लंदन। मैनचेस्टर यूनाईटेड को अपने वित्तीय मामलों की जांच में बाधा पहुंचाने के लिए खेल पंचाट (कैस) की कड़ी फटकार का सामना करना पड़ा था। जांच में बाधा पहुंचाने के कारण ही क्लब पर एक करोड़ 20 लाख डॉलर का जुर्माना लगा था।
यूरोपीय फुटबॉल की संचालन संस्था यूएफा ने मैनचेस्टर सिटी को यूरोपीय प्रतियोगिता में खेलने से दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था जिस फैसले के खिलाफ टीम कैस की शरण में गई थी।
कैस ने सिटी के प्रतिबंध को दो हफ्ते पहले फैसला देते हुए खत्म कर दिया लेकिन अब 93 पन्नों का फैसला प्रकाशित हुआ है जिसमें विस्तृत जानकारी दी गई है।
कैस ने यह कहते सिटी पर लगा प्रतिबंध हटा दिया था कि यूएफा द्वारा पाई वित्तीय खामियों को खारिज किया जाता है या फिर उसका मानना था कि यह घटनाएं काफी पहले हुई हैं और अब जांच नहीं की जा सकती।
अदालत ने हालांकि सिटी पर फुटबॉल इतिहास के सबसे बड़े जुर्माने में से एक लगाया था लेकिन इस दौरान भी यूएफा के शुरुआती जुर्माने में दो-तिहाई कटौती की।
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वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने इस फॉर्मेट में अपने 500 विकेट पूरे कर लिए। टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए 500 विकेट लेने वाले ब्रॉड एंडरसन के बाद दूसरे गेंदबाज बने हैं। ब्रॉड ने तीसरे टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज की दूसरी पारी के दौरान 14वें ओवर में क्रेग ब्रथेवेट को आउट कर यह कारनामा किया है।
ब्रॉड की इस शानदार उपलब्धि के बाद क्रिकेट जगत की कई दिग्गज हस्तियों ने उनकी सराहना की और सोशल मीडिया के माध्यम ट्वीट कर उन्हें बधाई भी दिया है।
ब्रॉड की इस खास उपलब्धि पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने ट्वीट कर लिखा, ''टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट लेने के लिए बधाई स्टुअर्ट ब्रॉड, हमेशा से एक कड़ी प्रतिद्वंदता के साथ एक बहुत ही प्रतिभाशाली गेंदबाज, खास तौर से इंग्लैंड की परिस्थिति में और अधिक कारगर।''
पोंटिंग के अलावा इंग्लैंड के पूर्व कप्तान पॉल कॉलिंगवुड ने भी ट्वीट कर ब्रॉड को बधाई दी। उन्होंने लिखा, ''यह दुर्भाग्यपूर्ण है की जब ब्रॉड ने अपना 500 विकेट पूरा किया था तो स्टेडियम में दर्शकों की मौजूदगी नहीं थी लेकिन बावजूद इसके हम सबने इस ऐतिहासिक पल को देखा। शानदार।''
वेस्टइंडीज के महान तेज गेंदबाज कर्टनी वाल्स ने भी ब्रॉड की इस खास उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी और उनके बचपन के दिन याद किया। वाल्स ने लिखा, ''टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट लेने के लिए बधाई स्टुअर्ट ब्रॉड, कड़ी मेहनत का फल मिला है। मुझे आज भी याद है जब तुम मेरे बेटे के खिलाफ ब्रिस्टल में गेंदबाजी करते थे। उस समय तुम दोनों बच्चे थे। बहुत ही शानदार, अगल लक्ष्य 600 विकेट का हो।''
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने भी ब्रॉड को 500 विकेट लेने के लिए बधाई दी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ''बहुत ही शानदार स्टुअर्ट ब्रॉड, आप एक चैंपियन खिलाड़ी है।''
आपको बता दें कि ब्रॉड टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने के मामले में अब सातवें स्थान पर पहुंच गए हैं। ब्रॉड ने अपने 140वें टेस्ट मैच में 500 विकेट के आंकड़े को छुआ है।
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क्रिकेट के मैदान पर बल्लेबाज किसी भी चीज का फायदा उठाने से पीछे नहीं हटते हैं। अकसर देखा गया है कि नॉन स्ट्राइकर पर खड़ा बल्लेबाज फायदा उठाने के लिए गेंद डलने से पहले ही अपनी क्रीज छोड़ देता है। ऐसे में गेंदबाजों को काफी दिक्कत होती है। आईपीएल 2019 में जब भारतीय स्पिनर आर अश्विन के साथ ऐसा हुआ था तो उन्होंने नॉन स्ट्राइकर पर खड़े बटलर को आउट कर दिया था जिसके बाद काफी बवाल हुआ था। आईसीसी के नियम अनुसार तो यह सही था, लेकिन अश्विन के इस रन आउट पर लोग अभी भी सवाल करते हैं।
इस चीज को अब खत्म करने के लिए अश्विन ने आईसीसी को बड़ी सलाह दी है। आईसीसी के नए नियम अनुसार तकनीक के जरिए फ्रंट फुट नॉ बॉल पर नजर रखी जाएगी, तो ऐसे में अश्विन का कहना है कि नॉन स्ट्राइक पर खड़े बल्लेबाज पर भी इस तकनीक के जरिए नजर रखी जा सकती है। अगर बल्लेबाज गेंद डलने से पहले ही क्रीज से बाहर पाया जाता है तो वह रन रद्द कर देना चाहिए।
अश्विन ने ट्वीट करते हुए लिखा 'उम्मीद करता हूं कि तकनीक का इस्तेमाल यह देखने के लिए किया जाए कि क्या गेंदबाजी छोर पर बल्लेबाज गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले क्रीज से बाहर निकल रहा है और वह जब भी ऐसा करे रन को अस्वीकृत किया जाए।'
Just hope that technology will see if a batsmen is backing up before the bowler bowls a ball and disallow the runs of that ball every time the batter does so!!Thus, parity will be restored as far as the front line is concerned. #noball#dontbackup
अश्विन ने इसके बाद बताया कि नॉन स्ट्राइकर छोर पर बल्लेबाज के गेंदबाज द्वारा गेंद छोड़ने से पहले क्रिज छोड़ने का गेंदबाज को क्या नुकसान है। उन्होंने कहा कि बल्लेबाज ऐसा या तो जल्दी स्ट्राइक बदलने या फिर एक रन को दो में तब्दील करने के लिए करते हैं।
अश्विन ने ट्वीट किया, "आप में कई लोग इसमें असमानता को नहीं देख पाते हैं। इसलिए मैं अपनी काबिलियत से आपको इसके बारे में बता देता हूं। अगर नॉन स्ट्राइकर दो फीट आगे है और इसी कारण वह दो रन लेने में सफल रहता है तो वह सामने वाले बल्लेबाज को दोबारा स्ट्राइक पर ले आएगा।"
Many of you will not be able to see the grave disaparity here, so let me take some time out to clarify to the best of my abilities. If the non striker backs up 2 feet and manages to come back for a 2, he will put the same batsmen on strike for the next ball.
