित टूर्नामेंट में 95 मैच खेले है जिसमें उन्होंने कुल 71 विकेट लिए हैं। भाटिया आईपीएल 2012 में कोलकाता की टीम का हिस्सा था और वह उस साल आईपीएल का खिताब जीतने में सफल रहे थे।
आईपीएल में भाटिया ने डेब्यू दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम से किया था। तीन साल दिल्ली से खेलने के बाद 2011 में केकेआर ने उन्हें नीलामी में खरीदकर अपनी टीम में शामिल कर लिया था। कोलकाता के बाद भाटिया को 2014 में राजस्थान रॉयल्स ने 1.7 करोड़ की मोटी बोली लगाकर अपनी टीम में शामिल किया था। इसके बाद भाटिया 2016 में राइजिंग पुणे सुपरजाइंट की टीम में शामिल हो गए थे।
2017 में रजत भाटिया ने दिल्ली के खिलाफ अपना आखिरी आईपीएल मैच खेला था। उन्हें आईपीएल में उनकी स्लोअर वन गेंदबाजी के लिए जाना जाता था।
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तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में मिली हार के बाद वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड से अपील की है वह इस साल के अंत में कैरेबियाई दौरे पर अपनी टीम को भेजे। कोरोना वायरस महामारी के दौरान वेस्टइंडीज की टीम ने इंग्लैंड का दौरा किया है। तीसरे टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज को 269 रनों का हार सामना करना पड़ा इस तरह इंग्लैंड ने सीरीज पर 2-1 से अपना कब्जा जमा लिया।
आखिरी मुकाबले में मिली हार के बाद कप्तान जेसन होल्डर ने कहा, ''हमें नहीं पता इस सीरीज के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट कैलेंडर पर क्या फर्क पड़ने वाला है लेकिन अगर मौका मिलता है तो इंग्लैंड क्रिकेट टीम को इस साल के अंत में वेस्टइंडीज दौरे पर आना चाहिए। मुझे पूरा विश्ववास है कि इससे वेस्टइंडीज क्रिकेट को काफी मदद मिलेगी।''
ईएसपीएनक्रिकइंफो से होल्डर ने कहा, ''वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के लिए आर्थिक रूप से पिछले कुछ साल काफी मुश्किल भरे रहे हैं। कई बार पेय कट हुआ है। ऐसे में अगर यह संभव हो कि 2020 के अंत तक इंग्लैंड की टीम वेस्टइंडीज का दौरा करती है तो बोर्ड के लिए यह काफी मददगार साबित हो सकता है।''
इसके अलावा होल्डर ने माना की इंग्लैंड पर टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद खिलाड़ी निश्चित रूप से प्रभावित होंगे लेकिन इस दौरे की एक अच्छी बात यह रही की हम एक टीम के रूप में काफी संगठीत दिखाई पड़े।
आपको बता दें कि वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम लंबे समय से आर्थिक संकट का सामना कर रही है। यही कारण है कि देश के कई बड़े क्रिकेटर अपनी नेशनल टीम को छोड़ कर लीग क्रिकेट में खेलना पसंद करते हैं।
होल्डर ने क्रिकेट वेस्टंडीज की आर्थिक संकट को समझते हुए एक तरह से इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड से मदद की अपील ही है। ऐसे में देखना यह होगा कि क्या इंग्लैंड इस साल के अंत में वेस्टइंडीज का दौरा करती है या नहीं।
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Earlier this month, the Court of Arbitration for Sport overturned a two-year ban from European competitions imposed on Manchester City by UEFA and reduced a fine of 30 million euros to 10 million euros.
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चेन्नई। पूर्व विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद को 15000 डॉलर इनामी लीजेंड्स ऑफ चेस ऑनलाइन टूर्नामेंट के आठवें दौर में दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी डिंग लिरेन के खिलाफ 0.5-2.5 से शिकस्त का सामना करना पड़ा जो टूर्नामेंट में उनकी सातवीं हार है।
पिछले मुकाबले में लगातार छह हार के क्रम को तोड़ने वाले आनंद ने मंगलवार देर रात चीन के खिलाड़ी के खिलाफ पहली बाजी सिर्फ 22 चाल में गंवा दी। दूसरी बाजी 47 चाल के बाद ड्रॉ रही जिसके बाद लिरेन ने तीसरी बाजी में काले मोहरों से खेलते हुए 41 चाल में जीत दर्ज करके मुकाबला अपने नाम किया।
आनंद अंक तालिका में छह अंक जुटाकर लिरेन और पीटर लेको के साथ अंतिम स्थान पर हैं। पचास साल के आनंद नौवें और अंतिम दौर में वैसिल इवानचुक के खिलाफ खेलेंगे।
दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन ने रूस के इयान नेपोमनियाची को पछाड़ा। नियमित मुकाबला ड्रॉ रहने के बाद टाईब्रेकर भी बराबरी पर छूटा लेकिन नॉर्वे के खिलाड़ी ने काले मोहरों के साथ खेलने के कारण जीत दर्ज की।
कार्लसन 22 अंक के साथ शीर्ष पर चल रहे हैं। उनके बाद नेपोमनियाची (19) और अनीष गिरी (15) का नंबर आता है। गिरी को अनुभवी इवानचुक के खिलाफ 2-3 से हार का सामना करना पड़ा लेकिन वह अंतिम चार में जगह बनाने की दौड़ में हैं।
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