बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) ने कोविड-19 महामारी के कारण शुक्रवार को स्थानीय सत्र को रद्द कर दिया। इसका मतलब यह हुआ कि मौजूदा सत्र के पहले डिवीजन, दूसरे डिवीजन और सभी आयु वर्ग के टूर्नामेंटों प्रभावी तौर पर खत्म हो गये।
सीएबी के अध्यक्ष अविषेक डालमिया ने टूर्नामेंट समिति की बैठक के बाद कहा, ‘‘ विस्तृत विचार-विमर्श के बाद 2019-20 सत्र के सभी टूर्नामेंटों को रद्द कर दिया गया क्योंकि हमारे खिलाड़ियों का स्वास्थ्य और सुरक्षा सर्वोपरि है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ यह भी तय किया गया कि जब हम अगली शुरुआत करेंगे तो यह एक नया सत्र होगा। ’’
इस बैठक में दौरा समिति के सदस्य, कार्यक्रम एवं तकनीकी समिति, चिकित्सा समिति के अलावा बोर्ड अध्यक्ष और कानूनी सलाहकार सम्राट सेन शामिल हुए।
आपको बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरे भारत में सभी तरह के खेल आयोजन अभी बंद हैं। हालांकि सरकार ने लॉकडाउन में कुछ ढ़ील दी है जिसमें स्टेडियम और स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स को खोलने की मंजूरी दी है जिससे की खिलाड़ी अपनी ट्रेनिंग फिर शुरू कर सके लेकिन खेल शुरू करने की इजाजत अभी नहीं मिली है।
from India TV Hindi: sports Feed https://ift.tt/2UhQJX1
भारतीय महिला मुक्केबाजों के हाई परफोरमेंस निदेशक रफाएल बर्गामास्को अपनी पत्नी के साथ होने के लिये इटली के असिसी में अपने घर वापस चले गये हैं जो कैंसर से उबर रही हैं।
बर्गामास्को बुधवार को एयर इंडिया की फ्लाइट से रवाना हुए और भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के कार्यकारी निदेशक आर के साचेती के अनुसार उनके एक पखवाड़े के बाद लौटने की उम्मीद है।
वह 2017 के बाद से भारतीय टीम के साथ हैं। कोविड-19 महामारी को फैलने से रोकने के लिये लगाये गये देशव्यापाी लॉकडाउन के कारण वह पिछले दो महीनों से दिल्ली के आईजी स्टेडियम में थे।
साचेती ने कहा, ‘‘रफाएल की पत्नी की कीमोथेरेपी सत्र था और उन्हें इसके लिये वापस जाना था। शुक्र है कि फ्लाइट सही समय पर शुरू हो गयीं और वह योजना के अनुसार जा सके। वह 10-15 दिन में भारत लौट आयेंगे। ’’
from India TV Hindi: sports Feed https://ift.tt/3cvaele
नई दिल्ली। एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) ने 1979 के बाद पहली बार 2022 महिला एशियाई कप की मेजबानी के अधिकार भारत को दिये हैं। यह फैसला एएफसी महिला फुटबॉल समिति की बैठक में लिया गया। फरवरी में एएफसी महिला फुटबॉल समिति ने भारत को मेजबान बनाने की सिफारिश की थी। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को लिखे पत्र में एएफसी के महासचिव दाटो विंडसर जॉन ने लिखा,‘‘समिति ने एएफसी महिला एशिया कप 2022 फाइनल्स की मेजबानी के अधिकार अखिल भारतीय फुटबॉल को सौंपे हैं।’’
एआईएफएफ अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा,‘‘मुझे एशियाई फुटबॉल परिसंघ का शुक्रिया करना होगा जिसने हमें 2022 में एएफसी महिला एशिया कप की मेजबानी के लिये उचित समझा।’’
उन्होंने कहा,‘‘टूर्नामेंट महत्वकांक्षी महिला खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करेगा और जहां तक देश में महिला फुटबॉल का संबंध है तो यह सामाजिक क्रांति लायेगा।’’
