न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर इयान स्मिथ का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी एडम गिलक्रिस्ट ने इस खेल में विकेटकीपरों के लिए राह को मुश्किल बनाया है। स्मिथ का कहना है कि किसी भी टीम में अब विकेटकीपर की दूसरी सबसे बड़ी जिम्मेदारी रन बनाने की हो गई है। अगर कोई खिलाड़ी यह सोचकर टीम में आता है कि उन्हें सिर्फ विकेटकीपिंग करना है तो यह उसकी भूल है। उसे टीम में बने रहने के लिए विकेटकीपिंग के साथ बल्लेबाजी भी करनी होगी।
आईसीसी के पॉडकास्ट इनसाइड आउट में बात करते हुए स्मिथ ने कहा, ''पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एडम गिलक्रिस्ट ने विकेटकीपरों के सामने एक मुश्किल चुनौती दी। शानदार विकेटकीपिंग के साथ वह जिस तरह की आक्रमक बल्लेबाजी करते थे वह उनके खेल के स्तर और अधिक ऊपर ले गया।''
उन्होंने कहा, ''हमारे समय में किसी खिलाड़ी को विकेटकीपर के तौर पर उसकी काबिलियत देखकर टीम में शामिल करते थे और उसका मुख्य काम सिर्फ विकेकीपिंग होता था। अगर वह बल्लेबाजी के दौरान कुछ रन बनाकर टीम को योगदान देता था तो वह उसके लिए बोनस साबित होता था लेकिन आज के दौर में ऐसा नहीं है।''
स्मिथ ने कहा, ''गिलक्रिस्ट ने जिस तरह से इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी बल्लेबाजी से धमाल मचाया। वह अन्य विकेटकीपरों के लिए काफी मुश्किल कर दिया। उनके बाद से एक मनाक तय हो गया है कि विकेटकीपर को बल्लेबाजी भी करनी आनी चाहिए कम से कम उसका औसत 30 के करीब तो होना चाहिए।''
स्मिथ खुद एक बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाज रह चुके हैं। वह न्यूजीलैंड के लिए 63 टेस्ट और 98 वनडे मैच खेल चुके हैं जिसमें उन्होंने दोनों फॉर्मेट को मिलाकर कुल 2870 रन बनाए।
वहीं उन्होंने अपने करियर में विकेट के पीछे कुल 261 शिकार किए जिसमें 248 कैच और 13 स्टंप आउट शामिल है।
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वर्ल्ड कप 2019 को खत्म हुए लगभग एक साल का समय होने वाला है, लेकिन उसके फाइनल मैच की यादें अभी तक हर किसी के जहन में ताजा है। मेजबान इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए फाइनल मुकाबले का परिणाम सुपर ओवर में मैच ड्रॉ होने के बाद बाउंड्री के आधार पर निकला था। हर किसी को वर्ल्ड कप 2019 का यह पल सबसे यादगार पल लगता है, लेकिन न्यूजीलैंड के हरफनमौला खिलाड़ी जिम्मी नीशम ने वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में भारत को हराना अपना सबसे यादगार पल बताया है।
नीशम को इस साल आईपीएल की टीम किंग्स इलेवन पंजाब ने 50 लाख रुपए के उनके बेस प्राइज पर अपनी टीम में शामिल किया था। जब नीशम से पूछा गया कि वर्ल्ड कप 2019 में उनका सबसे यादगार पल कौन सा है तो उन्होंने कहा सेमीफाइनल में भारत को हराना। नीशम ने किंग्स इलेवन पंजाब के ट्विटर हैंडल पर प्रशंसकों के सवाल के जबाव देते हुए कहा, "सेमीफाइनल में भारत को हराने के बाद अपनी टीम के साथ ड्रेसिंग रूम में बैठना।"
भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया पहला सेमीफाइनल बारिश के कारण दो दिन तक चला था। भारत ने न्यूजीलैंड को आठ विकेट के नुकसान पर 239 पर सीमित कर दिया था, लेकिन न्यूजीलैंड टीम के गेंदबाजों ने भारत को 221 रनों पर ऑल आउट कर दिया था।
इस मैच में भारत ने 92 रनों पर ही अपने छह विकेट खो दिए थे लेकिन इशके बाद रवींद्र जडेजा ने 59 गेंदों पर 77 रनों का पारी खेली और महेंद्र सिंह धोनी के साथ 116 रनों की साझेदारी कर भारत को मैच में वापस ला दिया था लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। धोनी 49वें ओवरों में मार्टिन गुप्टिल के हाथों रन आउट हो गए थे। इस रन आउट ने काफी सुर्खियां बटौरी थी और इसी के साथ मैच भारत की गिरफ्त से निकल गया था।
लीग स्टेज में भी भारत का मुकाबला न्यूजीलैंड से था, लेकिन वो भी बारिश के कारण धूल गया था।
बात आईपीएल 2020 की करें तो कोरोनावायरस के कहर के कारण इस साल का आईपीएल अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है। ऐसे में बीसीसीआई की नजरें अक्टूबर-नवंबर वाले स्लॉट पर टिकी हुई है जहां टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन होना है। कहा जा रहा है कि इस महामारी की वजह से टी20 वर्ल्ड कप भी स्थगित हो सकता है। अगर ऐसा हुआ तो बीसीसीआई उन दिनों पर आईपीएल का आयोजन कर सकता है।
