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Saturday 1 August 2020

"Blessing From God": Hardik Pandya Shares Picture Of His Baby Boy

Hardik Pandya, sporting a massive smile on his face, shared a picture of him holding his newborn son

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इंग्लिश क्रिकेटर का मानना, IPL 2020 में खेलने के लिए उतावले होंगे धोनी

इंग्लिश क्रिकेटर का मानना, IPL 2020 में खेलने के लिए उतावले होंगे धोनी Image Source : GETTY IMAGES

इंग्लैंड के विकेटकीपर-बल्लेबाज सैम बिलिंग्स ने कहा कि उन्हें कोई संदेह नहीं है कि एमएस धोनी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 में खेलने के लिए बेताब होंगे। IPL 2020 का आयोजन 19 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात में होने वाला है, बशर्ते कि भारत सरकार इसकी इजाजत दे।

साल 2018 से 2019 तक चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल चुके सैम बिलिंग्स ने कहा कि एमएस धोनी का अनुभव उन्हें एक साल से अधिक समय तक प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेलने और कोरोनवायरस महामारी के कारण लॉकडाउन में रहने के बावजूद आईपीएल के लिए तैयार होने में मददगार साबित होगा।

एमएस धोनी ने 2019 विश्व कप के बाद से कोई प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला है। धोनी आईपीएल 2020 में खेलने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन मार्च में कोरोना महामारी कारण टूर्नामेंट के स्थगित होने से उनकी मैदान पर वापसी का इंतजार और भी लंबा हो गया।

बीसीसीआई द्वारा सितंबर-नवंबर विंडो में आईपीएल की मेजबानी करने के साथ ही एक बार फिर सभी का ध्यान धोनी पर केंद्रित हो गया है जो लंबे समय बाद वापसी के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, "अनुभव के साथ आपको यह पता चलता है कि आपको एक व्यक्ति के रूप में क्या चाहिए और एमएस से बेहतर कोई व्यक्ति नहीं है जो अपने खेल को अच्छे से जानता है।"

सैम बिलिंग्स ने क्रिकबज को बताया, "धोनी IPL में खेलने के लिए पूरी तरह से उतावले होंगे और मुझे लगता है कि वह उस भूमिका में है जो उम्र के साथ बेहतर होते जाते हैं और अनुभव वास्तव में मदद करता है।"

उन्होंने कहा, "मैंने सीएसके में 2 साल बिताए जो बेहद शानदार थे। समय के साथ इस माहौल में लगातार मिली सफलता वास्तव में बेमिसाल है, शायद केवल मुंबई ही सीएसके की तरह लगातार प्रदर्शन कर रही है।"

सैम ने कहा, "मेरे लिए, उन महान खिलाड़ियों का अनुभव ... विदेशी खिलाड़ी और भारतीय सितारे। मेरा मतलब है कि एमएस धोनी से बड़ा कोई स्टार नहीं है और मैं खुद उनके जैसा बनना चहता हूं। एमएस से बेहतर कोई नहीं है। मेरे लिए उनके द्वारा बनाए गए वातावरण का आनंद लेना शानदार अनुभव था।"

गौरतलब है कि एमएस धोनी ने पिछले साल जून में 2019 वर्ल्ड कप के दौरान न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी मैच खेला था। इसके बाद से ही धोनी क्रिकेट के मैदान से दूर हैं। हालांकि फैंस जल्द उनको मैदान पर देखने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।



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IPL के लिए फिर से BCCI के कमेंट्री पैनल में जगह चाहते हैं संजय मांजरेकर, खत लिख जताया अनुरोध

Snajay Manjrekar Image Source : TWITTER

पिछले साल हुए आईसीसी विश्वकप 2019 में भारत बनाम न्यूजीलैंड के सेमीफाइनल मैच में भारत की हार पर विवादित कमेंट करने और फिर टीम इंडिया के खिलाड़ी रविन्द्र जडेजा पर भी बेबाक बयान देने के कारण संजय मांजरेकर को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ( बीसीसीआई ) ने कमेंट्री पैनल से बाहर का रास्ता दिखा दया था। हलांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई थी। लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के कमेंट्री पैनल में संजय का नाम नहीं था। इस तरह अपने किए पर पछतावा जताते हुए संजय ने एक बार फिर बोर्ड से रिक्वेस्ट की है कि उन्हें कमेंट्री पैनल में जगह दे। इस बार वो सभी गाइड लाइन्स का पालन करेंगे। 

दरअसल, संजय आगामी आईपीएल 2020 टूर्नामेंट में कमेंट्री करना चाहते हैं। जिसके लिए उन्होंने बोर्ड को एक खत भी लिखा है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, संजय मांजरेकर ने बोर्ड को एक खत लिखा है और वादा किया है कि वह आगे से सभी गाइडलाइन्स का पालन करेंगे। यह बीसीसीआई को उनके द्वारा लिखा गया दूसरा ईमेल है।

