Reality Of Sports: गोलियों की आवाज से लेकर शरणार्थी शिविर तक, ऐसे गुजरा है फीफा के बेस्ट फुटबॉलर का बचपन

Tuesday 4 December 2018

गोलियों की आवाज से लेकर शरणार्थी शिविर तक, ऐसे गुजरा है फीफा के बेस्ट फुटबॉलर का बचपन

मोडरिची। फुटबॉल की दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक बेलोन डिओर का खिताब जीतने वाले क्रोएशिया और रीयाल मैड्रिड के मिडफील्डर ल्यूका मोडरिच का बचपन युद्धग्रस्त देश में शरणार्थी की तरह बीता था। मोडरिच जब छह वर्ष के थे तब उनका देश युद्ध की चपेट में था और उन्होंने शरणार्थी की जिंदगी जीते हुए फुटबॉल के गुर सीखे। 1991 से 1995 तक कोएशिया और सर्बिया विद्रोहियों के बीच युद्ध चल था। क्रोएशिया में पहले से ही एक नायक के तौर पर पहचाने जाने वाले मोडरिच बेलोन डिओर का खिताब जीतने से पहले इस साल सितंबर में फीफा के साल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का खिताब जीत चुके है। 

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