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नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके मुक्केबाज विकास कृष्ण (69 किग्रा) ने कहा है कि राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार को खिलाड़ी के पिछले चार साल के प्रदर्शन की जगह पूरे करियर के प्रदर्शन के आधार पर दिया जाए। विकास खुद भी इस साल देश के इस सबसे बड़े खेल पुरस्कार की दौड़ में शामिल है जिन्हें भारतीय मुक्केबाजी संघ (बीएफआई) की तरफ से सोमवार को नामित किया गया। संघ ने 28 साल के इस अनुभवी मुक्केबाज के साथ युवा अमित पंघाल का नाम भी इस पुरस्कार के लिए भेजा है। इस पुरस्कार के विजेताओं को खेल मंत्रालय द्वारा गठित एक समिति द्वारा चुना जाता है जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पिछले चार साल की अवधि में खेल क्षेत्र में शानदार और सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन को तवज्जो दी जाती है।
वर्ष 2012 में अर्जुन पुरस्कार प्राप्त विकास ने फोन पर भाषा को दिए साक्षात्कार में कहा,‘‘राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार भारत का सर्वोच्च खेल पुरस्कार है। ऐसे में इसे पिछले चार साल के प्रदर्शन की जगह पूरे करियर के प्रदर्शन के आधार पर दिया जाना चाहिए।’’
हरियाणा के हिसार के इस खिलाड़ी ने कहा,‘‘मैं अगर अपनी बात करूं तो मैंने 10 साल (2010 में स्वर्ण) पहले एशियाई खेलों में पदक हासिल किया था, नौ साल पहले विश्व चैम्पियनशिप में पदक(2011 में कांस्य) जीता था। एशियाई खेलों में मुझे दूसरा पदक जीते-जीते (2014 में रजत पदक) मुझे छह साल हो जाऐंगे। ऐसे में चार साले वाले नियमों के तहत मेरे उस प्रदर्शन का आकलन नहीं किया जाएगा।’’
एशियाई खेलों एवं राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बने विकास ने अपने नामांकन के लिए बीएफआई का शुक्रिया करते हुए कहा, ‘‘हर चीज को लगातार अपडेट करने की जरूरत होती है। आज की दौर से तुलना करें तो पहले खिलाड़ियों का करियर कम होता था। मैं 2010 से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा हूं। उस (2010) साल मैंने युवा ओलंपिक और युवा विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीता था। एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक भी मैंने 2010 में ही जीता था। इसके बाद कोई भी वर्ष ऐसा नहीं गया जिसमें मैंने किसी बड़े टूर्नामेंट में पदक नहीं जीता हो।’’
उन्होंने कहा,‘‘मैंने 2011 विश्व चैम्पियनशिप में पदक (कांस्य) जीता, 2012 लंदन ओलंपिक में खेला, 2014 में एशियाई खेलों में पदक , 2015 में एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप, 2016 में रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया और क्वार्टरफाइनल तक का सफर तय किया, 2017 में एशियाई चैम्पियनशीप और 2018 में राष्ट्रमंडन खेलों (स्वर्ण) एवं एशियाई खेलों (कांस्य) में पदक और फिर तोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। ऐसे में पिछले 10 साल से निरंतर अच्छा प्रदर्शन कर रहा हूं। अगर पूरे करियर के प्रदर्शन को देखा जाए पुरस्कार के लिए मेरा दावा और मजबूत होगा।’’
कोविड-19 महामारी के कारण ओलंपिक एक साल के लिए टलने के बाद तैयारियों पर पड़ने वाले असर के लिए पूछे जाने पर विकास ने कहा कि इससे उनके प्रदर्शन में और सुधार आयेगा।
ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह के बाद तीन बार ओलंपिक के लिए क्वालीफाई होने वाले इस दूसरे भारतीय मुक्केबाज ने कहा,‘‘मैंने क्वालीफाई कर लिया है ऐसे में मेरी पूरी तैयारी तोक्यो ओलंपिक पर है। अगर क्वालीफाई नहीं किया होता तो मन में निश्चितता नहीं रहती लेकिन जब मुझे पता है कि ओलंपिक खेलना है तो अभ्यास और तैयारी भी उसी स्तर का है।’’
विकास पिछले साल पेशेवर मुक्केबाज बने गये थे लेकिन उन्होंने फिर से एमेच्योर में वापसी की। उन्होंने कहा, ‘‘ तोक्यो ओलंपिक में पदक को लेकर मेरी खुद से उम्मीदें इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि पेशेवर मुक्केबाजी में हाथ आजमाने के बाद मेरे मुक्कों में और पैनापन आया है। इसने मुझे पहले से ज्यादा फुर्तीला और तेज बनाने में मदद की है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘महामारी के दौरान प्रतिबंधों के कारण वह अभ्यास नहीं कर पा रहे थे लेकिन बीएफआई ने मुक्केबाजों का पूरा साथ दिया। बीएफआई ने वीडियो संदेशों और ऑनलाइन सत्र के द्वारा किसी के मन में नकारात्मक विचार नहीं आने दिया।’’
उन्होंने कहा कि ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले सभी मुक्केबाज जल्द ही सरकार के दिशानिर्देशों के तहत अभ्यास शुरू करेंगे।
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Darren Sammy urged the ICC and the entire cricketing fraternity to raise their voice against racism or else be ready to be considered "a part of the problem".
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