संजय मांजरेकर ने बीसीसीआई को भेजी अपनी ईमेल में लिखा है, ''बीसीसीआई के आदरणीय सदस्यों, उम्मीद है आप सब ठीक होंगे। आपको पहले ही मेरा ईमेल मिल चुका है, जिसमें मैंने बतौर कमेंटेटेर अपनी पोजिशन के बारे में लिखा है। आईपीएल की तारीखों का ऐलान हो चुका है। ऐसे में अब बीसीसीआई।टीवी जल्द ही कमेंट्री पैनल का चुनाव करेगा। मुझे आपके द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार काम करने में खुशी होगी। हम सब इस बात पर काम कर रहे हैं कि आपकी जरूरत क्या है। पिछली बार शायद इस मुद्दे को लेकर पूरी तरह स्पष्टता नहीं थी। धन्यवाद, सादर।''

बता दें की संजय मांजरेकर ने टीम इंडिया के स्पिन गेंदबाज रविन्द्र जडेजा को 'बिट्स एंड पिसेस' वाला खिलाड़ी बोल दिया था। जिसके चलते वो विवादों से घिर गए थे। जिस पर जडेजा भी खासा नाराज हुए थे और उन्होंने मांजरेकर को सोशल मीडिया पर माकूल जवाब दिया था। इतना ही नहीं इसके बाद उन्होंने भारत और बांग्लादेश के बीच खेले जाने वाले पिंक बॉल टेस्ट मैच के दौरान हर्षा भोगले पर कमेंट पास किया थ। जिसके कारण भी वो विवादों में घिर गए थे। ऐसे में अब बीसीसीआई उन्हें आईपीएल के कमेंट्री पैनल में शामिल करता है कि नहीं इस पर भी नजरें होंगी। 



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ईंट और बालू ढोने को मजबूर नेशनल चैम्पियन खिलाड़ी सरिता, सरकार को नहीं कोई सुध

ईंट और बालू ढोने को मजबूर नेशनल चैम्पियन खिलाड़ी सरिता, सरकार को नहीं कोई सुध Image Source : PRABHAT KHABAR

कोरोना वायरस महामारी के चलते पूरी दुनिया वित्तीय संकट का सामना कर रही है जिससे खेल जगत और खिलाड़ी भी अछूते नहीं है। इस संकट के समय में कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो अपना और परिवार का पेट भरने के लिए मजदूरी करने को मजबूर हैं। ऐसी ही एक खिलाड़ी हैं सरिता तिर्की जो जीवन-यापन के लिए ईंट व बालू ढोने के लिए मजबूर है।

झारखंड की रहने वाली सरिता तिर्की लॉनबॉल खिलाड़ी हैं और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में गोल्ड समेत कई मेडल जीतकर भारत और अपने प्रदेश का नाम रोशन कर चुकी हैं। इसके बावजूद सरिता को अपना घर चलाने के लिए मजदूरी करनी पड़ रही है। इस मुश्किल घड़ी में राज्य सरकार की तरफ से भी इस खिलाड़ी को कोई मदद नहीं मिल रही है।

प्रभात खबर की जानकारी के मुताबिक, मजदूरी करने से पहले सरिता ने घर चलाने के लिए आया का काम किया और फिर चाय-पकौड़े की दुकान भी खोली, लेकिन जब कोरोना के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लगा, तो उनकी दुकान बंद हो गयी। इसके बाद उन्हें ईंट-बालू ढोने को मजबूर होना पड़ा।

सरिता को बतौर खिलाड़ी भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली सरिता नेशनल गेम्स में 2 गोल्ड समेत 3 मेडल अपने नाम किए हैं। इसके अलावा उन्होंने लगातार 3 साल नेशनल लॉनबॉल चैंपियनशिप (2015, 2017, 2019) में गोल्ड मेडल जीता।

खेल की दुनिया में अपनी प्रतिभा का परचम लहरा चुकी सरिता को अभी तक राज्य सरकार की ओर से मदद का कोई आश्वासन नहीं मिला है। पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में आयोजित एशिया-पैसिफिक चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए भी सरिता के पास पैसे नहीं थे जिसके बाद उन्होंने साथी खिलाड़ी और अन्य लोगों से करीब 1.5 लाख रुपये उधार लेने पड़े।

यही नहीं, प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए उन्हें जूते भी उनके कोच मधुकांत पाठक से पैसे उधार लेकर खरीदने पड़े। उन्हें उम्मीद थी कि खेल विभाग से आर्थिक मदद मिलने पर वह ये कर्ज चुका देंगी लेकिन उन्हें अभी तक किसी भी तरह कोई मदद नहीं मिली है।