उन्होंने कहा, "उसी बल्लेबाज के दोबारा सामने आने पर अगली गेंद पर वह मुझे चौका या छक्का मार सकता है और इससे मुझे एक रन की जगह कुल सात रनों का नुकसान हुआ, और हो सकता कि अगर स्ट्राइक पर कोई अलग बल्लेबाज होता तो गेंद खाली भी हो जाती। यही बात टेस्ट मैच में है, जहां बल्लेबाज स्ट्राइक से हटना चाहता हो तो वो ऐसा कर सकता है।"
अश्विन ने कहा कि इससे बल्ले और गेंद के बीच समानता बनाई जा सकती है।
उन्होंने कहा, "यह गेंदबाजों के लिए मुश्किल माहौल में संतुलन लाने का समय है। हम इसके लिए उसी तकनीक का उपयोग कर सकते हैं जो हम टी-20 में नो बॉल के लिए करते हैं।"
It is time to restore the balance in what is an increasingly tough environement for the bowlers. #thefrontcrease#belongs to #bothparties@bhogleharsha we can use the same tech that we are proposing for a no ball check 120 balls in a T 20 game.
बता दें, पिछले कुछ समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में फ्रंट फुट नॉ बॉल पर विवाद चल रहा है जिसके बाद आईसीसी ने तकनीक के जरिए इस पर नजर रखने का फैसला किया है। हाल ही में आईसीसी ने विश्व कप सुपर लीग का ऐलान किया है। इस लीग में इस तकनीक का इस्तेमाल होगा।
(With IANS Inputs)
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ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ ओपनर बल्लेबाज डेविड वार्नर का मानना है कि उनकी टीम सितंबर में इंग्लैंड दौरे के लिए अभी से बेहतर तैयारी कर सकती है। ऑस्ट्रेलिया को सितंबर में इंग्लैंड के साथ लिमिटेड ओवरों की सीरीज खेलनी है।
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच जुलाई महीने में तीन टेस्ट और तीन टी-20 मैचों की सीरीज खेली जानी थी लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण इस सीरीज को स्थगित कर दिया गया। ऐसे में दोनों ही टीमें अब सितंबर में बायो सुरक्षा के घेरे में एक बार फिर एक दूसरे से भिड़ने को तैयार है।
क्रिकेट.कॉम.एयू से बात करते हुए वार्नर ने कहा, ''हम पूरी तरह से तरोताजा और इंग्लैंड में जाकर खेलने के लिए तैयार हैं। अगर आप इंग्लैंड की टीम को देखें तो वह लोग पिछले तीन सप्ताह से लॉकडाउन में हैं और इस दौरान क्वारंटीन में रहते हुए आयरलैंड के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज की तैयारी में जुटे हुए हैं।''
उन्होंने कहा, ''हम वहां पूरी तरह तरोताजा होकर जा रहे हैं। हमारे उपर किसी भी प्रकार को कोई दवाब नहीं है। हमारे में दिमाग में सिर्फ क्रिकेट खेलने की बात है ना की वहां के बायो सुरक्षा बबल की।''
आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई टीम आखिरी बार मार्च में महीने में इंटरनेशनल क्रिकेट खेली थी। न्यूजीलैंड के साथ तीन वनडे मैचों की सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने पहले मुकाबले में जीता था जबकि बाकी बचे दो मैचों को कोरना वायरस महामारी के स्थगित कर दिया गया था।
वहीं इंग्लैंड ने हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेली है, जिसमें उन्होंने 2-1 से जीत दर्ज की है। इसके अलावा उसे आयरलैंड के खिलाफ 30 जुलाई से वनडे मैचों की सीरीज खेलनी है।
आयरलैंड के खिलाफ वनडे मुकाबले में टीम को पाकिस्तान के साथ तीन टेस्ट और तीन टी-20 मैचों सीरीज के लिए भी भिड़ना है।
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