टूर्नामेंट में 12 टीमें भाग लेंगी जिन्हें पिछले चरण की आठ टीमों से बढ़ा दिया गया है। भारत बतौर मेजबान सीधे ही क्वालीफाई कर लेगा। टूर्नामेंट 2023 फीफा महिला विश्व कप के लिये अंतिम क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट के तौर पर भी काम करेगा। एआईएफएफ के लिये यह मेजबानी मनोबल बढ़ाने वाली है क्योंकि उसे फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप की मेजबानी भी सौंपी गयी थी जिसका आयोजन अगले साल होगा। भारत ने 2016 में एएफसी अंडर-16 चैम्पियनशिप और 2017 में फीफा अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी की थी।
एआईएफएफ के महासचिव कुशल दास ने कहा, ‘‘यह टूर्नामेंट भारत में महिला फुटबॉल को लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभायेगा। महिला एशिया कप 2022 से पहले फीफा अंडर-17 महिला विश्व 2020 की मेजबानी करेंगे जिससे हमें लय बढ़ाने में मदद मिलेगी। ’’
from India TV Hindi: sports Feed https://ift.tt/2BAQVKC
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के टूर्नामेंट निदेशक स्टीव एलवर्दी ने कहा है कि अगले महीने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिये जैविक सुरक्षित बंदोबस्त कोरोना वायरस महामारी से पैदा हुए ‘बदतर हालात’ झेलने में भी सक्षम होगा। इंग्लैंड को आठ जुलाई से वेस्टइंडीज के खिलाफ जैव सुरक्षित माहौल में घरेलू सीरीज खेलनी है।
वेस्टइंडीज की 25 सदस्यीय टीम अगले मंगलवार को चार्टर्ड फ्लाइट से यहां आयेगी। एलवर्दी ने स्काय स्पोटर्स से कहा ,‘‘ हमने ऐसा ‘बबल’ बनाया है कि सबसे विकट परिस्थितियों में भी सुरक्षा को खतरा नहीं रहेगा ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ हमने सबसे खराब हालात को ध्यान में रखकर सारी योजना बनाई है।’’ मेहमान टीम को तीन सप्ताह तक ओल्ड ट्रैफर्ड में क्वरांटीन में रहना होगा।
एलवर्दी ने यह भी कहा कि आईसीसी एक खिलाड़ी के कोरोना वायरस टेस्ट में पॉजिटिव पाये जाने पर उसके विकल्प की अनुमति देने पर विचार कर रही है । उन्हें उम्मीद है कि टेस्ट में इसकी अनुमति मिल जायेगी।
कोरोना महामारी के कारण पूरी दुनिया में इंटरनेशनल क्रिकेट पिछले तीन महीने से ठप्प पड़ा हुआ है। ऐसे में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच शुरू हो रहे इस टेस्ट सीरीज से क्रिकेट को फिर से बहाल करने में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
हालांकि इस दौरान कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सभी तरह के सुरक्षा नियमों का पालन किया जा जाएगा। जिसमें गेंद चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर पाबंदी होगी। इसके अलावा खिलाड़ी विकेट लेने के बाद जश्न नहीं मनाएंगे।
इसके साथ ही खिलाड़ी एक दूसरे से हाथ भी नहीं मिलाएंगे। वहीं सभी तीन टेस्ट मैच बिना दर्शकों के खाली स्टेडियम में खेला जाएगा।
आपको बता दें कि कोरोना महामारी के बीच इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच यह पहला इंटरनेशनल टेस्ट सीरीज खेला जाएगा। वहीं जुलाई में ही वेस्टइंडीज के बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम भी इंग्लैंड का दौरा करने पर विचार कर रही है।
