Reality Of Sports

Friday, 29 May 2020

बंगाल क्रिकेट संघ ने ट्रेनिंग के दौरान खिलाड़ियों को दी लार और पसीने का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह

 CAB Image Source : CRICKET ASSOCIATION OF BENGAL

बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) ने शुक्रवार को कोविड-19 के बीच स्थानीय क्रिकेटरों के लिए ट्रेनिंग शुरू करने को लेकर गाइडलाइंस जारी की हैं। सीएबी की मेडिकल समिति ने शुक्रवार को गाइंडलाइंस में खिलाड़ियों को गेंद को चमकाने के लिए सलाइवा और पसीने का इस्तेमाल न करने की सलाह दी है। गाइडलाइंस में छोटे-छोटे समूह में ट्रेनिंग करने की बात कही गई है।

आईसीसी की क्रिकेट समिति ने भी स्वास्थ हितों को ध्यान में रखकर कोविड-19 के बाद खेल के दोबारा शुरू होने पर सलाइवा का उपयोग न करने की सिफारिश की है।

सीएबी ने एक बयान में कहा, "ट्रेनिंग के दौरान क्या सावधानियां बरतनी हैं और किन प्रोटोकॉल्स का पालन करना इस पर विस्तार से चर्चा हुई।आईसीसी की गाइडलाइंस को देखा गया। यह फैसला लिया कि क्या करना है या नहीं इसकी सूची तैयार की जाए ताकि चीजों को जल्दी से जल्दी समझा जा सके।"

यह भी पढ़ें-  सुरेश रैना ने चेन्नई के इन दो खिलाड़ियों को चुना अपना लॉकडाउन पार्टनर

बयान के मुताबिक, "कुछ समय के लिए सलाइवा और पसीने का इस्तेमाल पर रोक लगाई है। सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करते हुए ट्रेनिंग छोटे-छोटे समूहों में शुरू की जा सकती है।"

मेडिकल समिति ने 10 सूत्रिय ड्राफ्ट बनाया है जिस पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई इस बैठक में चर्चा की गई।

यह भी पढ़ें- युवराज सिंह ने की कोरोना के खिलाफ एकजुट होने की अपील, बताया कब शुरू हो क्रिकेट

सीएबी के अध्यक्ष अभिषेक डालमिया ने कहा, "हमारी बैठक काफी अच्छी रही और जल्द ही जो फैसले लिए गए हैं हम उनका फॉलोअप करेंगे । इस बीच इस बात पर चर्चा हुई की ऑफिस या किसी भी तरह की गतिविधि शुरू करने के दौरान स्वास्थ, सोशल डिस्टेंसिंग और हाइजीन जैसी चीजों का ख्याल रखा जाएगा। पूरी कोशिश की जाएगी की गतिविधियां सुरक्षित तरीके से की जा सकें ताकि वायरस फैलने का जोखिम नहीं हो।"

सीएबी ने आपातकालीन स्थिति के लिए आइसोलेशन रूम बना दिया है ताकि अगर किसी के अंदर वायरस के लक्षण पाए जाते हैं तो उसे इस कमरे में रखा जाए।

बयान में कहा गया है, "संघ की कोशिश जल्द ही ऑफिस खोलने की है लेकिन ट्रेनिंग शुरू करने पर फैसला आने वाले समय में लिया जाएगा।"



from India TV Hindi: sports Feed https://ift.tt/2XFBisA

"Am I Next?": Tennis Phenom Coco Gauff Upset By Unarmed Black Man's Death

Coco Gauff, 16, posted a TikTok video on her Twitter feed, juxtaposing an image of herself clad in a black hoodie with photos of George Floyd,

from Latest All News, All Info, Sports News Updates - NDTVSports.com https://ift.tt/3gzTnkz

चार साल के लिए टला पैन पैसेफिक तैराकी चैंपियनशिप, 2022 के बजाय 2026 में होगा आयोजन

swimming Image Source : GETTY

कोविड-19 महामारी के कारण अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर में हुए बदलावों को देखते हुए 2022 में होने वाली पैन पैसेफिक तैराकी चैंपियनशिप को अब 2026 तक टाल दिया गया है। पैन पैक चार्टर के चार देशों में से एक कनाडा अब भी इसकी मेजबानी करेगा। इन देशों में उसके अलावा ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान शामिल हैं। 