नेशनल गेम्स और अन्य प्रतियोगिताओं मे मेडल जीतने पर सरकार ने उन्हें 3 लाख 72 हजार का पुरस्कार देने का वादा किया था लेकिन अब तक इस खिलाड़ी को कुछ नहीं मिला है। इस वादे के चलते उनका नाम कैश अवॉर्ड और स्कॉलरशिप में भी शामिल नहीं किया गया।

सरिता तिर्की से पहले कोरोना संकट में कई ऐसे खिलाड़ियों की बदहाल स्थिति की खबरें सामने आ चुकी हैं जो अपना पेट पालने के लिए मजदूरी और अन्य छोटे-मोट काम कर रहे हैं।



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IPL 2020 के लिए सबसे पहले यूएई जाने को तैयार धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स, इस दिन भर सकती है उड़ान

Chennai Super Kings  Image Source : IPLT20.COM

कोरोना महामारी के कारण जबसे आईसीसी ने आगामी ने अक्टूबर और नवम्बर माह में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्वकप को एक साल के लिए स्थगित किया है। तबसे बीसीसीआई द्वारा अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित पड़ी इंडियन प्रीमीयर लीग ( आईपीएल ) को जल्द से जल्द कराने की तैयारियां तेज कर दी है। जिसके चलते हाल ही में रिपोर्ट आई थी कि ये टूर्नामेंट अब देश से बाहर यूएई में सितंबर से नवंबर के बीच खेला जा सकता है। ऐसे में इसकी फ्रेंचाईजी चेन्नई सुपर किंग्स ( सीएसके ) भी जल्द से जल्द यूएई पहुंचकर अपना कैम्प लगाना चाहती है। जिसके चलते वो अगस्त के पहले या दूसरे सप्ताह में देश से रवाना हो सकते हैं। हलांकि इस मसले पर सरकार से हरी झंडी मिलने का इंतज़ार है। 

दरअसल, आईपीएल 2020 की बेहतरीन तैयारी करने और यूएई के माहौल में घुलने के लिए महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स 10 अगस्त तक वहाँ पहुंचकर अपना ट्रेनिग कैम्प लगान चाहती है। जिसके लिए चेन्नई के सभी खिलाड़ियों को 9 अगस्त को चेन्नई में रिपोर्ट करने को कहा गया है। जिसके बाद 10 अगस्त को टीम प्राइवेट चार्टेड फ्लाइट से यूएई के लिए रवाना हो सकती है। 

इस तरह अगर ऐसा होता है तो टीम के कप्तान धोनी को दूसरी बार चेन्नई के ट्रेनिंग कैम्प में देखा जाएगा। इससे पहले धोनी मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल के लिए पहले भी उस समय ट्रेनिंग करते नजर आए थे। जिस समय वो बल्ले से शानदार तरीके से गेंद को हिट कर रहे थे। जबकि उनके टीम के खिलाड़ी जैसे कि सुरेश रैना ने यह स्वीकारा भी था कि धोनी अपनी पुरानी फॉर्म में नजर आ रहे हैं। मगर कोरोना माहामारी आने के कारण ट्रेनिंग कैम्प को रद्द करना पड़ा था और सभी खिलाड़ी अपने - अपने घर रवाना हो गए थे। 

ये भी पढ़े : IPL में हुए नजरअंदाज तो अब इस विदेशी लीग में धमाल मचाने को तैयार इरफ़ान पठान

इस तरह सिर्फ चेन्नई ही नहीं बल्कि सभी फ्रेंचाईजी जल्द से जल्द 19 सितंबर से शुरू होने वाले आईपीएल 2020 के लिए युएई पहुँच जाना चाहती है। हलांकि इस पर अधिकारिक फैसला रविवार यानि 2 अगस्त में बीसीसीआई की होने वाली बैठक में लिया जा सकता है। जिसमें फाइनल शेड्यूल, कैंप डिटेल्स, बायो सिक्योर प्रोटोकॉल और बाकी तमाम बातों पर चर्चा होगी।



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Friday 31 July 2020

राहुल द्रविड़ ने माना, अक्टूबर में कोरोना की ज्यादा मार झेलेगा भारतीय क्रिकेट

राहुल द्रविड़ ने माना, अक्टूबर में कोरोना की ज्यादा मार झेलेगा भारतीय क्रिकेट Image Source : GETTY

राहुल द्रविड़ ने कहा है कि भारतीय क्रिकेट पर COVID -19 महामारी का असली प्रभाव अक्टूबर में महसूस किया जाएगा, जब देश के जूनियर और महिला क्रिकेटरों का घरेलू सत्र शुरू होगा।  सभी राज्य संघों की तरह, जिन्होंने अपने टूर्नामेंटों को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है या रद्द कर दिया है, एनसीए को भी देशव्यापी लॉकडाउन के बाद अपना संचालन फिर से शुरू करना है। 