from India TV Hindi: sports Feed https://ift.tt/3cCAfPD
कोरोनावायरस के कहर की वजह से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट ठप पड़ा हुआ है। मार्च से लेकर अब तक होने वाली सभी सीरीज को या तो रद्द कर दिया गया है या फिर उन्हें आगे के लिए टाल दिया गया है। ऐसे में इस महामारी की वजह से अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप पर भी काले बादल मंडरा रहे हैं। कहा जा रहा है इस महामारी की वजह से या तो वर्ल्ड कप को स्थगित कर दिया जाएगा या फिर यह दर्शकों के बिना आयोजित होगा।
इन विकल्पो से पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम सहमत नहीं है। उनका मानना है कि कोरोना वायरस महामारी पर काबू पाने के बाद आईसीसी को इस टूर्नामेंट की मेजबानी के लिये उचित समय का इंतजार करना चाहिए।
अकरम ने ‘द न्यूज’ से कहा,‘‘निजी तौर पर मुझे यह सही नहीं लगता। दर्शकों के बिना विश्व कप कैसे हो सकता है। विश्व कप का मतलब है खचाखच भरे स्टेडियम। दुनिया भर से दर्शक अपनी टीमों के समर्थन के लिये आते हैं। यह सब माहौल की बात है और दर्शकों के बिना क्या माहौल बनेगा।’’
अकरम ने कहा,‘‘मेरा मानना है कि आईसीसी को सही समय का इंतजार करना चाहिये। एक बार इस महामारी पर काबू आ जाये और यात्रा की पाबंदियां हट जाये तो विश्व कप अच्छे से होगा।’’
गेंद पर लार के इस्तेमाल पर रोक के मसले को लेकर उन्होंने कहा कि आईसीसी को इसका त्वरित समाधान निकालना होगा। उन्होंने कहा,‘‘तेज गेंदबाजों को लार के इस्तेमाल पर रोक पसंद नहीं आयेगी। पसीने से वह बात नहीं आ पाती। ज्यादा पसीने से गेंद गीली हो जायेगी। आईसीसी को इसका त्वरित समाधान निकालना होगा ।’’
बता दें, आईसीसी ने अपनी पिछली मीटिंग में ऑस्ट्रेलिया में इस साल होने वाले टी-20 विश्व कप को स्थगित कर करने के प्लान को टाल दिया है। आईसीसी ने इस बड़े टूर्नामेंट पर कोई भी फैसला लेने और स्थिति को भांपने के लिए 10 जून तक का समय और अपने पास रखा है। जिसके बाद ही इस पर अब कोई आधिकारिक फैसला लिया जायेगा।
आईसीसी ने एक बयान में कहा, "हाल ही में कई बोर्ड सदस्यों ने अपनी चिंताएं व्यक्त की थीं और ऐसा महसूस किया गया कि उन पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है ताकि बोर्ड के मामलों में प्रशासन के उच्चतम पैमानों को ध्यान में रखते हुए पारदíशता और गोपनीयता बनी रहे।"
बयान के मुताबिक, "इस बात पर सर्वसम्मित से फैसला लिया गया है कि अईसीसी के एथिक्स अधिकारी और वैश्विक विशेषज्ञों के नेतृत्व में एक स्वतंत्र जांच की शुरुआत की जाए। बोर्ड को 10 जून 2020 को होने वाली अगली बैठक में आईसीसी सीईओ द्वारा जानकारी दी जाएगी।"
बयान के मुताबिक, "बोर्ड आईसीसी प्रबंधन से यह अपील करता है कि वह सभी हितधारकों से चर्चा करते रहें और कोरोनावायरस के कारण लगातार बदलते हालात में नए विकल्पों को खोजते रहें।"
from India TV Hindi: sports Feed https://ift.tt/3dDql1t
Lead investigator Richard McLaren said the probe into the IWF's affairs under former president Tamas Ajan uncovered millions of dollars in missing money and 40 positive doping cases that had been hushed up.
from Latest All News, All Info, Sports News Updates - NDTVSports.com https://ift.tt/3cB6TRu