तोक्यो ओलंपिक खेल 2020 के एक साल के लिये स्थगित होने के कारण अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर काफी व्यस्त हो गया है क्योंकि 2022 में इंग्लैंड के बर्मिंघम में 27 जुलाई से सात अगस्त के बीच राष्ट्रमंडल खेल होने हैं जबकि विश्व तैराकी महासंघ (फिना) ने जापान के फुकुओका में 2021 में होने वाली विश्व चैंपियनशिप को 2022 तक स्थगित कर दिया है। 

तैराकी कनाडा ने बयान में कहा कि इस दौरान तीसरी बड़ी चैंपियनशिप का आयोजन करना चुनौतीपूर्ण होता। 

तैराकी कनाडा के अध्यक्ष चेरिल गिब्सन ने कहा, ‘‘हम इस प्रतियोगिता के आयोजन के लिये तैयार थे लेकिन अगर व्यापक तौर पर देखा जाए तो पैन पैसेफिक चैंपियनशिप को चार साल के लिये स्थगित करने के फैसले से हर किसी को फायदा हो सकता है। ’’ 



from India TV Hindi: sports Feed https://ift.tt/3cfkeie

Ben Stokes Says 'Never Said India Lost To England Deliberately', Terms Ex-Pakistan Cricketer's Claims As "Click Bait"

Former Pakistan cricketer Sikander Bakht claimed Ben Stokes, in his book, has mentioned that India deliberately lost to England in World Cup last year to knock Pakistan out of the tournament

from Latest All News, All Info, Sports News Updates - NDTVSports.com https://ift.tt/3gBBNfR

कुमार संगाकारा ने बताया भारत के खिलाफ विश्व कप 2011 में मिली हार कारण

Sri Lanka cricket team Image Source : GETTY

श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा का मानना है कि भारत के खिलाफ 2011 विश्व कप फाइनल में एंजेलो मैथ्यूज का चोट के कारण बाहर होना उनकी टीम को काफी महंगा पड़ा था। मेजबान भारत ने तब 28 साल बाद खिताब जीता था। न्यूजीलैंड के खिलाफ रोमांचक सेमीफाइनल में अहम भूमिका निभाने वाले मैथ्यूज को मांसपेशियों में खिंचाव के कारण मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गये फाइनल से बाहर होना पड़ा था। 

भारत के हाथों छह विकेट से हार के बारे में श्रीलंका के पूर्व कप्तान ने कहा कि मैथ्यूज की चोट के कारण उन्हें 6-5 का संयोजन अपनाना पड़ा और यही वजह थी कि उन्हें टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला करना पड़ा। संगकारा ने भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के साथ इंस्टाग्राम पर बातचीत में कहा, ‘‘जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो उस विश्व कप फाइनल में मुझे यही सबसे बड़ी बात नजर आती है। आप कैच छोड़ना और ऐसी बातें कर सकते हैं। लेकिन यह टीम का संयोजन था और हमें महत्वपूर्ण मैच में हमें बदलाव करने को मजबूर होना पड़ा। ’’ 

माहेला जयवर्धने के नाबाद 103 रन भी काम नहीं आये और भारत ने गौतम गंभीर के 97 रन और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की नाबाद 91 रन की पारी की मदद से लक्ष्य हासिल करके खिताब जीता। 

संगकारा ने कहा, ‘‘अगर एंजेलो मैथ्यूज फिट होता तो हम लक्ष्य का पीछा करना पसंद करते। मैं पक्के तौर पर नहीं कह सकता कि इससे परिणाम बदल जाता। मैथ्यूज सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरकर हमें जो संतुलन प्रदान करता था वह वास्तव में बोनस की तरह था। ’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप हमारे पूरे अभियान पर गौर करो तो मैथ्यूज के ओवर और पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ परिस्थितियों के अनुसार बल्लेबाजी करने की उनकी क्षमता हमारे लिये बोनस थी। वह तब युवा खिलाड़ी था और शुरू से ही परिस्थितियों को समझकर खेलता था। वह जानता था कि कैसे गेंदबाजों पर नियंत्रण बनाना है और कब तेजी से रन बनाने हैं। ’’ 