डेक्कन हेराल्ड द्वारा आयोजित एक वेबिनार में द्रविड़ ने कहा कि हम अब तक भाग्यशाली रहे हैं (कोरोना महामारी बीसीसीआई के घरेलू सत्र के अंत में मार्च में शुरू हुई), लेकिन अक्टूबर आते-आते चीजें तनावपूर्ण हो सकती हैं।

द्रविड़ ने कहा, "कुछ अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट रद्द कर दिए गए।लोग हमेशा उनके लिए समय और स्थान हासिल कर सकते हैं, लेकिन अक्टूबर के आते ही मुझे लगता है कि यह महामारी और भी ज्यादा असर डालेगी। अगले घरेलू सीजन में हमारे बहुत से युवा घरेलू खिलाड़ी हैं जिनमें जूनियर्स, अंडर -16, अंडर -19 और महिला क्रिकेटर्स शामिल हैं। ये घरेलू सीजन अक्टूबर से शुरू होता हैं।"

उन्होंने कहा, "अगर हम तब तक सामान्य स्थिति लाने में सक्षम नहीं हुए, तो इसमें अधिक समय लग सकता है। इसके बाद हमें अपने घरेलू क्रिकेट और जमीनी स्तर के क्रिकेट पर वास्तविक प्रभाव देखने को मिलेगा। ये साल किसी 23-24 साल के खिलाड़ी की तुलना में अंडर-19 के खिलाड़ी के लिए अधिक महत्वपूर्ण है।"

पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि बीसीसीआई को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि वह कौन से टूर्नामेंट की मेजबानी करना चाहता है क्योंकि इस साल पूर्ण घरेलू सत्र की ज्यादा संभावना नहीं है। द्रविड़ ने इससे पहले कहा था कि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड जिस बायो-सिक्योर माहौल में मैचों का आयोजन कर रहा है, वह कई देशों में संभव नहीं है।



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कपिल देव ने इस कारण पाकिस्तान के इमरान खान को बताया अपने समय का सबसे मेहनती खिलाड़ी

Kapil Dev Image Source : GETTY IMAGES

भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा माना जाता है कि सबसे पहले भारतीय क्रिकेट में फिटनेस और एथलेटिक्स का महत्व पूर्व विश्व विजेता कप्तान कपिल देव ने पेश किया था। जिन्हें देखकर खिलाड़ियों ने क्रिकेट में फिटनेस का पाठ भी पढ़ा। इस तरह गेंद और बल्ले दोनो से धमाल मचाने वाले टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाजी ऑल राउंडर कपिल देव का मानना है कि वो अपने समय के अन्य ऑलराउंडर इमरान खान, रिचर्ड हेडली, और इयान बॉथम की तुलना में बेहतर एथलीट थे। हालांकि उन्होंने पाकिस्तान के इमरान खान को उस समय का सबसे मेहनती खिलाड़ी और सर हेडली को उन्होंने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज बताया।

कपिल ने कहा, "हम चारों में रिचर्ड हेडली सबसे बढ़िया गेंदबाज थे। वह कंप्यूटर की तरह थे। मैं यह नहीं कहूंगा कि इमरान खान बेस्ट एथलीट थे या सबसे नेचुरल थे, लेकिन वह सबसे मेहनती खिलाड़ी थे। जब उन्होंने शुरुआत की तो वह एक साधारण गेंदबाज की तरह दिखे, लेकिन फिर वह बहुत मेहनती तेज गेंदबाज बन गए और उन्होंने खुद से सीखा। और फिर उन्होंने अपनी बल्लेबाजी पर भी काम किया।"

वहीं क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के बारे में आगे कपिल देव ने महिला टीम के मौजूदा कोच डब्ल्यू वी रमन के साथ बातचीत में कहा, "सचिन के पास जितनी प्रतिभा थी उतनी मैंने किसी और में नहीं देखी। वह जानते थे कि शतक कैसे लगाना है, लेकिन वह कभी निष्ठुर बल्लेबाज नहीं बने। सचिन के पास क्रिकेट में सब कुछ था। वह शतक बनाना जानते थे लेकिन उस शतक को दोहरे शतक और तिहरे शतक में बदलना उन्हें नहीं आता था।"

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बता दें कि भारत को क्रिकेट का पहला विश्वकप साल 1983 में जिताने वाले कपिल देव ने भारत के लिए 131 टेस्ट मैच व 225 वनडे मैच खेलें। जिसमें उनके नाम क्रमशः 5248 रन और 3783 रन हैं। जबकि 173 रनों की नाबाद वनडे में उनकी सर्वोच्च पारी भी है। इतना ही नहीं गेंदबाजी में टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 434 विकेट जबकि वनडे में 253 विकेट हैं। टेस्ट क्रिकेट में 83 रन पर 9 विकेट उनका गेंदबाजी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।



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