अश्विन ने उस समय टॉस के दौरान पैदा हुई भ्रम की स्थिति के बारे में भी पूछा। संगकारा ने आखिर में ट़ॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। संगकारा ने कहा, ‘‘मैच के लिये बड़ी संख्या में दर्शक पहुंचे थे। श्रीलंका में ऐसा कभी नहीं हुआ। एक बार ईडन गार्डन्स में ऐसा हुआ था जब मैं पहली स्लिप के फील्डर के साथ भी बात नहीं कर पा रहा था और इसके बाद वानखेड़े में हुआ। मुझे याद है कि मैंने टॉस के लिये कहा था और इसके बाद माही (धोनी) सुनिश्चित नहीं था और उसने पूछा कि क्या तुमने ‘टेल’ कहा और मैंने कहा कि नहीं मैंने ‘हेड’ कहा था। ’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘मैच रेफरी ने वास्तव में कहा था कि मैंने टॉस जीत लिया है लेकिन माही ने कहा कि ऐसा नहीं है। वहां थोड़ा भ्रम की स्थिति पैदा हो गयी थी और माही ने कहा कि टॉस फिर से कर लेते हैं और फिर से ‘हेड’ ही आया। मैं नहीं कह सकता कि यह किस्मत थी कि मैं टॉस जीत गया। मुझे लगता है कि अगर भारत टॉस जीतता तो वह पहले बल्लेबाजी कर सकता था। ’’ 



from India TV Hindi: sports Feed https://ift.tt/2XJBgjD

कुमार संगाकारा ने बताया वर्ल्ड कप 2011 फाइनल में धोनी ने इस वजह से दोबारा करवाया था टॉस

Kumar Sangakkara told World Cup 2011 final Toss Story With MS Dhoni Image Source : GETTY IMAGES

28 साल का सूखा खत्म कर भारत ने वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से मात देकर खिताब अपने नाम किया था। भारत के लिए विजयी छक्का कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने लगाया था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस मैच में एक नहीं बल्कि दो बार टॉस हुआ था? जी हां, श्रीलंका के कप्तान कुमरा संगाकारा ने हाल ही में बताया कि वर्ल्ड कप 2011 में दर्शकों के शोर की वजह से धोनी ने दो बार टॉस करवाया था।

भारतीय वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा रहे आर अश्विन के साथ इंस्टाग्राम पर बात करते हुए कुमार संगाकार ने कहा "मैदान पर काफी दर्शक थे। श्रीलंका में ऐसा कभी नहीं हुआ। ऐसा मैंने ईडन गार्डन के मैदान पर देखा जहां मैं पहली स्लिप से बात तक नहीं कर पा रहा ता और फिर वानखेड़े में ही ऐसा ही देखा। मुझे याद है कि टॉस के समय माही को यकीन नहीं था और उन्होंने कहा था कि तुमने टेल कहा है और तब मैंने कहा नहीं मैंने हेड कहा है।"

उन्होंने आगे कहा "मैच रैफरी ने कहा कि मैंने टॉस जीता है, लेकिन माही ने कहा कि नहीं इसने नहीं जीता। उस समय थोड़ी कंफ्यूजन हो गई थी और माही ने फिर कहा कि टॉस दोबारा करते हैं।"

ये भी पढ़ें - क्रिकेट के मैदान पर जब हरभजन ने धोनी को देनी चाही सलाह तो मिला था उन्हें ऐसा जवाब

टॉस दोबारा हुआ और एक बार फिर सिक्का श्रीलंका की झोली में गिरा, लेकिन कुमार संगाकारा का कहना है कि अगर भारत टॉस जीतता तो वह भी बल्लेबाजी करने का निर्णय लेता। संगाकारा ने कहा “मुझे यकीन नहीं है कि यह किस्मत थी कि मैं जीत गया। मेरा मानना है कि अगर मैं हार गया होता तो भारत शायद बल्लेबाजी करता।"

भारत के हाथों मिली हार के बाद भी संगाकारा मुस्कुराते हुए दिखाई दिए थे। उन्होंने कहा कि उस मुस्कुराहट के पीछे काफी दुख छिपा था। संगाकारा ने कहा हम हारें या जीतें, हमारे पास यह संतुलन है कि जीत या हार कैसे लिया जाए। मुस्कुराहट निराशा की दुख की एक बड़ी मात्रा को छुपाती है 1996 से श्रीलंका की 20 मिलियन आबादी इसका इंतजार कर रही थी। हमारे पास 2011 में मौका था, 2007 में मौका था, फिर टी20 2009 और 2012 में भी मौका था।"



from India TV Hindi: sports Feed https://ift.tt/2XdkSZn

क्रिकेट के मैदान पर जब हरभजन ने धोनी को देनी चाही सलाह तो मिला था उन्हें ऐसा जवाब

MS Dhoni and Harbhajan Singh Image Source : TWITTER/IPL

भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपने शांत स्वाभाव के लिए जाने जाते हैं। यही कारण है कि उन्हें क्रिकेट के मैदान पर 'कैप्टन कूल' का तमगा मिला है। धोनी भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक माने जाते हैं। धोनी की कप्तानी में ही भारतीय टीम ने आईसीसी के तीन बड़े टूर्नामेंट टी-20 विश्व कप, वनडे इंटरनेशनल विश्व कप और चैपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता है।

इसके अलावा इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई सुपरकिंग्स की कप्तानी करते हुए धोनी ने अपनी फ्रेंचाइजी को तीन बार खिताबी जीत दिला चुके हैं। सीएसके के लिए खेलने वाले दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने एक इंटरव्यू में मैदान पर धोनी के शांत स्वभाव के बारे में मजेदार किस्सा बताया।

यह भी पढ़ें- क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चीफ केविन रॉबर्ट्स ने माना, जोखिम भरा हो सकता है टी-20 विश्व कप का आयोजन

ईएसपीएनक्रिकइंफो के मंथली क्रिकेट के साथ बात करते हुए हरभजन ने कहा, ''धोनी एक ऐसे कप्तान हैं जो आपको मैदान पर आदेश नहीं देता है। वह आपको कुछ नहीं बताएगा कि आपको क्या करना चाहिए, क्या नहीं। वह चाहता है कि आप वहीं करें जो आपको आता है और जो आप कर सकते हैं। आप वहीं गेंद डालों जो आप कर करने में सक्षम हो बेशक उसपर छक्का क्यों ना पड़ जाए।''

उन्होंने कहा, ''हां कई बार विकेट के पीछे से उन्होंने मुझे ओवर बदलने के लिए कहा है लेकिन कभी यह नहीं बताया कि उन्हें कैसे गेंदबाजी करनी चाहिए और किस तरह करना है।''

इसके साथ ही हरभजन ने आईपीएल मैच के दौरान शार्दुल ठाकुर के साथ के हुए एक वाकये को भी याद कर बताया कि मैंने शार्दुल के गेंदबाजी में बदलाव के लिए जब धोनी को सलाह दी थी तो उन्होंने क्या कहा था।

यह भी पढ़ें-  आज ही के दिन वार्नर की कप्तानी में सनराइजर्स हैदराबाद ने RCB को हराकर जीता था IPL का पहला खिताब

हरभजन ने कहा, ''पुणे में एक मैच खेला जा रहा था जिसमें शार्दुल के ओवर में काफी रन पड़ रहे थे। पहली दो गेंद पर विरोधी टीम ने 10 रन जुटा लिए थे। तभी मैं धोनी के पास गया और उनसे कहा कि शार्दुल को गेंदबाजी में और फील्डिंग में बदलाव के लिए क्यों नहीं कर रहे जब रन नहीं रुक रहा है तो।''

इस पर हरभजन को जवाब देते हुए धोनी ने कहा, ''भज्जु पा, अगर मैं उससे अभी कुछ बोलुंगा तो वह कनफ्यूज हो जाएगा, रन पड़ने दो। जब शार्दुल को लगेगा कि अब कोई विकल्प नहीं बचा है तब मैं उसे बताउंगा कि उसे क्या करना चाहिए।''

हरभजन ने बताया कि धोनी को पता था कि हम प्लेऑफ में पहुंच चुके हैं। ऐसे में धोनी आपको तब तक कुछ नहीं बताएगा जब तक आपको खुद एहसास नहीं हो जाए कि आप कहां गलती कर रहे।



from India TV Hindi: sports Feed https://ift.tt/3euhRtt

"What's The Point Of Medals If You've To Beg For Awards?": Manu Bhaker's Father Says In Report

Manu Bhaker's father Ram Kishan remains critical of the sports ministry and the nomination committee ofter the shooter was snubbed Khel ...